सोमवार, 30 सितंबर 2019

थल सेना शिविर से वापस लौटे एनसीसी के विद्यार्थी, नगरागमन पर जगह-जगह हुआ पुष्प वर्षा से स्वागत

थल सेना शिविर से वापस लौटे एनसीसी के विद्यार्थी, नगरागमन पर जगह-जगह हुआ पुष्प वर्षा से स्वागत



बुरहानपुर- थल सेना शिविर से एनसीसी के विद्यार्थियों का नगर आगमन पर जगह-जगह पुष्प वर्षा से अभिनंदन किया गया ।   सेवासदन महाविद्यालय के अंडर ऑफिसर ऋषिकेश चतरे , शासकीय सुभाष  उत्कृष्ट विद्यालय , बुरहानपुर के  सार्जेंट मोहित राधेश्याम तुर्वे सार्जेंट प्रजव्वल धोंडू तिड़के एवं सार्जेंट हर्षल प्रकाश सावकारे पर नगर में जगह-जगह पुष्प वर्षा  की गई । नगर आगमन पर एन.सी.सी .कैडेट्स को गणमान्य नागरिकों एवं जिले के कलेक्टर श्रीमान राजेश कौल द्वारा शाही किले पर पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत ,अभिनंदन कर बधाई दी गई ।



साथ ही साथ पुरातत्व विभाग द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के दौरान  जिले के डॉ .श्री चापोरकर कर, श्री अमरप्रीत सिंह ,श्री ललित लॉड, श्री मुकेश दरबार संचालक जन जागृति नेपानगर, एन.सी.सी. अधिकारी संतोष सिंह ठाकुर शास.सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर एन.सी.सी. अधिकारी तफजील जुनैद मुफ़्ती हकीमियां उच्च.माध्य. विद्यालय बुरहानपुर को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।  उक्त समाजसेवियों एवं शासकीय अधिकारी ,कर्मचारी एवं छात्र छात्राओं ने राष्ट्रीय स्मारकों को  स्वच्छता अभियान 2019 के अंतर्गत स्वच्छ रखने हेतु जन जागरूकता  के लिए पोस्टर ,रैली इत्यादि में सहयोग प्रदान किया है।


शुक्रवार, 27 सितंबर 2019

फर्जी मान्यता के आधार पर छात्रों को 10 वी एवं 12 वी की परीक्षा दिलाने वाले स्कूल संचालक को 07 वर्ष के कठोर कारावास की सजा

फर्जी मान्यता के आधार पर छात्रों को 10 वी एवं 12 वी की परीक्षा दिलाने वाले स्कूल संचालक को 07 वर्ष के कठोर कारावास की सजा



 न्यायालय श्रीमान मुकेश नाथ द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश महोदय महिदपुर जिला उज्जैन के न्यायालय द्वारा आरोपी संदीप पिता बद्रीलाल कलेरिया, निवासी ग्राम गोगाखेड़ा, तहसील महिदपुर, जिला उज्जैन (म0प्र0) को धारा 467 भादवि में 07 वर्ष का कठोर कारावास, एवं धारा 420,468 भादवि में 03 वर्ष का कठोर कारावास एवं 15,000/- रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया ।


 उप-संचालक अभियोजन डॉ0 साकेत व्यास ने अभियोजन घटना अनुसार बताया कि घटना इस प्रकार है कि है कि घटना दिनांक 17/03/2015 को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) महिदपुर को सिटीजन ग्रुप ऑफ एज्युकेशन प्लेसमेंट सर्विस, महिदपुर द्वारा दिल्ली बोर्ड ऑफ सीनियर सेकेण्ड््री एज्युकेशन की हाईस्कूल/हायर सेकेण्ड््री परीक्षा का आयोजन 'अलंकार हायर सेकेण्ड््री स्कूल, महिदपुर' में फर्जी तरीके से होने की शिकायत प्राप्त होने पर विकासखण्ड स्तर पर गठित जांच दल द्वारा दोपहर करीब 03ः00 बजे परीक्षा आयोजन स्थल पर आकस्मिक निरीक्षण किया गया, उक्त स्थान पर परीक्षा दो कमरों में समय दोपहर 02ः00 बजे से 05ः00 बजे तक आयोजित की जा रही थी, कुल 36 परीक्षार्थी कक्षा-10वीं एवं 12वीं की परीक्षा देते हुए पाये गये, मौके पर परीक्षा केन्द्राध्यक्ष नहीं पाया गया, प्रश्न पत्र/प्रवेश पत्र कहॉ से प्राप्त हुए, इसका संचालन कहां से हो रहा था, इसका पता नहीं चल पाया, छात्रों से परीक्षा देते हुए उत्तर पुस्तिका देखने पर उन पर माध्यमिक शिक्षा मण्डल लिखा हुआ पाया गया, जबकि प्रश्न पत्र पर दिल्ली बोर्ड ऑफ सेकेण्ड््री एज्युकेशन लिखा पाया गया, छात्रों ने मौके पर बताया कि संचालक अभियुक्त संदीप कलेरिया द्वारा उक्त परीक्षा उत्तीर्ण कराये जाने हेतु छात्रों से 10,000/-रूपये की राशि की मांग की गई थी। परीक्षा का संचालन अभियुक्त संदीप कलेरिया द्वारा किया जा रहा था। 
 मौके पर पंचनामा बनाया तथा परीक्षा केन्द्र स्थल पर से नकल सामग्री/परीक्षार्थीयों की हस्ताक्षरित सूची एवं प्रश्नपत्र (कक्षा 10वीं विज्ञान एवं कक्षा 12वीं विज्ञान) जप्त किये गये, जांच में सिटिजन ग्रुप ऑफ एज्युकेशन प्लेसमेंट सर्विस, महिदपुर (संचालक संदीप कलेरिया) द्वारा दिल्ली बोर्ड ऑफ सीनियर सेकेण्ड््री एज्युकेशन की हाईस्कूल/हायरसेकेण्ड््री परीक्षा का आयोजन अलंकार हायर सेकेण्ड््री स्कूल, महिदपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में किया जाना तथा संचालक अभियुक्त संदीप कलेरिया द्वारा फर्जी तरीके से उक्त परीक्षा का संचालन किया जाना पाए जाने पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मुकुटसिंह सोल के द्वारा आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किए जाने के सम्बन्ध में दिनांक 18/03/2015 को जांच प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), महिदपुर को प्रेषित किया गया, उक्त प्रतिवेदन पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), महिदपुर द्वारा आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की टीप अंकित करने के उपरांत कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी उक्त जांच प्रतिवेदन मय पंचनामा 10वी एवं 12वीं के प्रश्नपत्र परीक्षार्थी राकेश का एडमिट कार्ड, एक्जाम अटेण्डेंट शीट परीक्षार्थी उपस्थिति पत्रक 10वीं व 12वी का टाइम टेबल, दिनांक 07/03/15 को प्राचार्य अलंकार हायर सेकेण्ड््री स्कूल को संबोधित पत्र लिस्ट ऑफ बोर्ड मेम्बर व नकल सामग्री के साथ पुलिस थाना महिदपुर में दिनांक 18/03/2015 को प्रस्तुत किया गया। उक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर अभियुक्त संदीप कलेरिया के विरूद्ध पुलिस थाना महिदपुर पर प्रथम सूचना रिपोर्ट लेखबद्ध की गई। आवश्यक अनुसंधान पश्चात् न्यायालय में अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया था। 


दण्ड के प्रश्न पर:- अभियुक्त के अधिवक्ता द्वारा निवेदन किया गया कि यह उसका प्रथम अपराध है, उसके प्रति सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाये अभियोजन अधिकारी द्वारा आरोपी को अधिकतम दण्ड से दण्डित किये जाने का निवेदन किया गया। 


न्यायालय की टिप्पणी:-  इस प्रकरण में एक बड़े शिक्षा माफिया का गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो भारत के अधिकांश क्षेत्रों में फर्जी व कूटरचित विश्वविद्यालयों व राज्य परीक्षा मण्डल के नामों पर देश के कई क्षेत्रों में फ्रेन्चायजी दे-देकर कई शैक्षणिक पाठ्यक्रम चलाता था, जिसके माध्यम से लोगों व विशेष रूप से विद्यार्थियों को गुमराह करके उनसे बड़ी धनराशि प्राप्त कर उन्हें फर्जी रूप से कक्षा-10वीं, 12वीं सहित कई परीक्षाओं की परीक्षाएं दिलाई जाती थीं, ये सभी परीक्षाएं किसी भी मान्यता प्राप्त राज्य मण्डल या विश्व विद्यालय द्वारा प्राधिकृत नहीं होती थीं, विद्यार्थियों को गुमराह करके बनावटी परीक्षाएं आयोजित की जाती थीं, उन्हें कूटरचित अंकसूचियां प्रदान की जाती थीं और उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया जाता था, अभियुक्त भी उसी गिरोह का एक हिस्सा है, जिसने महिदपुर क्षेत्र में उक्त कार्य किया, उक्त अपराध एक गम्भीर सामाजिक अपराध है, जिससे न केवल लोगों का भविष्य खराब होता है, बल्कि कई प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के साथ भी अन्याय होता है, यह कृत्य देश की आर्थिक व सामाजिक व्यवस्था को भी गम्भीर रूप से प्रभावित करता है, इसलिए अभियुक्त सहानुभूति का पात्र नहीं है। न्यायालय द्वारा अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण को दण्डित किया गया। 


 प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्री अजय वर्मा, अपर लोक अभियोजक महिदपुर द्वारा की गई।


साभार 
सूचना सागर


बच्चों की तस्करी रोकने के लिए समाज का जागरूक होना जरूरी

बच्चों की तस्करी रोकने के लिए समाज का जागरूक होना जरूरी



बुरहानपुर  - बुरहानपुर पब्लिक स्कूल, इन्दिरा कालोनी में चाईल्ड ट्राफ्रिकिंग पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री वीरेन्द्र एस. पाटीदार के मार्गदर्शन में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में चाईल्ड ट्राफ्रिकिंग विषय पर विधार्थियो के पालको को बताया गया कि वर्तमान समय में बच्चो से अवैध रुप से कार्य कराये जाने, बच्चों से भिक्षावर्ती कराये जाने, बच्चों के अंग निकाले जाने जैसी आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोगों द्वारा बच्चो की तस्करी की जा रही है। शिविर में उपस्थित पालको को यह भी बताया गया कि यदि समाज में ऐसे कोई बच्चे आपको दिखाई दे जो भिक्षावर्ती कर रहे हैं, तो उनसे मिलकर पूछताछ करे एवं उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दे। इसके अलावा प्रत्येक जिले में गठित चाईल्ड वेलफेयर समिति को भी इसकी सूचना दी जा सकती है। शिविर में पालको को यह भी जानकारी दी गई कि वह अपने बच्चों पर विशेष रुप से ध्यान रखे तथा उनकी गतिविधियों और उनसे मिलने वालो को नजर अंदाज नहीं करे। सम्पूर्ण समाज की जागरुकता से ही बच्चो की तस्करी रोकी जा सकती हैं। शिविर में पालकों का ध्यान इस ओर भी आकर्षित किया गया कि वह बच्चों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी ध्यान दे साथ ही पालकों को पास्को एक्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।


गुरुवार, 26 सितंबर 2019

विधिक साक्षरता शिविर में विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की दी सीख

 विधिक साक्षरता शिविर में विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की दी सीख



बुरहानपुर - नवीन शासकीय उच्चतर विद्यालय जैनाबाद (जयसिंहपुरा) में विधिक साक्षरता शिविर अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री वीरेन्द्र एस. पाटीदार के मार्गदर्शन में विर्धाथियों के मध्य आयोजित किया गया। शिविर में मौलिक अधिकारों, मौलिक कर्तव्यों के बारे में जानकारी दी गई। शिविर में बताया गया कि भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह संविधान का पालन करे तथा उसके आदर्शाे, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज और राष्ट्र गान का आदर करें तथा हमारी संस्कृति को बचाने के लिये हमे ऐसी धरोहरो को सुरक्षित रखना चाहिए। इस शिविर में पर्यावरण संरक्षण और उसका संवर्धन करना हमारा कर्तव्य हैं ऐसी सीख विद्यार्थियों को दी गई। हम व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास से ही समाज की उन्नति कर सकते है।
र्प्यावरण सरंक्षण हेतु प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प कर, हमें अपने दैनिक कार्याे में प्लास्टिक के उपयोग को रोककर ही हम पर्यावरण को सुरक्षित कर सकते है। भारतीय संस्कृति में प्रकृति पूजन को प्रकृति संरक्षण के तौर पर मान्यता प्राप्त हैं। पर्यावरण संरक्षण से ही हमारा भविष्य सुरक्षित हो सकता हैं। राबिन दयाल जिला विधिक सहायता अधिकारी ने विर्धाथियों को संबोधित किया कि 18 वर्ष की उम्र के पश्चात ही वाहन चलाये तथा वाहन चलाने के पूर्व लायसेंस अवश्य बनवाये।


चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चों को पाठ्य पुस्तकें एवं स्टेशनरी  सामग्री वितरित की  

 चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चों को पाठ्य पुस्तकें एवं स्टेशनरी  सामग्री वितरित की


बुरहानपुर -  शाहपुर के आंगनवाड़ी क्रमांक 12 में बाल कल्याण समिति बुरहानपुर के विशेष आतिथ्य में बच्चों के लिए सामग्री वितरण  कार्यक्रम किया गया , जिसमें चाइल्डलाइन बुरहानपुर एवं जिला बाल कल्याण समिति बुरहानपुर के संयुक्त तत्वाधान में शाहपुर मे  भिक्षावृत्ति एवं बाल श्रम में  लिप्त बच्चों के लिए अभियान चलाया गया था । जिसमें प्रियंका होटल शाहपुर के पीछे अस्थाई रूप से निवासरत मजदूर परिवारों के बच्चे बस स्टैंड एरिया एवं मार्केट एरिया में भीख मांगते हुए तथा बाल श्रम करते हुए पाए गए थे । चाइल्डलाइन टीम द्वारा ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उनके माता-पिता को समझाइश दी गई कि बच्चों को स्कूल अथवा आंगनवाड़ी में भेजें और उनसे भिक्षा वृति एवं बाल श्रम मे ना झोंके  , बाल कल्याण समिति के सहयोग से चाइल्डलाइन द्वारा इन बच्चों पर लगभग 6 माह तक कार्य किया गया एवं ऐसे19 बच्चों का चाइल्डलाइन के माध्यम से आंगनवाड़ी में दाखिला करवाया गया तथा इन बच्चों को चाइल्डलाइन टीम द्वारा आज स्कूल बैग पुस्तक कॉपी एवं अन्य स्टेशनरी सामान वितरित किया गया ।इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति बुरहानपुर से अध्यक्ष डॉ रघुनाथ महाजन, सदस्यगण श्री मंसूर सेवक, बेला तारकस , आंगनवाड़ी सेक्टर सुपरवाइजर देव श्री डोंगरे ,  मीडिया पर्सन राजेंद्र गावंडे ,  आंगनवाड़ी कार्यकर्ता , सहायिका , चाइल्डलाइन टीम एवं  वॉलिंटियर उपस्थित थे ।
          


बुधवार, 25 सितंबर 2019

स्कूली बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए बनाई गई महत्वाकाक्षी योजना मिड-डे मील में ही उन्हे शुद्ध खाना भी नहीं मिल रहा।

स्कूली बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए बनाई गई महत्वाकाक्षी योजना मिड-डे मील में ही उन्हे शुद्ध खाना भी नहीं मिल रहा।


