बुरहानपुर शिक्षकों के भर्ती घोटाले मामले में दस्तावेजों के परिक्षण के पश्चात 9 सितंबर को सामने आ सकते और कुछ फर्जी संविदा शिक्षकों के नाम - सूत्र
बुरहानपुर - जिले में बहुचर्चित फर्जी शिक्षक घोटाले के मामले शिक्षा विभाग द्वारा 33 शिक्षकों को मूल दस्तावेज के परीक्षण के लिए शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को पत्र के माध्यम से सूचित कर जिला पंचायत में उपस्थित होंने का आदेश जारी किया है। आदेशानुसार इन शिक्षकों को अपने मूल दस्तावेजों के साथ जिला पंचायत विभाग में उपस्थित होना है। विश्वसनीय सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि इन संविदा शिक्षकों के संविलियन के बहाने मूल दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा जिसमें कुछ और फर्जी शिक्षकों के नाम सामने आ सकते हैं। क्योंकि जिला पंचायत में सभा के दौरान भर्ती शिक्षक मामले को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल हुआ था। शिक्षक मामले की जांच कई महीनों से ठंडे बस्ते में पड़ी है। जिसके कारण जिला पंचायत सदस्यों तथा जनपद अध्यक्ष द्वारा शिक्षा विभाग पर नाराजगी जताई । इसलिए अन्य सभी शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन किए जाने हेतु 9 सितंबर को सभी संविदा संवर्ग शिक्षकों को बुलाने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने तत्परता दिखाई।शिक्षकों के अनुपस्थित रहने पर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी । अन्य 88 सहायक शिक्षकों की नियुक्ति भी जनपद पंचायत द्वारा की गई थी उन्हें भी मूल दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने के लिए विभाग द्वारा पत्र लिखा गया है । 9 सितंबर को दस्तावेजों के सत्यापन के पश्चात कुछ और नाम सामने आने की सम्भावना जताई जा रही है जिनके दस्तावेज अपूर्ण हो सकते हैं ।जानकार सूत्रों के अनुसार जब तक इस घोटाले का मास्टर माइंड़ नहीं पकड़ा जाता तब तक अन्य खुलासे नहीं हो सकते । इस मामले में राजनीतिक दबाव की सम्भावना भी नजर आ रही है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें