शनिवार, 30 नवंबर 2019

मध्य प्रदेश के सभी BRCC, BAC और CAC की समीक्षा के आदेश, कई बदले जाएंगे

 


भोपाल। जनशिक्षक और बीएसी बनने के लिए शिक्षकों को अब उम्र की सीमा में बांध दिया गया है। 52 साल पूरे कर चुके शिक्षकों को जनशिक्षक और विकासखंड स्त्रोत समन्वयक नहीं बनाया जाएगा। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही कहा है कि 52 साल की आयु पूरी कर चुके शिक्षक यदि इन पदों पर हैं तो उन्हें तत्काल पद मुक्त कर दिया जाए।


राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से निर्देशित किया गया है कि वर्तमान में पदस्थ सभी विकासखंड अकादमिक समन्वयक (बीएसी) तथा जनशिक्षकों को की समीक्षा की जाए। राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल की संचालक आईरिन सिंथिया जेपी द्वारा जारी आदेश के अनुसार ब्लॉकवार 5 बीएसी और 21 विद्यालयों पर 1 जनशिक्षक के हिसाब से नियुक्त किया जाना है।
विभाग ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जिन शिक्षकों का काम अच्छा है, उन्हें ही बीएसी और जनशिक्षक के पदाें पर प्राथमिकता दी जाए।
जिनकी प्रतिक्रिया 4 साल पूरे, उन्हें हटाया जाए
शासन ने प्रतिनियुक्ति की अवधि अधिकतम 4 साल तय की है। इसलिए पहले उन जनशिक्षक और बीएसी को हटाया जा रहा है जिनकी नियुक्ति के 4 साल और उनकी उम्र 52 साल या इससे अधिक हो गई है। हालांकि 4 साल पूरे कर लेने वाले लेकिन 52 साल से कम उम्र के शिक्षक जनशिक्षक और बीएसी के पदों पर नियुक्ति के लिए काउंसिलिंग में शामिल हो सकते हैं।


12 से 14 दिसंबर 2019 तक बुरहानपुर जिले की शालाओं में आयोजित होगा प्रतिभा पर्व-  

 


भोपाल- संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल के निर्देशानुसार राज्य के समस्त जिलों में एक साथ प्रतिभा पर्व का आयोजन 12 व 14 दिसंबर को आयोजित होना है। जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का अकादमिक दक्षताओं का आंकलन किया जायेगा। मूल्यांकन प्रतिदिवस सुबह 11 बजे से 1 बजे एवं 2 से 4 बजे तक दो पालियों में आयोजित होना है।
    प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में प्रतिभा पर्व का आयोजन प्रतिवर्षानुसार 3 दिवस का होगा। प्रथम 2 दिवस अकादमिक दक्षताओं का आंकलन किया जायेगा। तीसरे दिवस खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इस वर्ष कक्षा पांचवी आठवीं मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। दोनों कक्षाओं में मूल्यांकन बोर्ड पैटर्न पर लघुत्तरीय एवं दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे जायेंगे। जिसका विद्यार्थी को विस्तारपूर्वक उत्तर देना होगा। दीर्घउत्तरीय प्रश्न पूछे जाने के पीछे विद्यार्थियों के लेखन कौशल विकसित करने की मंशा है। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे उन्हीं शालाओं में आयोजित होना है जो गत वर्ष की थी। उक्त पैटर्न के आधार पर बच्चों का लर्निंग आउटकम्स आधारित उपलब्धि स्तर का रिपोर्ट कार्ड प्राप्त करने के लिये सेम्पल शालाओं के बच्चों् का रिपोर्ट कार्ड प्राप्त किया जायेगा।
         राज्य षिक्षा केन्द्र द्वारा चयनित 60 प्राथमिक और 60 माध्यमिक शालाओं में कक्षा तीसरी, पांचवी और आठवीं के समस्त छात्रों का रिस्पोन्स् शीट पर मूल्यांकन किया जायेगा। प्रतिभा पर्व के अंतर्गत पहला दूसरा दिवस शालेय व्यवस्था शाला के संचालन की स्थिति बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों का आंकलन किया जायेगा जिससे बच्चों की अकादमिक गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किये जा सकें। तीसरे दिवस 14 दिसम्बर को वार्षिक उत्सव एवं विभिन्न सांस्कृतिक साहित्यिक एवं खेल गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। आयोजन में सर्वाधिक उपस्थिति वाले छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। इस आयोजन के लिये राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा प्रत्येक शालाओं को एक हजार रुपये का बजट उपलब्ध कराया गया है। उक्त राशि का खर्च सांस्कृतिक, साहित्यिक, खेल गतिविधियों के व्यवस्थाओं व पुरस्कार वितरण में खर्च किया जा सकेगा। प्रतिभा पर्व के आयोजन को पारदर्शी एवं सफल बनाने के लिये शाला प्रबंध समिति के सदस्यों, सरपंच, पंच एवं जनप्रतिनिधियों को भी सहभागी बनाने के लिये प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिये गये हैं।
         राज्य् शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार इस वर्ष कक्षा पांचवी एवं आठवीं की वार्षिक परीक्षायें बोर्ड पैटर्न पर आयोजित होना हैं जिसके लिये सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है बच्चों एवं पालकों को पत्र लिखकर एवं गांव में डोंडी पिटवाकर अवगत कराया जाये कि दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं बोर्ड प्रारूप में आयोजित होंगी। छात्रों को पूरक परीक्षा के लिये एक मौका दिया जायेगा और यदि इस परीक्षा में भी छात्र 33 प्रतिशत से कम अंक लाता है तो उसे पुनः उसी कक्षा में अध्ययन करना होगा