स्व सहायता समूह अपनी मनमर्जी से बनाते हैं मध्यान्ह भोजन



 बुरहानपुर-  स्कूली बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए बनाई गई महत्वाकाक्षी योजना मिड-डे मील में ही उन्हे शुद्ध खाना भी नहीं मिल रहा। ऐसे में स्पष्ट है कि यहा आने वाले छात्रों का स्वास्थ्य खतरे में है। 
स्कूल आने वाले बच्चों को नियमित रूप से मिड-डे मील आहार दिया जाता है, लेकिन इसकी गुणवत्ता पर उठने वाले सवालों में कोई कमी नहीं आई है। भोजन में पाई जाने वाली कमियों को दूर करने का प्रयास तो दूर इसके निर्देशों का पालन करने में भी लापरवाही बरती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में मिड-डे मील के आहार-चार्ट के अनुसार भोजन देना तो दूर उसके बारे में बच्चों को जानकारी भी दे रहे है। संस्थाएं और स्व सहायता समूह भी लापरवाह है। इन समूहों के मिड-डे मील संचालक के साथ-साथ स्कूल के प्रभारी शिक्षक को भोजन की देखरेख और उसके स्वाद की परख की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। लेकिन यह प्रक्रिया प्रत्येक क्षेत्र में कारगर नहीं हो सकी है। 


पौष्टिक आहार मुहैया कराने में नहीं मिल रही सफलता
स्कूल के बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भले ही मिड-डे मील की शुरुआत की गई हो, लेकिन मौजूदा समय में इसकी हालत चिंतनीय है। भोजन के चार्ट का कई स्कूलों से गायब होना ही इसकी हकीकत बयां करता है। कई ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों से आहार चार्ट गायब हैं। आहार में गड़बडयि़ों की घटना से यह स्पष्ट है कि इस बारे में नियमों के पालन और सुचारू व्यवस्था का स्कूलों में अभाव है।


पोषक तत्वों की कमी
मिड-डे मील आहार के माध्यम से हर हफ्ते बच्चों को अलग-अलग पोषण वाले आहार देने के नियमों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। इसके कारण बच्चों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है। बच्चों को अलग-अलग प्रकार के ब्यंजनों की लिस्ट के माध्यम से बच्चों में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा को संतुलित रखना था। लेकिन इस कार्य में अब तक 
सफलता नहीं मिल सकी है।


स्व सहायता समूह मनमर्जी से बनाते हैं मध्यान्ह भोजन


 ग्रामीण क्षेत्रों की शालाओं में स्व सहायता समूह अपनी मनमर्जी से मध्यान्ह भोजन का मीनू तय करते हैं मीनू के हिसाब से कई शालाओं में भोजन बनाया ही नहीं जाता। जिस दिन शाला में हरी सब्जी और दाल रोटी बनाने का चार्ट में उल्लेख होता है उस दिन केवल दाल रोटी बन जाती है और हरी सब्जी के नाम पर दाल में केवल हरी पालक, मेथी की भाजी या पत्तागोभी डालकर सब्जी की पूर्ति की जाती है। गुरुवार को पकोड़े डालकर कड़ी एवं पुलाव बनाया जाना निर्धारित है तो कई शालाओं  में केवल पुलाव ही बनाया जाता है और दही नहीं होने के कारण कड़ी नहीं बनाये जाने का बहाना किया जाता है।
 उनके अनुसार यही मीनू है ।प्रधान पाठकों को इस बारे में जब पूछा जाता है वह स्व सहायता समूह की शिकायत करते नजर आते हैं।


संबंधित अधिकारी द्वारा नियमित मॉनिटरिंग नहीं हो पाती
 
जिले में संचालित स्व सहायता समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन के संबंध में जिला पंचायत द्वारा प्रभारी अधिकारियों द्वारा मध्यान भोजन के संबंध में नियमित मॉनिटरिंग नहीं की जाती जिसके अभाव में स्व सहायता समूह अपनी मनमर्जी से मध्यान भोजन का संचालन करते हैं कहीं ग्रामीण क्षेत्रों में तो किसी के गांव में किसी की मृत्यु पर बच्चों को भी भूखा रखा जाता है क्योंकि मध्याह्न भोजन बनाने वाली महिलाएं वहां जाती है जिसके कारण मध्यान्ह भोजन नहीं  बना पाती है। कई बार धार्मिक अवसर पर शिक्षकों के उपवास होने के कारण वहां पर बच्चों के लिए भी फरियाली के रूप में साबूदाने की खिचड़ी का वितरण किया जाता है।


स्थानीय  नेताओं के स्व सहायता  समूह करते है नेतागिरी


जिले की कई ग्रामीण शालाओं में मध्यान्ह भोजन बनाने वाली महिलाओं के परिवार वाले अक्सर किसी न किसी  राजनीतिक नेताओं से जुड़े होने के कारण हमेशा स्कूलों में शिक्षकों पर दबाव बनाते हैं और अपनी मनमर्जी से मध्यान्ह भोजन का संचालन करते हैं जिसकी शिकायत कई बार शिक्षक उच्च अधिकारियों को नहीं कर पाते जिसका फायदा अक्सर यह समूह वाले उठाते हैं।


मध्यप्रदेश की  60 प्रतिशत शासकीय शालाओं में अभी भी बिजली कनेक्शन नही है 

मध्यप्रदेश की  60 प्रतिशत शासकीय शालाओं में अभी भी बिजली कनेक्शन नही है 



मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने स्कूल शिक्षा विभाग से प्रदेश के विद्युत कनेक्शन विहिन प्राइमरी व मिडिल स्कूलों की जानकारी मांगी है। मप्र शासन ने जो आंकड़े एमएचआरडी को भेजे हैं। वह चौंकाने वाले हैं। जहां स्कूल शिक्षा विभाग प्रदेश के सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए दिल्ली और साउथ कोरिया के एजुकेशन मॉडल को लागू करने का दावा कर रहा है। वहीं, प्रदेश भर के 60 फीसदी प्रायमरी और मिडिल स्कूल बिना बिजली कनेक्शन के संचालित हो रहे हैं।


जब विधान सभा व लोकसभा चुनाव के दौरान स्कूलों में मतदान केंद्र बनाए गए तो बिजली व्यवस्था में मामूली 9 फीसदी सुधार हुआ। 2018-19 में प्रदेश भर में 1,13,110 सरकारी प्रायमरी और मिडिल स्कूल हैं। इनमें से 30.12 फीसदी स्कूलों में ही बिजली उपलब्ध थे। वहीं, 69.88 फीसदी स्कूल विद्युत सुविधा विहीन थे। वहीं चुनाव के दौरान विभाग द्वारा 25,329 स्कूलों में बिजली कनेक्शन के लिए बजट जारी किया गया। इसके बावजूद अब भी प्रदेश के 68,902 (60.03%) स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं हो पाए हैं।


 


इधर, एमएचआरडी के सभी राज्यों के जारी आंकड़ों में मप्र में 32.58 फीसदी स्कूलों में बिजली है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र भेजकर स्कूलों में बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने की मांग की है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बिजली, पानी व शौचालय जैसी मूलभूत संसाधनों की भारी कमी है। ऐसे में शासन विदेश की तर्ज पर एजुकेशन मॉडल को कैसे लागू कर पाएंगे।


भोपाल की 664 शालाओं में बिजली नहीं


 


2017-18 में प्रदेश भर की 93,231 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं थे। इनमें से चुनाव के दौरान 25,329 स्कूलों में विद्युत कनेक्शन की व्यवस्था के लिए राशि जारी की गई। भोपाल की विद्युत विहीन 855 प्रायमरी और मिडिल स्कूलों में से 191 स्कूलों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान बिजली की व्यवस्था होने के बाद भी 664 स्कूलों में अभी भी बिजली की व्यवस्था नहीं है।


बिजली के बिना कई स्मार्ट क्लास फेल


 


स्कूलों में बिजली के बिना कई योजनाएं फेल नजर आ रही है। इसमें स्मार्ट क्लास, लैब आदि कई सुविधाएं नहीं चल पा रही है।


आंकड़े एक नजर में


 


प्रदेश भर में प्रायमरी व मिडिल स्कूलों की संख्या -1,13,110


बिजली उपलब्ध होने वाले स्कूलों की संख्या - 34,069


 


बिजली सुविधा विहिन वाले स्कूलों की संख्या - 79,041


बिजली कनेक्शन न होने वाले स्कूलों की संख्या- 68,902


 


इन जिलों में बिजली विहिन स्कूलों की संख्या


भोपाल - 664


 


जबलपुर - 937


इंदौर - 374


 


ग्वालियर- 1177


छिंदवाड़ा- 2620


होशंगाबाद - 840


विदिशा - 2364


उज्जैन- 1630


सतना - 2270


सीहोर - 1069


बच्चों के भविष्य के प्रति शासन गंभीर हैं। हमने विभाग को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में जितने भी बिजली विहिन स्कूल हैं वहां तत्काल व्यवस्था की जाए। जल्द ही सभी स्कूलों में बिजली कनेक्शन कराया जाएगा। - डॉ प्रभुराम चौधरी, स्कूल शिक्षा मंत्री


स्वच्छता पखवाड़े अंतर्गत रैली निकालकर राष्ट्रीय स्मारकों सफाई  की

स्वच्छता पखवाड़े अंतर्गत रैली निकालकर राष्ट्रीय स्मारकों सफाई  की



बुरहानपुर-  जिला पुरातत्व विभाग बुरहानपुर, एन.सी.सी. बुरहानपुर एवं मानव सेवा संस्था बुरहानपुर द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत संयुक्त तत्वाधान में एक रैली का आयोजन किया गया । जिसमें सेवासदन महाविद्यालय के, शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर, हकीमियां उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बुरहानपुर, लालबाग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बुरहानपुर ,खैराती बाजार उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बुरहानपुर तथा सेंट टेरेसा हायर सेकेंडरी स्कूल बुरहानपुर के क्रमशः सीनियर डिविजन, सीनियर विंग, जूनियर डिविजन तथा जूनियर विंग के 175  एन.सी.सी.कैडेट्स ने सम्मिलित होकर रैली को सफल बनाया।



सेवा सदन महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट सुशील माहेश्वरी एवं एनसीसी प्रभारी श्रीमती लीना जाधव, शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर के एनसीसी अधिकारी फर्स्ट ऑफिसर संतोष सिंह ठाकुर एवं प्रभारी श्रीमती शैलजा यादव, लालबाग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सेकंड ऑफिसर अतुल चौरे, हकीमियां उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सेकंड ऑफिसर टी जे मुफ्ती   सेंट टेरेसा हायर सेकेंडरी की प्रभारी  कु.अंजू धांडे एवं शासकीय उर्दू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैराती बाजार के एनसीसी अधिकारी प्रभारी श्री अनीस इस अवसर पर उपस्थित रहें। इस अवसर राष्ट्रीय स्मारकों की साफ सफाई भी की गई।


मंगलवार, 24 सितंबर 2019

 बालिका छात्रावास तुकईथड़ में रिक्त वार्डन पद हेतु प्राप्त आवेदनों में  से 2 आवेदन पात्र एवं 3 अपात्र हुए  

 बालिका छात्रावास तुकईथड़ में रिक्त वार्डन पद हेतु प्राप्त आवेदनों में  से 2 आवेदन पात्र एवं 3 अपात्र हुए  


 दावे-आपत्ति 28 सितम्बर तक आमंत्रित
 


बुरहानपुर  - जिला शिक्षा केन्द्र, सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत बुरहानपुर में संचालित बालिका छात्रावास तुकईथड़ में वार्डन के रिक्त पद का प्रभार सौंपे जाने हेतु जारी विज्ञप्ति में प्राप्त आवेदनों के परीक्षण उपरांत जिला जेण्डर कोर गु्रप द्वारा तैयार अनंतिम सूची प्रकाशित की जा चुकी है। प्रकाशित अनंतिम सूची में श्रीमती ज्योति जाधव, श्रीमती महिमा पाराशर पात्र एवं श्रीमती राजकुमारी सोनी, श्रीमती रेखा राठौर, श्रीमती आरती वैध अपात्र की सूची में है। जिसके संबंध में 28 सितम्बर, 2019 तक कार्यालयीन समय में कार्यालय जिला शिक्षा केन्द्र बुरहानपुर में दावे-आपत्ति प्रस्तुत की जा सकेगी। निर्धारित दिनांक व समय उपरांत किसी भी प्रकार की दावे-आपत्ति स्वीकार नहीं की जायेगी। यह जानकारी जिला परियोजना समन्वयक द्वारा दी गई।  


शा. उच्च. माध्य. विद्यालय चापोरा में जीवन कौशल एवं सीसीएलई उपक्रम चलाए जाने से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में आया निखार

 शा. उच्च. माध्य. विद्यालय चापोरा में जीवन कौशल एवं सीसीएलई उपक्रम चलाए जाने से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में आया निखार



बुरहानपुर  - बुरहानपुर जिले से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शा.उ.मा.विधालय चापोरा में विगत दो वर्षो से जीवन कौशल एवं सीसीएलई शासकीय उपक्रम चलाये जा रहे है। जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में काफी उभार आया है। पहले विद्यार्थियों में हिचकिचाहट दिखाई देती थी लेकिन अब भाषण प्रतियोगिता, प्रश्नों उत्तरी, आयु भाषण में सहभागिता लेने से उनमें मंच पर बोलने की क्षमता उनमें एक उत्साह, एक उमंग दिखाई देती है। सीसीएलई के अंतर्गत प्रार्थना सभा में भी बदलाव आया है, इसके साथ विद्यालय में चार सदन का निर्माण किया गया है। सदनों को अलग-अलग दर्शाने के लिए लाल, हरे, नीले व सफेद एवं सफेद रंग की रिबन का उपयोग किया जा रहा है।
उपरोक्त प्रयास से कक्षा 9 वी में भूषण दत्रातय पावडे नामक छात्र जो थोड़ा मानसिक रूप से कमजोर है के द्वारा स्कूली गतिविधियों में काफी रूचि लेता है। शुरूवाती दौर से ही वह शिक्षक के हर काम करने के लिए तत्पर रहता था। ताकि शिक्षक का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सके। कई बार वह अपने आपको असहज महसूस करता था। जब यह बात कक्षा शिक्षक के समझ में आयी तो उन्होंने उससे बातचीत की ओर उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया।



गणपती प्रतियोगिता में इस बालक ने पुरस्कार प्राप्ति के लिए मिट्टी के गणेशजी की प्रतिमा बनाने का प्रयास किया जो कि सराहनीय रहा। शासकीय उ.मा.विद्यालय चापोरा में  रसायन शास्त्र की अध्यापिका श्रीमती अर्चना पवार ने उपयोगिता के आधार पर आवर्त सारणी बनवाई। जैसें मैग्नेशियम पत्तियों में पाया जाता है तो आवर्त सारण में हरे पत्ते का चित्र बनाकर उसमें संकेत, नाम एवं परमाणु क्रमांक दर्शाया। जिससें मैग्नेशियम का उपयोग छात्रों की समझ में आसानी से आ जाये। इस प्रकार अनेक गतिविधियों के माध्यम से शाला में परिवर्तन लाने हेतु प्राचार्य एवं समस्त स्टॉफ प्रयास कर रहे है। जिससे विद्यालय में खुशहाली वातावरण निर्मित किया जा सके।


जायंट्स सेवा सप्ताह का समापन शिक्षकों के सम्मान एवं  प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र वितरण के साथ सम्पन्न हुआ ।

