शा. उच्च. माध्य. विद्यालय चापोरा में जीवन कौशल एवं सीसीएलई उपक्रम चलाए जाने से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में आया निखार
बुरहानपुर - बुरहानपुर जिले से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शा.उ.मा.विधालय चापोरा में विगत दो वर्षो से जीवन कौशल एवं सीसीएलई शासकीय उपक्रम चलाये जा रहे है। जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में काफी उभार आया है। पहले विद्यार्थियों में हिचकिचाहट दिखाई देती थी लेकिन अब भाषण प्रतियोगिता, प्रश्नों उत्तरी, आयु भाषण में सहभागिता लेने से उनमें मंच पर बोलने की क्षमता उनमें एक उत्साह, एक उमंग दिखाई देती है। सीसीएलई के अंतर्गत प्रार्थना सभा में भी बदलाव आया है, इसके साथ विद्यालय में चार सदन का निर्माण किया गया है। सदनों को अलग-अलग दर्शाने के लिए लाल, हरे, नीले व सफेद एवं सफेद रंग की रिबन का उपयोग किया जा रहा है।
उपरोक्त प्रयास से कक्षा 9 वी में भूषण दत्रातय पावडे नामक छात्र जो थोड़ा मानसिक रूप से कमजोर है के द्वारा स्कूली गतिविधियों में काफी रूचि लेता है। शुरूवाती दौर से ही वह शिक्षक के हर काम करने के लिए तत्पर रहता था। ताकि शिक्षक का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सके। कई बार वह अपने आपको असहज महसूस करता था। जब यह बात कक्षा शिक्षक के समझ में आयी तो उन्होंने उससे बातचीत की ओर उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया।
गणपती प्रतियोगिता में इस बालक ने पुरस्कार प्राप्ति के लिए मिट्टी के गणेशजी की प्रतिमा बनाने का प्रयास किया जो कि सराहनीय रहा। शासकीय उ.मा.विद्यालय चापोरा में रसायन शास्त्र की अध्यापिका श्रीमती अर्चना पवार ने उपयोगिता के आधार पर आवर्त सारणी बनवाई। जैसें मैग्नेशियम पत्तियों में पाया जाता है तो आवर्त सारण में हरे पत्ते का चित्र बनाकर उसमें संकेत, नाम एवं परमाणु क्रमांक दर्शाया। जिससें मैग्नेशियम का उपयोग छात्रों की समझ में आसानी से आ जाये। इस प्रकार अनेक गतिविधियों के माध्यम से शाला में परिवर्तन लाने हेतु प्राचार्य एवं समस्त स्टॉफ प्रयास कर रहे है। जिससे विद्यालय में खुशहाली वातावरण निर्मित किया जा सके।
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