जायंट्स सेवा सप्ताह का समापन शिक्षकों के सम्मान एवं  प्रतियोगियों को प्रशस्ति पत्र वितरण के साथ सम्पन्न हुआ ।


 


बुरहानपुर - भारतीय मूल की मानव सेवी अंतर्राष्ट्रीय संस्था जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर का सेवा सप्ताह 17 सितम्बर से 23 सितम्बर 2019 तक विभिन्न कार्यक्रमों के साथ आयोजन होकर सम्पन्न हुआ l जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर के अध्यक्ष महेंद्र जैन एवं प्रशासन संचालक डॉ. फोजिया सोडावाला ने बताया की जायंट्स सेवा सप्ताह का समापन जायंट्स चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित मूक बधिर अंध विद्यालय में जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय बुरहानपुर एवं जनजाग्रति संस्था के संयुक्त तत्वाधान में अपर जिला एवं सत्र न्ययाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमान नरेन्द्र पटेल के मुख्य आतिथ्य में एवं कार्यक्रम के विशेष अतिथि वरिष्ठ समाज सेवी , जायंट्स के पूर्व फेडरेशन अध्यक्ष व् जायंट्स सदस्य सुरेश भाई श्रॉफ, वरिष्ठ समाज सेवी श्री रामधारी मित्तल , जायंट्स चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश भाई जोशी , जिला विधिक सहायता अधिकारी रॉबिन दयाल एवं इस कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष महेंद्रजैन की अध्यक्षता में समापन समारोह संम्पन्न हुआ।  समापन समारोह के अवसर पर प्रतियोगिता में जीन छात्र एवं छत्राओ ने भाग लिया था l उनको पुरस्कार व् प्रशस्ति पत्र के साथ एवं मूक बधिर अंध विद्यालय के समस्त स्टाफ का जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर द्वारा तिलक , मोती की माला , शाल व् प्रशस्ति पत्र देकर अपर जिला एवं सत्र न्ययाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमान नरेन्द्र पटेल एवं अन्य सम्मानीय अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया l उक्त कार्यक्रम के अवसर पर संस्था के सम्मानीय सदस्य मेहुल जैन , डॉ. हर्ष वर्मा , हरिओम अग्रवाल , डॉ. अशोक गुप्ता , शोभा चौधरी , मनोरमा शर्मा , इन्द्रजीत कौर बिंद्रा , सुमेरा अली , मीना चौहान , अताउल्ला खान , किरण शाह , आशा दलाल , ऋतू भमोरे , मेघा चौधरी , दीपिका मोदी , जायंट्स चेरिटेबल ट्रस्ट के सचिव प्रशांत तिवारी एवं कोषाध्यक्ष कैलाश अग्रवाल के साथ साथ मूक बधिर अंध विद्यालय के प्राचार्य देविदास चौहान व् बड़ी संख्या में मूक बधिर अंध विद्यालय के समस्त आदरणीय गुरुजन व् बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राए उपस्थित थे l  संस्था अध्यक्ष श्री महेंद्र जैन ने अध्यक्षीय उदबोधन में  शब्दों से एवं फूलो से सभी पधारे हुए अतिथियों का सदस्य के सहयोग से स्वागत किया l 
 कार्यक्रम को संबोधित  करते हुए कार्यक्रम के विशेष अतिथि श्री सुरेश भाई श्रॉफ ने कहा की जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर की स्थापना 1982 में बुरहानपुर में हुई थी l लगभग 27 साल संस्था सतत चलने के बाद किन्ही कारणों वश बंद हो गई थी l अंतरराष्ट्रीय व् फेडरेशन के वर्तमान पदाधिकारियों ने जब बुरहानपुर आये और पुनः ग्रुप खोलने का निवेदन किया तो मेरे मन में सिर्फ एक व्यक्ति का नाम आया जो पूर्व में भी जायंट्स के नाम को अपने क्रियाकलापों के माध्यम से गौरवान्वित कर चूका है l और एसे ही व्यक्ति महेंद्र जैन को बुलाकर जायंट्स की बागडोर सौपनेके लिए कहा और तब से ही जायंट्स पुनः अपनी  सक्रियता बरक़रार रखते हुए जनमानस की सेवा में रत है मै बहुत खुश हु की मैंने सही व्यक्ति को चुना l 
  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान नरेन्द्र पटेल ने कहा की आज के इस कार्यक्रम में जिस जगह आया हु निश्चित ही इस जगह पर जो पुनीत कार्य हो रहा है l वह बहुत ही सराहनीय है l जायंट्स ग्रुप बुरहानपुर द्वारा जायंट्स चेरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा संचालित इस स्कूल के गुरुजनों का जो सम्मान मेरे हाथो से हुआ है l मै इसलिए अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हु की एक तो यह आदरणीय गुरुजन है एवं इन गुरुजनों के द्वारा मूक बधिर एवं अंध बच्चो को जो शिक्षण का कार्य कराया जा रहा है l वह तारीफे काबिल है l साथ ही जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर द्वारा जो विभिन्न प्रतियोगिताये आयोजित की गई थी उनमे सब विजेताओ को मै बधाई देता हु और आशा कर्ता हु की जायंट्स ग्रुप ऑफ़ बुरहानपुर अन्य संस्थाओ के सहयोग से एसे ही प्रतियोगिताओ का आयोजन कर क्षेत्र की प्रतिभाओ को उभारने का कार्य करे l 
कार्यक्रम का संचालन संस्था की सक्रीय सदस्य रजनी गट्टानी ने किया एवं उपस्थित समस्त आगंतुको का आभार जायंट्स अध्यक्ष महेंद्र जैन ने माना l


रविवार, 22 सितंबर 2019

महिला महाविद्यालय में महिला पुलिस चौकी स्थापित होगी

महिला महाविद्यालय में महिला पुलिस चौकी स्थापित होगी


बुरहानपुर  - उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी के निर्देशानुसार उच्च शिक्षा विभाग द्वारा महिलाओं की सुरक्षा और निगरानी के लिए कन्या महाविद्यालय में महिला पुलिस चौकी स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिला पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर राज्य शासन के वचन पत्र में कन्याओं के शैक्षणिक संस्थाओं महिलाओं की कामकाजी क्षेत्रों को चिन्हित कर वहाँ पुलिस चौकी की स्थापना और उन क्षेत्रों पर महिला गश्त की व्यवस्था करने की बात कही है।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी कन्या एवं को-ऐड महाविद्यालय के प्राचार्य को पत्र लिखकर निर्देशित किया गया है कि वे कड़ाई से इसका पालन सुनिश्चित करें। प्राचार्य को महाविद्यालय में छात्राओं की समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। समिति की बैठक में छात्राओं के हस्ताक्षर सहित सुरक्षा संबंधी सुझाव प्राप्त किया जाएगा। इन प्राप्त सुझावों के बारे में प्राचार्य स्थानीय पुलिस अधिकारियों से बिंदुवार चर्चा करेंगे। बैठक के आधार पर प्राचार्य स्थानीय स्तर पर सुरक्षा से संबंधित पत्र जारी करेंगे। सभी कन्या महाविद्यालय  के कामन एरिया में (जिसमें निजता भंग ना हो) विशेष तौर पर प्रवेश और निर्गम द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँ। इसके अलावा प्राचार्य को निर्देशित किया गया है कि पिछले 2 वर्ष में उक्त संस्थाओं में कोई गंभीर घटना यदि घटित हुई है तो घटना में शामिल लोगों की तथा क्या कार्यवाही की गई की जानकारी स्थानीय कलेक्टर और पुलिस प्रशासन को दें। कन्या महाविद्यालय और कन्या छात्रावासों में काम कर रहे सभी संविदा कर्मचारियों का 15 दिन में पुलिस सत्यापन करना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। प्राचार्य अपने महाविद्यालय और छात्रावास में पूर्व में की गई सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी आयुक्त उच्च शिक्षा को निर्धारित प्रारूप में उपलब्ध कराना होगा। क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा समय-समय पर महाविद्यालयों के निरीक्षण के दौरान निर्देशों के क्रियान्वयन की जानकारी प्राप्त करेंगे और शासन को प्रतिवेदन भेजेंगे।    


छात्र-छात्राओं को हर सप्ताह जीवन कौशल सत्र का रहता है इंतजार

छात्र-छात्राओं को हर सप्ताह जीवन कौशल सत्र का रहता है इंतजार



बुरहानपुर  - जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम के तहत शा.उ.मा.विधालय बोरसर के बच्चों में आया सकारात्मक बदलाव। जीवन कौशल वे सकारात्मक व्यवहारिक दक्षताएं है जो व्यक्ति के दैनिक जीवन की आवश्यकताओं एवं चुनौतियों को प्रभावी तरीके से सामना करने में सक्षम बनाती है, स्वजागरूकता, समानुभूति संवाद कौशल, अंतवैक्तिक संबंध, समस्या समाधान, निर्णय लेना, तनाव का सामना, भावनाओं की समझ इन जीवन कौशलें पर आधारित ''उमंग'' मार्गदर्शिका में रोचक व मनोरंजक गतिविधियों द्वारा इन कौशलों को विकसित किया जा रहा है।  



शा.उ.मा.विद्यालय बोरसर में विगत 3 वर्षो से अध्यापिका श्रीमती प्रीति गौर द्वारा  जीवन कौशल शिक्षा सत्र संचालित किया जा रहा है। शाला में सत्रों का संचालन का सकारात्मक प्रभाव विद्यार्थियों पर दिखाई दिया, जो छात्र-छात्राएं कक्षा में बोलने, प्रश्न पूछने में भी सकुचाते थे, उनमें जीवन कौशल द्वारा आत्मविश्वास बढ़ा है, उनकी झिझक दूर हुई है वे अब बढ-चढ़कर शाला में होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेते है। वे शिक्षकों के सामने अपनी बात खुलकर रखते है। उनके बातचीत के तरीके में बदलाव आया है तथा वे एक दूसरे के साथ मिलजुलकर रहते है। उनमें मिलकर काम करने की प्रकृति का विकास हुआ है।
विद्यार्थी अब किसी भी कार्य को करने से पहले उसके फायदे व नुकसान पर विचार करने लगे है। उनमें रचनात्मकता का विकास हुआ है जो उनके द्वारा की जाने वाली  गतिविधियों में दिखाई देता है। जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम द्वारा छात्र-छात्राओं के व्यवहार में आए इन परिवर्तनों को देखते हुए इस वर्ष कक्षा 10 वीं 11 वीं के लिए भी अलग-अलग मार्गदर्शिका शुरू की गई है।


शनिवार, 21 सितंबर 2019

प्रगतिशील हिंदी मंच द्वारा हिंदी पखवाड़ा अंतर्गत हिंदी उत्सव मनाया

प्रगतिशील हिंदी मंच द्वारा हिंदी पखवाड़ा अंतर्गत हिंदी उत्सव मनाया



 बुरहानपुर- प्रगतिशील हिंदी मंच बुरहानपुर द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा अंतर्गत नवलसिंह मांटेसरी स्कूल नवल नगर परिसर में हिंदी उत्सव मनाया गया ।यह देश है भा रत भारतीय हम मातृभाषा हमारी हिंदी है भाईचारा बनाए आपसी जो मधु भाषा हमारी हिंदी है। नगर के सुप्रसिद्ध साहित्यकार वरिष्ठ गीतकार ठाकुर वीरेंद्रसिंह से चित्रकार ने हिंदी की दशा दिशा पर भाषा के उन्नयन हेतु अपना अध्यक्षीय काव्यात्मक उद्बोधन दिया। कार्यक्रम क्रम संख्या में अतिथि के रुप में उपस्थित दोहा कार श्याम ठाकुर ने  विद्यार्थियों को हिंदी की महत्ता पर अपने सशक्त विचार रखते हुए दोहे प्रस्तुत किए। हिंदी प्रचारक सुजीत सिंह प्रसंगों के माध्यम से  हिंदी में हस्ताक्षर करने का प्रण दिलवाया। स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी हिंदी गीत एवं कविताएं सुनाकर हिंदी उत्सव को सार्थकता प्रदान की। शिक्षक शिक्षकों में श्रीमती सुरेखा चौहान श्रीमती सुनीता यादव एवं शाला परिवार उपस्थित था ।मां शारदे की पूजा अर्चना पश्चात कुंवर श्री चित्रकार जी द्वारा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ संचालक श्री नरेंद्र कुमार महाकाल ने किया श्री दामोदर यादव ने आभार प्रदर्शन किया।


शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

थल सेना शिविर में शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर के 3 एनसीसी कैडेट्स का चयन

थल सेना शिविर में शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर के 3 एनसीसी कैडेट्स का चयन



 बुरहानपुर-  थल सेना शिविर 2019नई दिल्ली के लिए  3 एनसीसी कैड़ेट का चयन हुआ है यह कैडेट्स लगातार चयन प्रक्रिया से गुजरते हुए मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ डायरेक्टरेट का प्रतिनिधित्व कर बुरहानपुर को गौरवान्वित कर रहे हैं । बुरहानपुर के कुल 4 एनसीसी कैडेट चयनित हुए हैं । जिसमें सेवासदन महाविद्यालय बुरहानपुर का कैडेट अंडर अफसर ऋषिकेश चतरे, शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय बुरहानपुर के एनसीसी कैडेट सीएसएम हर्षल सावकारी , सार्जेंट मोहित तुर्वे ,सार्जेंट प्रज्जवल तिड़के का चयन हो कर वे बरहानपुर का नाम  गौरवान्वित कर रहे हैं।नई दिल्ली से लौटने के बाद इन छात्रों का एनसीसी कैडेट्स का चल समारोह बुरहानपुर शहर में निकाला जाएगा । उनके चयन पर 36 म.प्र. बटालियन  एन सी. सी. खंडवा के कमान अधिकारी कर्नल जे.पी.सत्यीगिरी    एवं प्रशासनिक अधिकारी कर्नल अजीत सिंह ढिल्लन ने कैडेट्स को , पेरेंट्स को एवं एन.सी.सी. अधिकारी संंतोष सिंह ठाकुर को बधाई एवं शुभकामनाए प्रेषित की हैं।


विकासखंड स्तर पोषण माह का हुआ आयोजन

विकासखंड स्तर पोषण माह का हुआ आयोजन



खकनार -महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शुक्रवार को जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति मे खण्ड स्तरीय पोषण सभा का आयोजन जनपद पंचायत सभागृह मे किया गया l पोषण सभा का आयोजन राष्ट्रीय पोषण अभियान अंतर्गत मनाये जा रहे पोषण माह की गतिविधियों के दौरान किया गया है कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमति निर्मला जावरकर व विधायक प्रतिनिधि पवन लहासे के साथ अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया l



कार्यक्रम मे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता के साथ ही अन्य ग्रामीण उपस्थित थे l प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महेश मेहरा द्वारा पोषण माह के बारे में जानकारी दी गई l कार्यक्रम के दौरान अतिथियों द्वारा पोषण अभियान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा गया कि पोषण अभियान को एक आंदोलन के रूप में स्वीकार कर कुपोषण को दूर करने में सहयोग करे l पोषण अभियान के माध्यम से जनसमुदाय मे जागरूकता लाना है और कुपोषण को दूर भगाना है पोषण प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिसमे THR से बने खाद्य सामग्रियों का प्रदर्शन किया गया l राष्ट्रीय पोषण अभियान अंतर्गत माह सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है जिसमे विभिन्न विभागों के समन्वय और सहभागिता के द्वारा जनजागरुकता गतिविधियां आयोजित की जा रही है और समुदाय मे कुपोषण को दूर करने हेतु जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है खण्ड स्तरीय पोषण सभा के पश्चात दिनांक 21 सितंबर से ग्राम स्तरीय पोषण सभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें ग्राम स्तरीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति मे पोषण सभा आयोजन किया जाएगा जिसमें समुदाय के सदस्यों को पोषण अभियान और उससे जुड़े पहलुओं के बारे में चर्चा करेंगे l वही कार्यक्रम मे  खकनार जनपद   निर्मला प्रकाश जावरकर उपाध्यक्ष बसन्ती बाई विधायक प्रतिनिधि पवन लहासे  खकनार कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अजय महाजन   जनपद सदस्य बलराम राठौड़ किशोर वासन कर वह समस्त कर्मचारी व महिला बाल विकास की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद   थी


गुड़ टच और बेड टच जागरूकता अभियान के बाद बच्ची ने उठाई आवाज

गुड़ टच और बेड टच जागरूकता अभियान के बाद बच्ची ने उठाई आवाज




रतलाम में चाइल्ड लाइन द्वारा स्कूलो में गुड़ टच ओर बेड टच को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा जिसके  चलते  एक 14 वर्षीय नाबालिक लड़की ने चाइल्ड लाइन को काल कर बेड टच की जानकारी दी,नाबालिक 14 वर्षीय लड़की ने  चाइल्ड लाइन में फोन कर  सौतेले पिता की गलत हरकत की जानकारी दी, जिसके बाद चाइल्ड लाइन द्वारा मौके से पहुंच कर रसे जानकारी ली तो मामला सामने आया कि  पिता बच्ची से  छेड़छानी करता था  व गलत हरकते करता था,ओर इसके बाद चाइल्ड लाइन ने सौतेले पिता के खिलाफ मामला दर्ज करवाया ।


रतलाम से कमलेश शर्मा 


सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा आवेदन अब 10 अक्टूबर तक ,अभ्यर्थी इस लिंक से कर सकते है आवेदन 

सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा आवेदन अब 10 अक्टूबर तक ,अभ्यर्थी इस लिंक से कर सकते है आवेदन 
 
भोपाल - सैनिक स्कूल रीवा में कक्षा 6 और 9 में सत्र 2020-21 में प्रवेश की अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के लिये ऑनलाईन आवेदन पत्र अब 10 अक्टूबर 2019 तक किये जा सकेंगे। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 21 सितम्बर 2019 थी। पात्र अभ्यर्थी वैबसाइट www.sainikschooladmission.in या www.sainikschoolrewa.ac.in के माध्यम से आनलाईन आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिये हेल्पलाईन नम्बर 8510055577 या 8510044411 पर सम्पर्क किया जा सकता है।


स्पेशल पुलिस कैड़ेट योजनान्तर्गत विद्यार्थी को दिया प्रशिक्षण

स्पेशल पुलिस कैड़ेट योजनान्तर्गत विद्यार्थी को दिया प्रशिक्षण


  बुरहानपुर-  जिला पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार एवं  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में थाना लालबाग एवं थाना निंबोला में स्पेशल पुलिस कैडेट योजना अंतर्गत छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण एवं यातायात नियमों एवं सड़क दुर्घटना से बचने के उपायों के संबंध में प्रशिक्षित किया गया।





उक्त प्रशिक्षण में क्षेत्र के शासकीय विद्यालयों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। आदेशानुसार सप्ताह भर यह कार्यक्रम प्रत्येक दिन दो स्कूलों में चलाया जाएगा।


दिल्ली में 10वीं और 12वीं कक्षा के करीब 3.14 लाख छात्रों का सीबीएसई परीक्षा शुल्क अब दिल्ली सरकार देगी

दिल्ली में 10वीं और 12वीं कक्षा के करीब 3.14 लाख छात्रों का सीबीएसई परीक्षा शुल्क अब दिल्ली सरकार देगी


 शिक्षा विभाग के इससे जुड़े एक प्रस्ताव को बुधवार को दिल्ली कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। यह सुविधा दिल्ली सरकार के स्कूलों के साथ अनुदान प्राप्त और पत्राचार विद्यालय के विद्यार्थियों को मिलेगी। इसके लिए सरकार को हर साल 57 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।


अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षा सीबीएसई और तीसरी से 8वीं, 9वीं और 11वीं की मिड टर्म और वार्षिक परीक्षा शिक्षा निदेशालय कराता है। दिल्ली सरकार की योजना के तहत गृह परीक्षा का पूरा खर्च शिक्षा निदेशालय करता है। इससे अभिभावकों पर बोझ नहीं पड़ता। सीबीएसई परीक्षा के लिए बच्चों को शुल्क देना पड़ता है। यह शुल्क अब दिल्ली सरकार देगी।


कैबिनेट के बुधवार के फैसले के बाद सरकारी स्कूलों, अनुदान प्राप्त और पत्राचार्य विद्यालयों के विद्यार्थियों को परीक्षा शुल्क नहीं देना पड़ेगा। दिल्ली सरकार सीबीएसई को इसका भुगतान शिक्षा निदेशालय के जरिए करेगी। योजना मौजूदा शिक्षा सत्र 2019-20 से लागू होगी। लाभ पाने वालों में 10वीं के 1,79,914 और बारहवीं के 1,33,802 विद्यार्थी होंगे।


गुरुवार, 19 सितंबर 2019

विशेष पिछड़े जनजातीय छात्रावासों में लगाए जाएंगे सोलर गीजर प्लांट

विशेष पिछड़े जनजातीय छात्रावासों में लगाए जाएंगे सोलर गीजर प्लांट
बुरहानपुर  -प्रदेश के विशेष पिछड़े जनजाति बाहुल्य 15 जिलों में इस वर्ष 1008 छात्रावासों और आश्रम शालाओं में सोलर गीजर प्लांट लगाये जायेंगे। इसके लिये आदिम-जाति कल्याण विभाग के बजट में 26 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। इन क्षेत्रों मे 56 जूनियर छात्रावास, 531 सीनियर छात्रावास, 39 महाविद्यालयीन छात्रावास और 382 आश्रम शालाएँ हैं।
आदिवासी विद्यार्थियों को आवास भत्ता
प्रदेश में छात्रावासों में स्थान नहीं प्राप्त कर सके अनुसूचित जनजातीय विद्यार्थियों को आवासीय भत्ता उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्ष 2017-18 में 65 हजार 304 और 2018-19 में 28 हजार 470 विद्यार्थियों को इस योजना से लाभान्वित किया गया। योजना में आदिवासी विद्यार्थियों को संभागीय मुख्यालय के लिये 2000 रूपये, जिला मुख्यालय के लिये 1250 रूपये और विकासखण्ड अथवा तहसील मुख्यालय के लिये एक हजार रूपये प्रतिमाह आवासीय भत्ता दिया जा रहा है।  


विद्यार्थी जीवन सारे जीवनकाल का आधार हैं ।   

विद्यार्थी जीवन सारे जीवनकाल का आधार हैं ।                 



जुलवानिया - शासकीय बालक छात्रावास जुलवानिया में सोमवार शाम अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार की तहसील इकाई राजपुर द्वारा बच्चों की गोष्ठी का आयोजन किया गया । गायत्री परिजन सुरेश सोलंकी ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन सारे जीवनकाल का आधार हैं । विद्यार्थी जीवन में जो समय का सदुपयोग कर लेता हैं , वह जीवन में नई ऊंचाईयाँ हासिल कर लेता हैं । उन्होंने बच्चों को एक लक्ष्य निर्धारित कर उसे योजनाबद्ध तरीके से पुरी निष्ठा, लगन एवं ईमानदारी से हासिल करने का आव्हान किया । गायत्री परिजन हीरालाल भाई ने बच्चों को भारतीय संस्कृति का महत्व बताते हुए कहा कि अच्छे संस्कारों से ही अच्छे चरित्र का निर्माण होता हैं । बच्चों में अच्छे संस्कारों के बीजारोपण के लिए गायत्री परिवार द्वारा प्रतिवर्ष भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाता हैं । इस परीक्षा में जो पाठ्यक्रम हैं उससे हमारा सामान्य ज्ञान तो बढ़ता ही हैं , साथ ही हमारा चिंतन , चरित्र और व्यवहार भी उत्कृष्ट बनता हैं जो इस परीक्षा का मुख्य उद्देश्य हैं । इस गोष्ठी के सफल आयोजन में समस्त छात्रों के साथ छात्रावास अधीक्षक श्री गिरधारीजी वर्मा का सहयोग सराहनीय रहा एवं उन्होंने परीक्षा में अधिक से अधिक बच्चों को बिठाने का आश्वासन भी दिया


बुधवार, 18 सितंबर 2019

वैदिक विद्यापीठ शाला की छत गिरने से घायल छात्र चिरंजीवी के स्वास्थ्य में सुधार 

वैदिक विद्यापीठ शाला की छत गिरने से घायल छात्र चिरंजीवी के स्वास्थ्य में सुधार 



  बुरहानपुर-  आज दोपहर में वैदिक विद्यापीठ स्कूल बाड़ी की पोल में  अचानक छत गिरने से नर्सरी का छात्र चिरंजीव जितेंद्र पिता लीला चंद मलबे में दब गया था । जानकारी के अनुसार अभी चिरंजीव जितेंद्र पिता लीला चंद अभी स्वस्थ है और अस्पताल में उसका इलाज जारी है । उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है ।


छात्रा के गले पर ब्लैड़ से किया हमला, कालेज प्रशासन की लापरवाही से घटी छात्रा के साथ घटना

छात्रा के गले पर ब्लैड़ से किया हमला, कालेज प्रशासन की लापरवाही से घटी छात्रा के साथ घटना



अमरपाटन शासकीय कालेज में  आज खुलेआम मुनेंद्र वर्मा नामक यूवक ने कालेज के अन्दर घुस कर छात्रा सीमा पटेल के गले मे ब्लेड से हमला किया और इस घटना को अन्जाम देने के बाद मुनेंद्र फरार हो गया, 
छात्रा ने बताया की मुनेंद्र जबरदस्ती फोन पर बात करने की धमकी देता था, तथा इस बात की शिकायत  घर मे करने की वजह से आरोपी द्वारा इस घटना को अन्जाम दिया तथा इतना कुछ होने के बाद भी कालेज स्टाप को कोई खबर नही , छात्राओं द्वारा इस बात की खबर सबको दी गई तथा घायल छात्रा सीमा पटेल को अमरपाटन हास्पिटल लाया गया और जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। तथा मौके पहुची अमरपाटन पुलिस आरोपी की तलाश मे जुटी हुई है 
अमरपाटन मे कालेज मे पहले भी कई घटनाए हो चुकी हो है और महाविद्यालय के प्राचार्य के द्वारा बनाए गये नियम व कानून कुछ दिनो तक ही सीमित रहता है।  *अगर इनके बनाए नियम चालू थे तो मुनेंद्र वर्मा अन्दर कैसे घुसा*।


           
सतना से लवनीश पांडे की रिपोर्ट


सोमवार, 16 सितंबर 2019

राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत वृहद पोषण सभा का होगा आयोजन  

राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत वृहद पोषण सभा का होगा आयोजन  


बुरहानपुर  -  राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में 1 से 30 सितम्बर तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत बच्चों, किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य पोषण के लिए महिला बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान अंतर्गत पोषण व्यवहार को जन आंदोलन का स्वरूप देने हेतु  विभिन्न गतिविधियां व कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। पोषण माह के अंतर्गत वृहद पोषण सभा विकासखण्ड/परियोजना के तहत 18 सितम्बर, 2019 को तथा ग्राम स्तर पर 20 सितम्बर, 2019 को आयोजित की जायेगी। इस संबंध में कलेक्टर श्री राजेश कुमार कौल ने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिये है कि इस आयोजित पोषण व्यवहार के जनआंदोलन को सफल बनाने के लिए समस्त जिला प्रमुख अपने उल्लेखित कर्तव्यों का जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय कर निर्वहन करना सुनिश्चित करेंगे।  


विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता के उच्च मापदण्ड निर्धारित करने के निर्देश

विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता के उच्च मापदण्ड निर्धारित करने के निर्देश



नैक ग्रेडिंग की पहल नहीं करने पर कुलपति होंगे जिम्मेदार : राज्यपाल श्री टंडन 


 

राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि विकास का सिद्धांत समय अनुसार परिवर्तन ही है। जो समय के साथ नहीं चलेंगे, वे मुख्य-धारा से बाहर हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि विश्व में बदलते शैक्षणिक मानकों पर खरे उतरने वाले शिक्षा संस्थान ही भविष्य में अस्तित्व में रह पाएंगे। राज्यपाल ने कहा कि समय की माँग है कि कुलपति शैक्षणिक गुणवत्ता के उच्च मापदण्ड निर्धारित करें। अनुशासन के वातावरण को मजबूत बनायें। स्वायत्तता का उपयोग शैक्षणिक नवाचारों, शोध और संसाधनों को जुटाने में करें। नई शिक्षा नीति के अनुसार नये पाठ्यक्रम शुरू करें। श्री टंडन आज राजभवन में उच्च शिक्षा उन्नयन प्रयासों की श्रंखला में "मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों की नैक ग्रेडिंग का सूत्रपात" कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।


राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग के लिए प्रयास करना कुलपतियों का उत्तरदायित्व है। कुलपतियों को शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने, समय अनुसार नये प्रयोग और शोध करने, रिक्त पदों की पूर्ति, शैक्षणिक कैलेण्डर लागू करने, विद्यार्थियों को रोजगारपरक उच्चतम ज्ञान देने और बुनियादी सुविधाएँ जुटाने के लिए जवाबदारी के साथ कठोर और नवाचारी कार्य करने होंगे। राज्यपाल ने कहा कि कर्मठ कुलपतियों को भरपूर संरक्षण और सहयोग मिलेगा। स्व-प्रेरणा और परिणाम के अभाव में कुलपतियों की जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाएगी।


श्री लालजी टंडन ने कहा कि जो बीत गया, उसे भूलकर नये जोश के साथ उज्जवल भविष्य के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि सरकार का बजट सीमित होता है। अनेक योजनाओं में अनुदान की राशि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पास उपलब्ध है। आवश्यकता मानक प्रस्ताव तैयार कर आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने की है। उन्होंने कहा कि शोध कार्य द्वारा भी संसाधन जुटा सकते हैं। श्री टंडन ने कहा कि सूचना क्रांति के इस युग में उच्च स्तरीय ज्ञान का प्रसार भी आय का माध्यम बन गया है। विद्वतापूर्ण व्याख्यान विचार और शोध को दुनिया में प्रसारित किया जा सकता है। कौशल उन्नयन, उद्यमिता आधारित पाठ्यक्रम का संचालन भी महत्वपूर्ण संसाधन है। प्रदेश के एक निजी विश्वविद्यालय ने अटल इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना कर इस दिशा में प्रयास किया है। उनका सहयोगी निजी क्षेत्र का संस्थान 1000 करोड़ रूपए का वेंचर फण्ड भी उपलब्ध करा रहा है।


राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि भारत महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। इसलिए युवा शक्ति को गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधन उपलब्ध कराने का दायित्व विश्वविद्यालयों का है। उन्होंने कहा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के साथ यह भी याद रखें कि हम अपनी जड़ों से दूर न हो जायें। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के आधार पर ही प्राचीन भारत को जगतगुरू कहा जाता था। करीब आधी दुनिया हजारों वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में भारत के योगदान को स्वीकारती है। ऐसे भारतीय वैज्ञानिकों के बारे में युवा पीढ़ी को अवगत कराने का प्रयास करें। इससे राष्ट्रीय स्वाभिमान जागृत होगा और देश के अनुरूप शिक्षण पद्धति विकसित होगी। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में नैक उदारता,सुधारता और पात्रता के फार्मूले का पालन कर विश्वविद्यालयों को नैक ग्रेडिंग के लिए मार्गदर्शन देगी। उन्होंने कुलपतियों से कहा कि नैक की ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए शैक्षणिक वातावरण और व्यापक चिंतन जरूरी है।


नैक के चेयरमैन श्री बी.एस. चौहान ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए समय चक्र तय कर कार्य-योजना बनाई जाये। उच्च शिक्षा में रातों-रात परिवर्तन नहीं हो सकता। शिक्षा की चुनौतियों को ध्यान में रखकर उनके समाधान के प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया, तो कुछ ही वर्षों में उच्च शिक्षा व्यवस्था का स्वरूप बदल जाएगा। संसाधनों की उपलब्धता बढ़ जाएगी। कुलपतियों की संख्या दोगुनी हो जायेगी। आवश्यकता प्रयासों के प्रति निष्ठावान और संकल्पित होने की है।


प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री हरिरंजन राव ने कहा कि प्रदेश में उच्च शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में स्वायत्तता बढ़ रही है। शिक्षण संस्थाओं की जवाबदारी भी बढ़ेगी। शिक्षण व्यवस्था और शैक्षणिक वातावरण के प्रति समाज में घटते विश्वास की चुनौती का समाधान वर्तमान समय की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कुलपति यदि चुनौतियों का सामना सूचना प्रौद्योगिकी और नवाचारों के साथ करेंगें, तो निश्चय ही विश्वविद्यालय का भविष्य उज्जवल होगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में बेहतर परिणाम देना ही सच्ची राष्ट्र सेवा है।


कार्यशाला में प्रथम तकनीकी सत्र को नैक के चेयरमेन प्रो. वी.एस. चौहान और डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के कुलपति प्रो. आर.पी. तिवारी ने संबोधित किया। दूसरे सत्र में कुलपतियों के सात समूहों का गठन किया गया। सात विषयों पर समूहों द्वारा विचार-विमर्श कर राज्यपाल को कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।


जिन मिडिल स्कूलों में 100 से ज्यादा छात्र हैं वहां नियुक्त होंगे व्यायाम व कला के शिक्षक

जिन मिडिल स्कूलों में 100 से ज्यादा छात्र हैं वहां नियुक्त होंगे व्यायाम व कला के शिक्षक


 


 


प्रदेश के ऐसे मिडिल स्कूल जहां 100 से ज्यादा छात्र पढ़ रहे हैं वहां पार्ट टाइम इंस्ट्रक्टर रखे जाएंगे। नया सत्र शुरू...



प्रदेश के ऐसे मिडिल स्कूल जहां 100 से ज्यादा छात्र पढ़ रहे हैं वहां पार्ट टाइम इंस्ट्रक्टर रखे जाएंगे। नया सत्र शुरू होने के कई महीने बाद इंस्ट्रक्टर की तलाश की जा रही है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत इन्हें रखे जाने का प्रावधान है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि उनके क्षेत्र में 100 से अधिक नामांकन वाली माध्यमिक शालाओं में हाई व हायर सेकंडरी स्कूलों में पदस्थ व्यायाम निदेशक, योग, संगीत और कला के शिक्षक रखे जाएं। इसी के साथ हेड स्टार्ट केंद्र के रूप में चिन्हित स्कूलों में उपलब्ध कंप्यूटर और प्रशिक्षित शिक्षकों को सप्ताह में कम से कम एक दिन स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा, कला शिक्षा और कंप्यूटर प्रशिक्षण संबंधित गतिविधियां आयोजित करनी होंगी।


30 तक बनाना होगी कार्ययोजना... राज्य शिक्षा केंद्र की संचालक आईरीन सिंथिया जेपी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को 30 सितंबर तक कार्ययोजना बनाकर संबंधितों को निर्देशित करने के लिए कहा है। इसी के साथ उन्हें यह भी बताना हाेगा कि उन्होंने इस दिशा में किसे ताकीद किया है। अधिकारियों को स्कूलाें की संख्या के साथ वहां पार्टटाइम भेजे गए इंस्ट्रक्टर की पूरी जानकारी भी उन्हें देना होगी।


पांच साल से अटकी हुई है प्रक्रिया...


गौरतलब है कि पार्ट टाइम इंस्ट्रक्टर के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया के निर्धारण की कार्यवाही शासन स्तर पर विचाराधीन है। नया शैक्षणिक सत्र शुरू हुए करीब पांच माह हो चुके हैं इसलिए पदों की स्वीकृति और भर्ती प्रक्रिया के निर्धारण तक पार्ट टाइम इंस्ट्रक्टर रखे जाएंगे। करीब पांच साल से यह प्रक्रिया अटकी हुई है।


आठ किमी के दायरे में हो स्कूल, सप्ताह में कम से कम एक दिन देना होगा प्रशिक्षण


योग, संगीत, कला, कंप्यूटर आदि के प्रशिक्षित शिक्षक और प्राइवेट हाई और हायर सेकंडरी स्कूल के अतिरिक्त हेड स्टार्ट केंद्र के रूप में चिह्नित माध्यमिक शालाओं में उपलब्ध कंप्यूटर और इस क्षेत्र में कार्यरत प्रशिक्षित शिक्षकों को 8 किमी के दायरे में सप्ताह में कम से कम एक दिन स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा, कला शिक्षा आैर कंप्यूटर का प्रशिक्षण देना होगा। सप्ताह में एक बार ऐसा किया जाएगा। ऐसा करने से शिक्षकों के मूल स्कूल में भी किसी प्रकार की गतविधि प्रभावित नहीं होगी। जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वे इस संबंध में जिले के सरकारी स्कूलों के संकुल प्राचार्यों से जानकारी लें। इसके बाद संबंधित स्कूलों के हिसाब से शिक्षक और उनके लिए आवंटित दिन का आदेश प्रत्येक संकुल के लिए जारी किया जाएं।


20 विद्यार्थियों को मातोश्री कंप्यूटर एकेडमी द्वारा निशुल्क टेबलेट वितरित किए

20 विद्यार्थियों को मातोश्री कंप्यूटर एकेडमी द्वारा निशुल्क टेबलेट वितरित किए



 शाहपुर की अग्रणी कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्था मातोश्री कम्प्यूटर एकेडमी  में गत वर्ष हुई सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता 2018 में 20 छात्र-छात्राओं का चयन किया गया था जिसमें 1 वर्षीय कंप्यूटर डिप्लोमा कोर्स कराया गया एवं उच्च स्तरीय वाले टेबलेट निशुल्क वितरण किए गए यह छात्र छात्राओं को प्रवेश समय बताया गया था बताए अनुसार उनको बांटे गए संस्था के डायरेक्टर श्री कैलाश पवार द्वारा बताया गया कि संस्था के माध्यम से प्रत्येक वर्ष कंप्यूटर पर आधारित एक प्रतियोगिता होती है जिसमें छात्र-छात्राओं का चयन किया जाता है उसमें न्यूनतम शुल्क में 1 वर्षीय पाठ्यक्रम डिप्लोमा कराया जाता है एवं मोबाइल टेबलेट लैपटॉप ऐसे अलग-अलग प्रकार से छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाता है परीक्षा का उद्देश्य है कि छात्र शुरू प्रश्न हल करने के लिए 1000 प्रश्नों को याद करता है भले ही वह उत्तीर्ण ना हो पाए परंतु उसका कंप्यूटर के प्रति सामान्य ज्ञान बढ़ता है आगे भी संस्था छात्र छात्राओं के लिए न्यूनतम शुल्क में कोर्स कराएंगे एवं गरीब छात्र-छात्राओं के लिए एक विशेष योजना ला सकती है दिए गए टेबलेट से छात्र-छात्राएं अभी कंप्यूटर के अगले कोर्स की तैयारी करना पढ़ाई करना आसान हुआ है।


रविवार, 15 सितंबर 2019

बिम्ट्स में एम.एस.सी. माईक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत

बिम्ट्स में एम.एस.सी. माईक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत


बुरहानपुर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा इंदौर द्वारा साईंस विभाग के एम.एस.सी. माईक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। इसमें निमाड़ क्षेत्र की अग्रणी षिक्षण संस्था प्रो. बृजमोहन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साइंसेस महाविद्यालय बुरहानपुर का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिषत रहा।
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि महाविद्यालय में एम.एस.सी. माईक्रोबायोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर में खुषबू धामन्देकर ने 77.80 प्रतिषत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया। निकिता कोठारी ने 77.2 प्रतिषत अंक के साथ द्वितीय स्थान और नेहा चौधरी ने 74.8 प्रतिषत अंक हासिल कर तृतीय स्थान अर्जित किया।
विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सचिव अमित मिश्रा, संस्था के प्रषासनिक अधिकारी विषाल गोजरे, प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, प्रभारी प्राचार्य डॉ.धीरज कुमार नेगी, डॉ.शीतल पाटीदार, सुखदेव कुमरावत, स्नेहल शेंगले, मनोज महाजन एवं समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रेषित कर हर्ष व्यक्त किया।

शनिवार, 14 सितंबर 2019

चयन परीक्षा नवोदय विद्यालय-अब अंतिम तिथि 30 सितम्बर

चयन परीक्षा नवोदय विद्यालय-अब अंतिम तिथि 30 सितम्बर


बुरहानपुर 14 सितम्बर, 2019 - ग्राम लोनी में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 वी में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा आगामी 11 जनवरी 2020 को आयोजित होगी। उक्त चयन परीक्षा के लिए आवेदन आनलाईन भरने की अंतिम तिथि 15 से बढ़ाकर अब 30 सितम्बर, 2019 कर दी गई है। बुरहानपुर जिले के शासकीय व मान्यता प्राप्त विद्यालय के वर्तमान में कक्षा 5 वी में अध्ययरत विद्यार्थी ऑनलाईन आवेदन भर सकते है। यह जानकारी जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य श्री अब्राहम जार्ज द्वारा दी गई।


सीबीएसई स्कूलों में 8वीं कक्षा से पढ़ाई जाएगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

सीबीएसई स्कूलों में 8वीं कक्षा से पढ़ाई जाएगी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस


केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में आठवीं कक्षा से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय को प्रेरक पहल के तहत शुरू करने का फैसला किया है।


बोर्ड की अध्यक्ष अनिता करवाल ने बताया कि संभवत : सीबीएसई दुनिया में पहला बोर्ड होगा जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पाठ्यक्रम तैयार किया है। पहले इसे नौंवी कक्षा में वैकल्पिक विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। बाद आठवीं कक्षा में इसे शामिल किया जाएगा।



सीबीएसई ने कहा है कि पहली से दसवीं तक बोर्ड के स्कूलों में सह शैक्षणिक क्षेत्र के रूप में कला शिक्षा अनिवार्य होगी। बोर्ड की अध्यक्ष ने बताया कि प्रायोगिक ज्ञान की ओर पहल के तहत पहली से दसवीं तक कला शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। इसमें कला एकीकरण की गतिविधियां तैयार की गई हैं। इसमें कला प्रदर्शनी लगाना, भूमिका निर्वाह, वीडियो और फिल्में तैयार करना, फोटोशॉप एवं अन्य ऐप के माध्यम से डिजाइन तैयार करना शामिल है। इस पहल को सत्र 2019-20 से अमल में लाने पर जोर दिया गया है।


साभार 
लाईव हिन्दुस्तान डाॅट काॅम


खेल ही अनुशासन और सहयोग की शिक्षा देते हैं : मंत्री डॉ. चौधरी

खेल ही अनुशासन और सहयोग की शिक्षा देते हैं : मंत्री डॉ. चौधरी



टीम भावना चुनौतियों को आसान बनाती है : मंत्री श्री शर्मा
65वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता शुरू
 


स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने प्रकाश तरण पुष्कर में 65वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। डॉ. चौधरी ने कहा कि जीवन में खेल का भी उतना ही महत्व है, जितना पढ़ाई का है। उन्होंने कहा कि खेल ही जीवन में अनुशासन, सहयोग, सद्भाव और आपसी सहयोग की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपनी दिनचर्या में खेलों को जरूर शामिल करना चाहिए। खेलों में भाग लेना चाहिए, हार-जीत से डरना नहीं चाहिए।


जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि टीम भावना जीवन की कई चुनौतियों को आसान बना देती है। सभी बच्चे खेल-कूद में बढ़-चढ़ कर भाग लें। उन्होंनें बताया कि सरकार पढ़ाई के साथ खेलों के लिये भी बेहतर सुविधाएँ दे रही है।


आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत ने कहा कि खेल जिन्दगी को जीने का तरीका सिखाते हैं। खेल से व्यक्ति एकाग्र-चित्त, समय का पाबंद एवं स्वस्थ रहता है। उन्होंने जीवन में कठोर परिश्रम और सतत् अभ्यास का महत्व बताते हुए कहा कि किसी भी खेल का जितना ज्यादा अभ्यास किया जायेगा, उतनी ही सफलता सुनिश्चित होगी।


कार्यक्रम में खिलाड़ियों को नियम एवं विधि के अनुसार खेल भावना के साथ खेलने की शपथ दिलाई गयी। चार सौ मीटर फ्री स्टाईल तैराकी से प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। प्रतियोगितायें 17 सितम्बर तक चलेगी। इसमें तैराकी, वॉटर पोलो, तलवारबाजी और रोप स्किपिंग की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी। प्रतियोगिता में प्रदेश के 8 संभागों के अतिरिक्त आदिवासी विकास दल की 490 छात्राएँ और 565 छात्र भाग ले रहे हैं।


 


शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

दक्षता उन्नयन कार्यक्रम में 851 सरकारी स्कूलों ने हासिल किया स्वर्ण पदक 

दक्षता उन्नयन कार्यक्रम में 851 सरकारी स्कूलों ने हासिल किया स्वर्ण पदक 


राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा प्रदेश के शासकीय स्कूलों में संचालित दक्षता उन्नयन कार्यक्रम में 851 स्कूलों ने स्वर्ण पदक चैम्पियन स्तर हासिल किया है। इन स्कूलों के नाम राज्य शिक्षा केन्द्र की वॉल ऑफ फेम पर प्रदर्शित किये जायेंगे। इन स्कूलों की जिलावार सूची राज्य शिक्षा केन्द्र के 'विमर्श' पोर्टल पर उपलब्ध है। इन स्कूलों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।


इन स्कूलों में भोपाल संभाग के 82, इन्दौर के 107, उज्जैन के 119, रीवा के 34, सागर के 72, होशंगाबाद के 104, ग्वालियर के 52, शहडोल के 47, मुरैना (चंबल) के 49 और जबलपुर संभाग के 186 स्कूल शामिल हैं।


दक्षता उन्नयन कार्यक्रम


दक्षता उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत शालाओं को राज्य स्तर से 'वॉल ऑफ फेम' पर सम्मानित किये जाने के लिये तीन स्तर निर्धारित किये गये हैं। स्कूल के 90 प्रतिशत विद्यार्थियों के भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर स्कूल को स्वर्ण पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र, 75 प्रतिशत विद्यार्थियों द्वारा भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर रजत पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र और 60 प्रतिशत विद्यार्थियों द्वारा भाषा और गणित की मूलभूत दक्षताओं के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने पर स्कूल को कांस्य पदक चैम्पियन स्तर प्रमाण-पत्र दिया जायेगा। इन तीनों पदक के अर्हता प्राप्त स्कूलों को क्रमश: राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर सम्मानित किया जायेगा।


भाषा और गणित की मूलभूत दक्षता के उच्चतम स्तर को स्कूल में बेसलाइन, मिडलाइन और एंडलाइन टेस्ट के आधार पर जाँचा जाता है। स्वर्ण चैम्पियन, रजत चैम्पियन और कांस्य चैम्पियन स्कूलों की सूची एक वर्ष में तीन बार जारी की जाएगी। प्रथम सूची 30 सितम्बर से पहले, द्वितीय सूची 31 दिसंबर से पहले और तृतीय सूची 31 मार्च से पहले जारी की जाएगी।


राज्य स्तरीय गीत गायन स्पर्धा में अर्वाचीन इंडिया स्कूल के विद्यार्थियों ने अर्जित किया प्रथम स्थान


बुरहानपुर। शहर की नामचीन शाला अर्वाचीन इंडिया स्कूल के विद्यार्थियों ने इंदौर में आयोजित '20वीं अणुव्रत गीत गायन' प्रतियोगिता में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि लाईफ फॉर हुमिनिटी संस्था द्वारा प्रति वर्ष अणुव्रत नैतिक गीत गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। छात्रों में नैतिकता राष्ट्र-प्रेम एवं सर्व-धर्म समभाव की भावना का विकास हो, इस हेतु प्रतियोगिता का आयोजन प्रतिवर्ष होता है। प्रथम चरण में यह प्रतियोगिता जिला स्तर पर होती है, तत्पश्चात् चुने हुए जिलों के प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेते है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में यह विद्यार्थी कड़ी परीक्षा के बाद ही प्रथम स्थान प्राप्त कर पाते है और फिर केवल प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए आगे जाते है।
अर्वाचीन इंडिया स्कूल के लिए यह सफलता सदैव अविस्मरणीय एवं गौरवशाली रहेगी। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए चुने जाना ही अपने आप में एक सम्मान, एक पुरस्कार है। गत दिवस विद्यालय के दोनों कनिष्ठ वर्ग, वरिष्ठ वर्ग के विद्यार्थी इंदौर जाकर अपनी शानदार प्रस्तुति देकर आए एवं उनमें से कनिष्ठ वर्ग ने प्रथम स्थान प्राप्त कर शाला परिवार के साथ जिले का नाम भी रोशन किया।
विद्यालय निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा ने अर्वाचीन अभिरूचि केन्दª को बधाई देते हुए कहा कि छात्रों और संगीत शिक्षकों कि असीम इच्छाशक्ति एवं मेहनत का परिणाम ही आज कि जीत है और अब मैं मेरे बच्चों एवं शिक्षकांे को राष्ट्रीय स्तर पर अपना श्रेष्ठ प्रदर्षन करने की शुभकामनाएं देती हूं। अर्वाचीन का संगीत दल 10 अक्टूबर को बैंगलौर में होने वाली प्रतियोगिता की तैयारी में जुट गया है।



सचिव अमित मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थी जीवन सच में गिली मिट्टी के समान है, जिस सुर ताल में आप ढाल दोंगे, विद्यार्थी वैसे ही बनेंगे। विद्यालय इस शानदार जीत के लिए छात्रों, पालकों एवं अपने शिक्षकांे को बहुत सारी बधाई देता है।
प्राचार्य उज्जवल दत्ता ने कहा कि इस गौरवमयी क्षण के हम सब साक्षी बने है। आगे भी विद्यार्थी ऐसे ही मेहनत करें और प्रत्येक विधा प्रविण व योग्य बने। अभिरूचि केन्द्र प्रमुख श्रीमती अंजली पिंपलीकर ने कहा कि विपरीत मौसम में इंदौर का सफर तय कर यह विद्यार्थी जीत की सौगात लाए है। हम पालकों एवं शिक्षक नामदेव भोयटे, हर्षल पंडित, नंदलाल पाटिल एवं श्रीमती रेणुका चव्हाण का बहुत अभिनंदन करते है।



साथ ही लाईफ फॉर हुमिनिटी संस्था की अध्यक्ष श्रीमती तसनीम मर्चेंट एवं मोहम्मद मर्चेन्ट का आभार व्यक्त करते है। जो विगत कई वर्षों से बुरहानपुर के विद्यार्थियों को एक शानदार मंच दे रहे है। जिससे बुरहानपुर की प्रतिभा को भी सुअवसर मिल रहा है। प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी विषाल गोजरे, कोर्डिनेटर दीप्ती पैच्ची, विष्णु नायर, जि़या सहर, संदीप श्रीवास्तव, अपर्णा नागर, देवेन्द्र लांडगे, सचिन जैन, मिलिंद तलेकर एवं शाला परिवार ने इस शानदार जीत की शुभकामनाएं सभी विद्यार्थियों एवं संगीत विभाग को दी। विद्यालय के परिवहन विभाग के कर्मठ कर्मचारियों के बिना यह जीत संभव नहीं थी। अब शाला का कनिष्ठ वर्ग 10 अक्टूबर 2019 को बैंगलौर जाकर अपनी कला-कौषल का प्रदर्षन करेगा।


गुरुवार, 12 सितंबर 2019

बाल श्रमिको को नियोजित किये जाने वाले नियोजकों व मालिकों के विरूद्ध होगी कठोर कार्यवाही 

बाल श्रमिको को नियोजित किये जाने वाले नियोजकों व मालिकों के विरूद्ध होगी कठोर कार्यवाही 


बुरहानपुर - जिले में बाल और किशोर श्रमिकों को चिन्हांकित किये जाने एवं बाल श्रमिको को नियोजित किये जाने वाले नियोजकों व मालिकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिए संयुक्त दल का गठन किया गया है। कलेक्टर श्री राजेश कुमार कौल ने इस दल में श्रम विभाग, महिला बाल विकास, पुलिस विभाग, बाल कल्याण समिति, जिला शिक्षा अधिकारी एवं चाईल्डं लाईन को शामिल किया है। यह संयुक्त दल बाल और किशोर श्रम अधिनियम 1986 के प्रावधान के अनुसार जिले में संचालित दुकान, होटल, रेस्टोरेन्ट, कारखाना आदि में संयुक्त निरीक्षण करेगा। साथ ही सभी नियोजकों व मालिकों को जिनके व्दारा अपने संस्थानों में श्रमिकों का नियोजन किया जाता है, उनसे अपेक्षा की गई है कि वह बाल और किशोर श्रमिकों का नियोजन नही करें। यदि निरीक्षण के समय किसी भी संस्थान में बाल श्रम पाया जाता है, तो संबंधित नियोजकों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी। जिसमें रूपये बीस हजार से पचास हजार तक का अर्थदण्डत एवं 6 माह से 2 बर्ष तक का कारावास या दोनो से दण्डित किया जा सकता है।  


शिक्षिका एवं प्राचार्य की छात्र-छात्राओं ने की शिकायत करती है अभद्र व्यवहार , कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन  

शिक्षिका एवं प्राचार्य की छात्र-छात्राओं ने की शिकायत करती है अभद्र व्यवहार , सौंपा ज्ञापन कलेक्टर के नाम 


  खंडवा /पंधाना-(मो. असलम खान)   शिक्षक -शिक्षिकाएं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए जी जान लगा देते हैं, गुरु ज्ञान से सभी स्कूली छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर बुलंदियों को छूते हैं, लेकिन खंडवा जिले के पंधाना विधानसभा के ग्राम दीवाल की हाईस्कूल का कुछ अजीबोगरीब मामला देखने में आया है?
 जहां सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने तहसील कार्यालय  पंधाना आकर शिक्षिका ज्योति सिंह एवं प्राचार्य शैलेष रावल के खिलाफ शिकायत कर कलेक्टर के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन,  छात्र-छात्राओं ने शिकायत की है कि हमें शिक्षिका ज्योति सिंह एवं प्राचार्य द्वारा  डराया धमकाया जाता है, गंदी- गंदी गालियां दी जाती है एवं स्कूल से बेदखल करने की धमकी दी जाती है ।



और तो और बच्चों को चोरी के मामले में फंसाने की बात शिक्षिका द्वारा की जाती है,वह स्कूल में तंत्र क्रियाएं करती रहती है ,स्कूल में कई जगह लाल कपड़े में नींबू मिर्ची बांध रखे हैं और हमेशा अभद्र भाषा का प्रयोग करती रहती है ,तथा हमारे माता-पिता के बारे में भी अपशब्दों का प्रयोग करती है इसके साथ ही हाई स्कूल में कुछ विषयों की किताबें तक नहीं खुली है और तिमाही परीक्षा का समय नजदीक आ गया है।
 अगर शिक्षिका को तत्काल नहीं हटाया गया तो हम बच्चे स्कूल आना बंद कर देंगे क्योंकि प्राचार्य भी इन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेते हैं।


शिक्षकों के कार्य मुक्ति और कार्यभार को लेकर ऑनलाइन आदेश मान्य 

शिक्षकों के कार्य मुक्ति और कार्यभार को लेकर ऑनलाइन आदेश मान्य 


शिक्षकों के कार्य मुक्ति और कार्यभार को लेकर ऑनलाइन आदेश ही मान्य होंगे इस संबंध में प्रदेश भर के जिला शिक्षा अधिकारियों के नाम लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त जयश्री कियावत ने आदेश जारी किया है आदेश में कहा है कि ट्रांसफर आदेश होने के बाद कार्यमुक्ति और कार्यभार ग्रहण करने की कार्रवाई ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही की जाना है। इसमें केवल कुछ विशेष मामलों में राज्य स्तर से निरस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है इसमें वे प्रकरण शामिल है जिनमें कि आवेदकों द्वारा गंभीर बीमारी, विकलांग कोटे में नियुक्ति की जानकारी, पति-पत्नी के शासकीय सेवा में होने की जानकारी आदि गलत दी गई हो। कुछ आवेदकों ने अपनी इच्छा से ट्रांसफर आदेश को निरस्त करने का अनुरोध किया हो


जानिए ? किस गांव में सड़क नहीं होने से नाराज विद्यार्थी शासन से मिली साइकल लौटाने पहुंचे कलेक्ट्रेट

इस तस्वीर को क्या नाम दें ....?



मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने  ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बाढ़ में स्कूल जाती छात्राएं
सरकारी साइकिल वापस करने कलेक्टर के दरबार पहुँची


बैतूल -(वामन पोटे) यह तस्वीर मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के आदिवासी भीमपूर ब्लाक से आई है ।इस देश का यही दुर्भाग्य है कि कस्बाई बस्तियों की सिसकियाँ सन्नाटौ में  कैद होकर रह जातीं है। हमारा सिस्टम 21 वी शताब्दी की इस चकाचौंध में भी आज भी  कोसों दूर है ....
सवाल यह नहीं है की आदिवासी स्कूली  बच्चे  जिला कलेक्टर के पास सरकारी साइकिल वापस करने आये ।सवाल तो यह है कि बीते 15 सालों में विकासशील मध्यप्रदेश की यह बदरंग तस्वीर भी गांव से शहर तक पहुच गई । सवाल यह है कि  आजादी के 72 साल बाद भी आदिवासी गांवो में सड़क का इंतजाम नही हो सका।जिन राजनेताओ को विकास करने के नाम पर वोट दिए और   विकास ,सतर्कता और सुरक्षा के लिए जवाबदेही जिस तंत्र को सौंपी गई है वो इतने संवेदनहीन और निष्ठुर क्यों बन रहे...?
इस बदरंग तस्वीर को क्या नाम दें ....?


गांव में सड़क नहीं होने से नाराज विद्यार्थी शासन से मिली साइकल लौटाने पहुंचे कलेक्ट्रेट



आदिवासी विकासखंड भीमपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम गोरकीढाना के विद्यार्थियों ने बुधवार सरपंच एवं अपने परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर ग्राम में सड़क एवं पुलिया निर्माण किए जाने की मांग की है। उक्त समस्याओं पर ध्यान नहीं देने पर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है। विद्यार्थियों का कहना है कि शासन ने स्कूल जाने के लिए उन्हें साइकल तो मुहैया करा दी है, लेकिन साइकिल चलाने के लिए सड़क और ताप्ती नदी और नालों के ऊपर पुलिया का होना भी जरूरी है जो इस ग्राम में वर्षों से नहीं है। इस दौरान कई विद्यार्थी शासन से मिली साइकल भी प्रशासन को लौटाने अपने साथ लाए थे।


गौरतलब है कि जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक गोरकीढाना गांव के स्कूली बच्चों को माध्यमिक और हाईस्कूल की पढ़ाई करने तीन किलोमीटर दूर उती गांव जाना पड़ता है। बारिश के दौरान ये गांव चार महीने टापू बन जाता है। किसी को भी बारिश में गांव से बाहर जाने के लिए रास्ते में पडऩे वाली नदी को पार करने जान जोखिम में डालना पड़ता है। सर्वाधिक परेशानी बच्चों और बीमार लोगों को आती है। ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि नदी पर पुल और सड़क बनाई जाए ताकि गांव की समस्या हल हो सके। कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के 70 वर्ष से अधिक समय बीत गया है। लेकिन अभी भी उनका गांव मुख्य सड़क से जुड़ नहीं पाया है। पक्की सड़क पुलिया न होने की वजह से ग्राम शासन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। इसका खामियाजा स्कूली छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि गांव की एक तरफ ताप्ती नदी पड़ती है दूसरी ओर गुप्तवाड़ा व चांदू नदी का बहाव तेज होने से मार्ग बंद हो जाता है। जिसके चलते ग्रामीणों को साप्ताहिक बाजार एवं बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव को प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत घाना गांव पर ताप्ती नदी पर पुल बनाकर और उत्ती गांव की नदी पर पुल बनाकर   ग्रामीण सड़क योजना से जोड़ा जाए जिससे ग्रामीण सीधे जिला मुख्यालय से जुड़ जाएंगे जिससे  सभी मूलभूत सुविधाएं अपने आप बहाल होती चली जाएगी। कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम की समस्याओं पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित नहीं हुआ तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में श्रावण, सोमलाल, हिरासिंग, सुरेश, दिनेश, जंगल, मुन्ना, दिनेश अहाके, सुरजु, चरणसिंग, हिरा, श्रीराम, सुनील, रामकिशोर, रमेश, मुंशी, रामासिंग, साहबलाल, गुन्नू, सोमलाल, बबली, ज्योति, रमिया, अनिता, सुगन्या, फुलवंती, कालु, रामजी, शिवदया धुर्वे, बाबूलाल, फुलंता, देवधर, कमलासिंग, जितेश सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।


बुधवार, 11 सितंबर 2019

किसानों के लिए सरकारी स्कूल के बच्चों ने किया ऐसा आविष्कार, बड़े-बडे वैज्ञानिक रह गए हक्का-बक्का

किसानों के लिए सरकारी स्कूल के बच्चों ने किया ऐसा आविष्कार, बड़े-बडे वैज्ञानिक रह गए हक्का-बक्का



बिलासपुर: गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर एक बार फिर नीति आयोग के साथ ही देश के नक्शे पर छा गया है. इस स्कूल के बाल वैज्ञानिकों के नाम पर अनोखा कीर्तिमान दर्ज हुआ है. यह देश का ऐसा पहला सरकारी स्कूल बन गया है जिसके तीन आविष्कारों को नीति आयोग ने टॉप पर रखा है. सरकारी स्कूल के बाल वैज्ञानिकों में नीत नए आविष्कार करने की ललक है तो देश के चुनिंदा राजनेताओं के प्रति मन में संवेदना भी है. यही कारण है कि इन बाल वैज्ञानिकों ने देश में भविष्य में होने वाली कृषि पर आधारित ऐसा प्रोजेक्ट तैयार किया है जिसे नीति आयोग ने नंबर वन पर रखा है.


बाल वैज्ञानिकों ने इसे पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसका नाम अटल कृषि मित्र रखा है. अटल कृषि मित्र ऐसा प्रोजेक्ट है जो खेतों की जुताई से लेकर बोवाई करने का काम करता है. धान के पौधों में कीड़ा लगने पर कीटनाशक का छिड़काव भी करेगा. फसल पकने के बाद धान की कटाई और मिसाई भी करेगा.



यही नहीं खेतों से धान को घर तक पहुंचाने का काम भी अटल कृषि मित्र नाम का रोबोट करेगा. पूरी तरह मानव संचालित इस रोबोट को खेती किसानी के काम में महारत हासिल है. बाल वैज्ञानिकों के इस आविष्कार ने नीति आयोग के अधिकारियों के अलावा वैज्ञानिकों को भी काफी प्रभावित किया है. इस आविष्कार ने ऐसा चमत्कार किया कि देश के चुनिंदा निजी स्कूलों के बाल वैज्ञानिक काफी पीछे रह गए.


नीति आयोग के बैनर तले देशभर में आयोजित अटल टिंकरिंग लैब मैराथान 2019 में टॉप फाइव में गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर के तीन प्रोजेक्ट को स्थान मिला है. 


साभार -जी न्यूज इंड़िया ड़ाट काॅम


 


सेना की भर्ती रैली 7 से 16 नवम्बर तक 22 अक्टूबर तक ऑनलाईन होंगे आवेदन

सेना की भर्ती रैली 7 से 16 नवम्बर तक
22 अक्टूबर तक ऑनलाईन होंगे आवेदन
 
भोपाल - सेना में भर्ती के लिये भोपाल के लाल परेड मैदान में 7 से 16 नवम्बर तक भर्ती रैली की जायेगी। सेना भर्ती कार्यालय भोपाल से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोल्जर सामान्य, टेक्निकल, नर्सिंग, सोल्जर क्लर्क, सोल्जर ट्रेडमेन, सोल्जर फार्मा आदि पदों के लिये भर्ती की जाएगी।


भर्ती रैली में शामिल होने के लिए आवेदक को WWW.JOININDIANARMY.NIC.IN पर ऑनलाईन आवेदन करना अनिवार्य है। ऑनलाईन आवेदन प्रक्रिया 8 सितम्बर से प्रारम्भ हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 22 अक्टूबर है। रिक्त पदों की संख्या, शारीरिक एवं शैक्षणिक योग्यता आदि का विवरण 9 से 15 सितम्बर के साप्ताहिक 'रोजगार और निर्माण', भोपाल में प्रकाशि‍त है।


विभिन्न श्रेणी के रिक्त पदों के लिएहरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़ ,छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन और भोपाल जिले ‍के युवा ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में भाग ले सकेंगे। केवल सोल्जर फार्मा पद के लिए विदिशा, हरदा, बैतूल, सीहोर, राजगढ़, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, रायसेन, भोपाल, जबलपुर, बालाघाट, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, सिवनी,‍ सीधी, डिंडौरी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सिंगरौली, दमोह, पन्ना, ग्वालियर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी , गुना, टीकमगढ़, छतरपुर, अशोकनगर और सागर जिले के आवेदक ऑनलाईन आवेदन कर भर्ती रैली में शामिल हो सकेंगे।


एमपीटास पोर्टल पर 4.51 लाख आदिवासी विद्यार्थियों का प्रोफाईल पंजीकरण

एमपीटास पोर्टल पर 4.51 लाख आदिवासी विद्यार्थियों का प्रोफाईल पंजीकरण
 
भोपाल - प्रदेश में 4 लाख 51 हजार छात्रावासी आदिवासी विद्यार्थियों का MPTAAS पोर्टल पर प्रोफाईल पंजीकरण कराया गया है। इसके लिये 1546 विभागीय छात्रावास अधीक्षकों को प्रशिक्षण दिलाया गया। आदिम जाति कल्याण विभाग ने पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति की ऑनलाइन स्वीकृति और वितरण की पेपरलेस स्व-सत्यापित प्रक्रिया शुरू की है। इसके जरिये अभी तक 27 हजार विद्यार्थियों को करीब 21 करोड़ रुपये छात्रवृत्ति वितरित की गई है।


स्टाफ नर्स के दस्तावेजों का परीक्षण 12-13 सितम्बर को  

स्टाफ नर्स के दस्तावेजों का परीक्षण 12-13 सितम्बर को


 


 

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नर्सिंग सिस्टर और सिस्टर ट्यूटर पदों पर विभागीय सीधी भर्ती की जा रही है। विभाग द्वारा स्टाफ नर्स के दस्तावेजों का परीक्षण 12 और 13 सितम्बर को सतपुड़ा भवन स्थित संचालनालय में सुबह 10:30 बजे से किया जायेगा। नर्सिंग सिस्टर पद के लिये 12 सितम्बर और सिस्टर ट्यूटर पद के लिये 13 सितम्बर को दस्तावेज परीक्षण होगा।


पात्र स्टाफ नर्स निर्धारित समय पर विभागीय पदोन्नति समिति के समक्ष नियुक्ति पत्र, जन्म-तिथि प्रमाण-पत्र (कक्षा 10 अथवा 12 की मार्कशीट), जाति प्रमाण-पत्र, बी.एस.सी./ एम.एस.सी. शैक्षणिक योग्यता संबंधी प्रमाण-पत्र, नर्सिंग काउंसिल में जीवित पंजीयन आदि परीक्षण के लिये प्रस्तुत करेंगे।


मम्मी से सुनकर करता था पढ़ाई ये IAS ऑफिसर, बिना आंखों की रोशनी के पास की UPSC परीक्षा

मम्मी से सुनकर करता था पढ़ाई ये IAS ऑफिसर, बिना आंखों की रोशनी के पास की UPSC परीक्षा


अगर शरीर में कहीं जरा सी खरोंच भी आ जाए तो हम परेशान हो उठते हैं लेकिन जरा उन लोगों के बारे में सोचिए जो न जाने किन-किन गंभीर बीमारी या डिसेबिलेटी के साथ जीते हैं. इसके बाद भी हार नहीं मानते. आगे बढ़ते हैं और मुकाम बनाते हैं. ऐसे ही एक शख्‍स का नाम है अंकुरजीत सिंह. अंकुर देख नहीं सकते. वे जब स्‍कूल में थे तब उनकी आंखों की रोशनी बचपन में धीरे-धीरे खोने लगी थी और आखिरकार एक वक्‍त ऐसा आ गया कि उन्‍हें दिखना बंद हो गया. इन हालातों में भी उन्‍होंने धैर्य नहीं खोया. वे परिस्‍थतियों से लड़ते रहे. डटे रहे. इसका नतीजा है कि आज उन्‍होंने देश की सबसे प्रतिष्‍ठित और मुश्‍किल परीक्षा सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर ली. जी हां अंकुर ने साल 2017 में UPSC की परीक्षा में 414 रैंक हासिल की है. कितना मुश्‍किल था अंकुर का ये सफर आइए जानते हैं…


 


हरियाणा के यमुनानगर से ताल्‍लुक रखने वाले अंकुरजीत बचपन से ही पढ़ाई में काफी मेधावी थे, लेकिन उन्हें धीरे-धीरे कम दिखने लगा था और पढ़ने में दिक्‍कत होने लगी थी. अंकुरजीत को ब्लैकबोर्ड देखने तक में दिक्कत आने लगी थी. इस दौरान एक दिन खेल-खेल में उन्हें पता चला कि उन्हें देखने में मुश्किल आ रही है, जब पढ़ने के दिन आए तो उनकी आंखों की रोशनी जा चुकी है.
मम्‍मी से सुनकर करते थे पढ़ाई
अंकुरजीत की मम्‍मी ने मीडिया रिपोर्ट में बताया कि, जब उन्‍हें अपने बच्चे की समस्या का पता चला तो जो भी वह स्कूल से पढ़कर आता था तो रात को उसे पढ़कर सुनाती थी. इस तरह से वे सुनकर पढ़ाई करता था.


स्‍कूल से पहले कोर्स खत्‍म कर लेते
अंकुर ने दसवीं तक 10वीं  तक की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से ही हुई है. जब गर्मियों की छुट्टियों में बच्चे खेलते और मस्ती करते थे तब अंकुरजीत मां के मदद से सारी किताबें पहले ही पढ़ लेते थे ताकि जब क्लास में टीचर पढ़ाएं तब वह सुनकर ही सब कुछ समझ लें.


आईआईटी में हुआ सेलेक्‍शन
अंकुरजीत जब 12वीं में पढ़ते थे तो उनकी टीचर ने कहा कि तुम आईआईटी का फॉर्म क्यों नहीं भर लेते. अंकुरजीत ने फॉर्म भरा और उनका एडमिशन आईआईटी रुढ़की में हो गया था. बकौल अंकुरजीत आईआईटी में कई दोस्त यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे. इसलिए  उन्‍होंने भी तैयारी शुरू कर दी.
ऐसे की UPSC एग्‍जाम की तैयारी
अंकुरजीत के मुताबिक UPSC की तैयारी उन्‍होंने टेक्‍नोलॉजी और दोस्‍तों की मदद से पूरी की. दरअसल आईआईटी ने उन्हें टेक्नॉलॉजी के काफी करीब ला दिया था, जहां कहीं उन्‍हें पढ़ने-समझने में समस्‍या होती थी तो वह स्क्रीन रीडर की मदद से किताबें पढ़ने लगे. इसके अलावा भी अगर वे कहीं फंसते थे तो वे दोस्‍तों से मदद लेते थे.


दूसरे प्रयास में मिली सफलता
आखिरकार अंकुरजीत की मेहनत रंग लाई और साल 2017 में उन्‍हें UPSC की परीक्षा में सफलता मिल गई. बीटेक की पढ़ाई के दौरान भी अंकुर ने यूपीएससी की परीक्षा दी थी लेकिन तब वे इस परीक्षा को क्रैक नहीं कर पाए थे,  लेकिन  उन्‍होंने इस एग्‍जाम में 414वीं रैंक हासिल कर ली.


साभार न्यूज 18


प्राथमिक शिक्षक के स्थानांतरण पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक

प्राथमिक शिक्षक के स्थानांतरण पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक


प्रस्तुत मामले में बैतूल जिला के भीमपुरा ब्लाक अन्तर्गत गंगाजी ढाना के प्राथमिक शाला में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक भरत पाटनकर का स्थानांतरण दिनांक 8-8-19 को हरिमऊ ब्लाक भैसदेही कर दिया गया,अधिवक्ता राजेश दुबे के मार्फत रिट याचिका दायर कर माग की गई की याचिकाकर्ता की पत्नी भी प्रथमिक शिक्षिका साथ में ही रहती है और शाला में मात्र ५० छात्र और २ शिक्षक ही पदस्थ है,किसी और की पदस्थापना नहीं की गई है, प्रार्थी अतिशेश भी नहीं है।
माननीय हाईकोर्ट ने सुनवाई पश्चात याचिकाकर्ता के स्थानांतरण पर रोक लगाते हुए गंगाजी ढाना में ही पदस्थ रहने का आदेश देते हुए,ट्रांसफर निरस्तागी हेतु नए सिरे से अभ्यावेदन पेश करने का आदेश देकर याचिका का अंतिम निराकरण कर दिया,।याचिकाकर्ता की तरफ से अधिवक्ता राजेश दुबे में पैरवी की।


प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए यहां से की गई डीएलएड मान्य नहीं

प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए यहां से की गई डीएलएड मान्य नहीं


 


सरकारी प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए एनआईओएस ( नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) से डीएलएड करने वाले पात्र नहीं है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने इस संबंध में स्पष्ट कर दिया है कि स्कूलों में पढ़ा रहे अप्रशिक्षित शिक्षक एनआईओएस से डीएलएड कर सकते हैं लेकिन शिक्षक भर्ती में इसे मान्यता नहीं दी गई है।


एनआईओएस 18 माह का डीएलएड कोर्स करवाता है लेकिन एनसीटीई ने बिहार राज्य को भेजे गये स्पष्टीकरण में साफ किया है कि शिक्षक भर्ती के लिए न्यूनतम शिक्षक योग्यता में कोई छूट नहीं दी जाएगी। सरकारी, सहायताप्राप्त या निजी स्कूलों में पहले से पढ़ा रहे शिक्षक यदि प्रशिक्षित नहीं है तो वे एनआईओएस के माध्यम से 18 महीने का डीएलएड कोर्स कर सकते हैं।



एनसीटीई ने यह भी कहा है कि एनआईओएस ने 22 सितम्बर 2017 के आदेश के बाद सरकारी, प्राइवेट और अनुदानित प्रारंभिक विद्यालयों में कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए ही डीएलएड कार्यक्रम चलाया है। यह कार्यक्रम मुख्यता इसी उद्देश्य से चलाया गया है क्योंकि 2011 में शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद कई ऐसे स्कूल हैं, जहां अप्रशिक्षित शिक्षक पढ़ा रहे हैं। पूरे देश में एनआईओएस से लगभग 12 लाख युवाओं ने डीएलएड किया है। लिहाजा ये युवा अब कोर्ट जाने की तैयारी में है। यूपी में शिक्षक भर्ती के लिए स्नातक के बाद दो वर्षीय डीएलएड(प्रचलित नाम-बीटीसी), टीईटी और शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा ली जाती है। इसके बाद ही मेरिट बनाई जाती है।


साभार 
लाईव हिन्दुस्तान ड़ाॅट काॅम।


मंगलवार, 10 सितंबर 2019

राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा एवं राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति  परीक्षा के लिये विद्यार्थी अब 20 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे

राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा एवं राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति  परीक्षा के लिये विद्यार्थी अब 20 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे


बुरहानपुर- राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा एवं राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति  परीक्षा 2019-20 के लिये विद्यार्थी अब 20 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पूर्व में आवेदन की तिथि 8 सितम्बर निर्धारित की गई थी। संचालक राज्य शिक्षा श्रीमती आईरीन सिंथिया जे.पी. ने जानकारी दी है कि एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क पर दोनों परीक्षाओं के आवेदन निरूशुल्क किये जा सकते हैं। स्कूल के प्राचार्य एवं संकुल प्राचार्य द्वारा प्रमाणीकृत प्रपत्रों के आधार पर एम.पी. ऑनलाइन के अधिकृत कियोस्क से निरूशुल्क आवेदन किये जा सकते हैं। इन परीक्षाओं के लिये किसी भी प्रकार की फीस नहीं माँगी गई है।
राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति में चयनित विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं से 12वीं तक प्रतिवर्ष 1200 रुपये छात्रवृत्ति दी जाती है। इस परीक्षा के लिये शासकीय विद्यालयों, स्थानीय निकायों द्वारा संचालित विद्यालयों, अनुदान प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 8वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत विद्यार्थी, जिन्होंने 7 वीं में कम से कम श्सीश् ग्रेड प्राप्त किया हो तथा जिनके पालकों की वार्षिक आय डेढ़ लाख तक हो, आवेदन कर सकते हैं।
राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा में शासकीय एवं अशासकीय सभी विद्यालयों के कक्षा 10वीं में अध्ययनरत विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। चयनित विद्यार्थियों को पीएचडी तक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। बारहवीं तक 1250 रुपये प्रतिमाह एवं स्नातक एवं स्नातकोत्तर में 2 हजार रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाती है। पीएचडी के लिये विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमानुसार छात्रवृत्ति दी जाती है।


बिरोदा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने इतिहास रचा, 5 विद्यार्थियों का संम्भाग स्तर लिए चयन 

बिरोदा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने इतिहास रचा, 5 विद्यार्थियों का सम्भाग स्तर लिए चयन


 


बुरहानपुर- जिला शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर होने वाली प्रतियोगितायों में एक साथ 5 बच्चों ने अलग-अलग दौड़ की प्रतियोगिताओं में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करके पूरे जिले में अपने गांव का नाम रोशन किया ।
100 मीटर 200 मीटर 400 मीटर एवं 800 मीटर जिला स्तरीय दौड़ में इन छात्रों ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय के इतिहास में पहली बार इतने सारे बच्चे संम्भाग  स्तर के  लिए सिलेक्ट हुए इन छात्रों में देवेंद्र ईश्वर महाजन 800 मी सीनियर वर्ग में जिला स्तर पर तृतीय स्थान , मनोज मुरलीधर कोली  400 मीटर सीनियर वर्ग में जिला स्तर पर प्रथम स्थान ,अतुल राजेंद्र महाजन 200 मीटर जूनियर वर्ग में जिला स्तर पर सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान, देवेंद्र ईश्वर महाजन 100 मीटर जिला स्तर पर सीनियर वर्ग में द्वितीय स्थान एवं विजय रविंद्र चौधरी ने 200 मीटर सीनियर वर्ग में जिला स्तर पर सीनियर वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया ।


राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में लापरवाही पर दो अधिकारी निलंबित

राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में लापरवाही पर दो अधिकारी निलंबित
 
भोपाल -राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में लापरवाही और पदीय दायित्वों की अवहेलना करने पर स्कूल शिक्षा विभाग ने उप संचालक श्री बी.बी. सक्सेना और जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.पी.एस. तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। समन्वय अधिकारी श्री धीरेन्द्र चतुर्वेदी, प्राचार्य प्रगत शैक्षिक संस्थान भोपाल को शोकॉस नोटिस जारी किया गया है।


निलंबन अवधि में श्री सक्सेना का मुख्यालय, लोक शिक्षण संचालनालय तथा श्री तोमर का मुख्यालय राज्य शिक्षा केन्द्र रहेगा।


कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पूर्व में कार्यरत लिपिक देवीदास ठाले निलंबित

कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पूर्व में कार्यरत लिपिक देवीदास ठाले निलंबित


 


बुरहानपुर- जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर पूर्व में कार्यरत सहायक ग्रेड 3 देवीदास ठाले को जिला पंचायत सीईओ रोहन सक्सेना ने तत्काल भाव से कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है प्रभारी जिला शिक्षा   अधिकारी के अनुसार इनका स्थानांतरण सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में किया गया था लेकिन फिर भी उनके द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों के विभिन्न लॉगिन पासवर्ड विधिवत रूप से उपलब्ध नहीं कराए गए थे ।सभी आईडी पासवर्ड उनके पास होने के कारण कार्यालय के प्रभावित हो रहे थे इनका यह कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1965 के नियम 9 के उपनियम 1,2,3 के विपरीत होकर कदाचरण की श्रेणी में आता है। निलंबन की अवधि में ठाले का मुख्यालय जनपद पंचायत खकनार रहेगा


बुरहानपुर आदिवासी विकास विभाग में सहायक आयुक्त पद पर लखनलाल अग्रवाल की पदस्थापना 

बुरहानपुर आदिवासी विकास विभाग में सहायक आयुक्त पद पर लखनलाल अग्रवाल की पदस्थापना 
 


  बुरहानपुर-  राज्य शासन द्वारा आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजनाएं भोपाल में पदस्थ श्री लखन लाल अग्रवाल का स्थानांतरण बुरहानपुर के आदिवासी विभाग में सहायक आयुक्त पद पर किया गया है।



सोमवार, 9 सितंबर 2019

पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कुलपति डॉ.रेणु जैन से की भेंट

पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कुलपति डॉ.रेणु जैन से की भेंट



बुरहानपुर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर की कुलपति डॉ.रेणु जैन से मध्यप्रदेष की पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने मुलाकात कर विभिन्न विषयों पर चर्चा की। भेंट के दौरान श्रीमती चिटनिस ने संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ताप्ती नदी तथा बुरहानपुर के पुरातात्विक व ऐतिहासिक अध्ययन हेतु देवी अहिल्या विश्वविद्यालय तथा उससे संबद्ध महाविद्यालयों के संबंधित विभागों को सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के पुरातत्विद डॉ.ओ.पी. मिश्रा को टेगौर फेलोशिप प्रदान की गई। उन्होंने डॉ.मिश्रा की इस फेलोशिप के अंतर्गत अध्ययन तथा शोधकार्य में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय तथा उससे संबद्ध महाविद्यालयों के संबंधित विभागों को सहयोग प्रदान करने की बात कही। जिससे इस विषय से जुड़े प्राध्यापक, शोधार्थी तथा विद्यार्थी भी नवीन कार्य व जानकारियों से अवगत हो सकेंगे। कुलपति डॉ.रेणु जैन ने उक्त फेलोशिप अंतर्गत अध्ययन तथा शोध कार्यों हेतु देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के साथ-साथ जीवाजी विश्वविद्यालय की ओर से भी अकादत्मिक सहयोग प्रदान करने हेतु आश्वस्त किया।


 


आरटीई अंतर्गत प्रायवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिये द्वितीय चरण लॉटरी आज 

आरटीई अंतर्गत प्रायवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिये द्वितीय चरण लॉटरी आज 
 
भोपाल -राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक श्रीमती आईरीन सिंथिया जे.पी. ने शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्रायवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिये द्वितीय चरण की ऑनलाइन लॉटरी आज 9 सितम्बर को निकालने के निर्देश दिये हैं। चयनित बच्चे आगामी 20 सितम्बर तक आवंटित निजी विद्यालयों में प्रवेश ले सकेंगे। ऑनलाइन लॉटरी एन.आई.सी. द्वारा की जायेगी।


शिक्षा का अधिकार कानून के तहत प्रायवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिये प्रथम चरण में लगभग 2 लाख 3 हजार बच्चों ने आवेदन किया था। इनमें से लगभग 1 लाख 77 हजार बच्चों को सीट्स आवंटित की गई थी। इनमें से लगभग 22 हजार बच्चों द्वारा पसंद का स्कूल न मिलने से प्रवेश नहीं लिया गया है। साथ ही लगभग 26 हजार बच्चों को प्रथम चरण की लॉटरी में चाहे गए स्कूलों में सीट्स भर जाने से कोई भी स्कूल आवंटित नहीं हुआ था। द्वितीय चरण की लॉटरी में इन्हीं लगभग 48 हजार बच्चों को पुनः आवेदन का अवसर देने के लिये ऑनलाइन लॉटरी 9 सितम्बर को की जा रही है।



बुरहानपुर विकासखंड स्त्रोत समन्वयक राजकुमार मंडलोई ने बताया कि आज 9 सितम्बर को एन.आई.सी. के सर्वर से लॉटरी सम्पन्न होने के बाद आवेदकों के पंजीकृत मोबाईल नंबर पर एसएमएस के जरिये सूचना भेजी जायेगी। आवेदक 9 सितम्बर के बाद आरटीई पोर्टल से अपना आवंटन पत्र डाउनलोड कर संबंधित स्कूल में 20 सितम्बर तक निःशुल्क प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे।


रविवार, 8 सितंबर 2019

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम’ के अंतर्गत बिम्ट्स महाविद्यालय में आयोजित हुआ सेमिनार 

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम' के अंतर्गत बिम्ट्स महाविद्यालय में आयोजित हुआ सेमिनार


बुरहानपुर। निमाड़ क्षेत्र की अग्रणी शैक्षणिक संस्था प्रो. बृजमोहन मिश्रा इंस्टीटटयूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साइंसेस महाविद्यालय बुरहानपुर में नर्सिंग के विद्यार्थियों द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर एक सेमीनार आयोजित किया गया। इसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए विद्यार्थियों को अनेक जानकारियों से अवगत कराया।
संस्था के जनसम्पर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि बिम्ट्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग बुरहानपुर में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सेमीनार ''मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनषीलता'' विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया।



जिसमें मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में मेडिकल आफिसर ऑफ मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट के डॉ. एस.आई. हक एवं नर्सिंग सिस्टर एंसी एल्फोन व बबीता भगत एवं नर्सिंग के प्रभारी प्राचार्य शैलेन्द्र उपाध्याय, प्रीन्यु थॉमस, अर्र्जुन वर्मा, अष्विनी चौधरी उपस्थित रहे। डॉ.हक ने नर्सिंग के विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए विविध प्रकार के मानसिक रोगों के बारे में बताया कि यह किस प्रकार उत्पन्न होते है और इनसे कैसे बचा जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके प्रोफेषन से संबंधित जानकारी देते हुए कहा कि किस प्रकार वे समाज में इसके प्रति जागरूकता फैला सकते है। इस सेमीनार में नर्सिंग स्टॉफ मयूर पाटील, अंकित केलकर, अनुराग मंडलोई, अनिता सिसौदिया, प्रियंका महाजन, मयूरी चौहान, मार्टिना जॉन एवं नर्सिंग के 200 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित थे। सेमीनार के सफलता पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सचिव अमित मिश्रा, प्रषासनिक अधिकारी विषाल गोजरे, संस्था के प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, डॉ.जैनुद्दीन अली, प्रभारी प्राचार्य डॉ.धीरजकुमार नेगी एवं समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रेषित की।


शनिवार, 7 सितंबर 2019

प्रदेश में आदिम-जाति कन्या छात्रावास भवन के लिये 50 करोड़ रूपये मंजूर, इन जिलों में बनेगे यह छात्रावास।

प्रदेश में आदिम-जाति कन्या छात्रावास भवन के लिये 50 करोड़ रूपये मंजूर, इन जिलों में बनेगे यह छात्रावास।
 
भोपाल - प्रदेश में इस वर्ष आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा 23 कन्या छात्रावासों के लिये नये भवन बनाने का निर्णय लिया गया है। इनमें 15 सीनियर कन्या छात्रावास और 8 महाविद्यालयीन छात्रावास भवन शामिल हैं। भवन बनाने के लिये करीब 50 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं। प्रत्येक छात्रावास के नये भवन के लिये 2 करोड़ 20 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं। विभाग ने हर साल 40 हाई स्कूल को हायर सेकेण्डरी स्कूल में अपग्रेड करने का भी निर्णय लिया है।


सीनियर कन्या छात्रावासों के नये भवन शहडोल, धार जिले में मनावर, मण्डला में नारायणगंज, श्योपुर में केसली, बड़वानी में सिलावद, सिवनी में खेड़ापुर, खण्डवा में जामनी गुर्जर, बालाघाट में मोहनपुर, शिवपुरी में खोद, जबलपुर में कोहल, झाबुआ में चेनपुरा, डिण्डोरी में राई, भोपाल में ईंटखेड़ी, देवास में उदय नगर और अनूपपुर जिले में चोलना में बनाये जायेंगे।


महाविद्यालयीन कन्या छात्रावासों के नये भवन इंदौर जिले में छत्रीबाग, सिवनी में लखनादौन, छिन्दवाड़ा में अमरवाड़ा, खरगोन में बड़वाह, बड़वानी में राजपुर, डिण्डौरी में समनापुर, बालाघाट में वारासिवनी और अनूपपुर जिले में पुष्पराजगढ़ में बनाये जायेंगे।


नेहरू मोंटेसरी स्कूल के विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेेेकर सलफता अर्जित की

नेहरू मोंटेसरी स्कूल के विद्यार्थियों ने विभिन्न
प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेेेकर सलफता अर्जित की



 बुरहानपुर-  म.प्र. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा शनिवार को स्थानीय गाँधी हॉल में आयोजित "हिंदी प्रतिभा प्रोत्साहन प्रतियोगिता" का आयोजन किया । जिसमें कई शालाओं के  विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया इन प्रतियोगिताओं में नेहरू मोंटेसरी स्कूल के विद्यार्थियों ने सफलता के परचम लहराए
वाद-विवाद प्रतियोगिता में 


1. पक्ष में प्रथम- मेघना कुमारी 
2. विपक्ष में प्रथम- वैदिक सोहनी।


एकल लोकगीत में-
नेहा मालवीय तृतीय।


चित्रांकन से शब्दांकन-
तारिणी पालीवाल द्वितीय


काव्यपाठ प्रतियोगिता-
कनक यादव  द्वितीय
सभी विजेताओं को चिल्ड्रन्स एडुकेशन सोसायटी के पदाधिकारियों और प्राचार्य सिस्टर ज्योतिस ने शुभकामनाएं दी है।


विद्यार्थियों के भविष्य की नींव हैं शिक्षक - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ

विद्यार्थियों के भविष्य की नींव हैं शिक्षक - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ


 


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि शिक्षक विद्यार्थियों के भविष्य की नींव हैं। नींव अगर मजबूत होगी, तो निश्चित ही विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल होगा, देश मजबूत होगा। मुख्यमंत्री समन्वय भवन में मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय आभार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर शिक्षक कांग्रेस के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया।


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुआ है। विद्यार्थियों की सोच भी बदली है। शिक्षा प्राप्त करने के तरीके भी बदले हैं। नई तकनीक और नए संसाधनों के साथ हम किस तरह अपनी युवा पीढ़ी को बेहतर शिक्षा दे पाएँ, यह एक बड़ी चुनौती शिक्षकों के सामने है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवा पीढ़ी को संस्कृति, सभ्यता और संस्कार से जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ परंपराओं और परिवार का सम्मान करने की सींख दें। शिक्षा को सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित न रखें। श्री कमल नाथ ने कहा कि अगर शिक्षा व्यवस्था कमजोर होगी, तो देश के बेहतर भविष्य का निर्माण नहीं हो पायेगा। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग में भटकाव को रोकना होगा, उन्हें सही दिशा और दृष्टि देना होगी। रचनात्मक सोच पैदा करने वाली शिक्षा प्रणाली विकसित करना होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा में वह ताकत होना चाहिए, जो भावी पीढ़ी को देश की महानता, विशेषता और अनेकता में एकता के महत्व को आत्मसात करवाए।


मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार वचन-पत्र में उनसे किये वादे पूरे करेगी। उन्होंने कहा कि मैं घोषणा नहीं करता, काम करके दिखाता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश की बदहाल स्थिति और अर्थ-व्यवस्था को सुधारने की है। हम प्राथमिकता के साथ इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।


स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार किया है। इसमें स्कूल, शिक्षक, बच्चे और अभिभावकों को जोड़कर दायित्वपूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। एनसीईआरटी की किताबों को स्कूलों में पढ़ाना शुरू किया गया है। शिक्षकों की दक्षता वृद्धि के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। पाँचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पुन: प्रारंभ की गई है।


पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाठ्यक्रम ऐसे बनाएँ, जो विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा दे सकें। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में शामिल विषयों की निरंतर समीक्षा होना चाहिए। पूर्व सांसद श्री रामेश्वर नीखरा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। समारोह में सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी सिलावट, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और गृह मंत्री श्री बाला बच्चन भी उपस्थित थे।


बुरहानपुर कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने ॑Another Chance^^ (एक और मौका) कविता के माध्यम से बच्चों को आगे बढ़ने की सीख बतलाई।

  बुरहानपुर कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने ॑Another Chance^^ (एक और मौका) कविता के माध्यम से बच्चों को आगे बढ़ने की सीख बतलाई। कलेक्टर सुश्री...