गुरुवार, 28 नवंबर 2019

स्कूल प्रहरी ब्रेकिंग न्यूज़......... संतोष सोलंकी ने किया बुरहानपुर  विकासखंड शिक्षा अधिकारी का पदभार ग्रहण 

स्कूल प्रहरी ब्रेकिंग न्यूज़.........


संतोष सोलंकी ने किया बुरहानपुर  विकासखंड शिक्षा अधिकारी का पदभार ग्रहण


बुरहानपुर- शिक्षा विभाग में विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर खरगोन से स्थानांतरित होकर आए श्री संतोष सोलंकी ने आज विभाग में पदभार ग्रहण किया। उल्लेखनीय है कि इस पद का कुछ वर्षों से रविंद्र महाजन के पास अतिरिक्त प्रभार था।
सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि शाहपुर संकुल केंद्र से प्रभारी प्राचार्य संजय बोरसे का स्थानांतरण हरदा होने के कारण वहां के रिक्त पद पर रविंद्र महाजन की नियुक्ति हो सकती है। सोलंकी के पदभार ग्रहण करते समय प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री  सैय्यद अतिक अली सहित कार्यालय के प्रशांत जोशी, नरेंद्र काकड़े एवं विलास सोनार उपस्थित थे ।


फोपनार संकुल में शैक्षिक संवाद का आयोजन

फोपनार संकुल में शैक्षिक संवाद का आयोजन


 


 बुरहानपुर- जनशिक्षा केंद्र फोपनार में दिनांक 25/11/2019 से 28/11/2019 मासिक शैक्षिक संवाद की बैठक आयोजित की गई। जिसमे दिनांक 25 नवम्बर को संकुल के कक्षा 1और 2 को पढ़ाने वाले शिक्षकों की गणित, अंग्रेजी, और हिंदी की कठिनाइयों को दूर किया गया। और दिनांक 26 नवम्बर को कक्षा 3, 4 और 5 को पढ़ाने वाले शिक्षको का गणित , अंग्रेजी का प्रशिक्षण संकुल केंद्र फोपनार में रखा गया।



इसमें जनशिक्षक श्री हारून शेख और एमटी श्री दिगम्बर महाजन , श्री जितेंद्र पाटिल और श्री महेंद्र महाजन द्वारा विभिन्न विषयो में आनेवाली कठिनायों को दूर किया गया। दिनांक 27/11/2019 को संकुल की माध्यमिक शालाओ के कक्षा 6, 7 और 8 को पढ़ाने वाले शिक्षकों का प्रशिक्षण संकुल की ही शास.उच्च. माध्य. विद्यालय फोपनार में रखा गया।



जिसमे एमटी श्री दिगम्बर महाजन , श्री नरेंद्र भूते ने माध्यमिक के शिक्षकों को, गणित में घात और घातांक, बीजीय व्यंजक, और क्षेत्रमिति से सम्बंधित कठिन अवधारणाओं पर शैक्षिक संवाद का आयोजन किया गया। उपरोक्त प्रशिक्षण में संकुल के 20 प्राथमिक और 8 माध्यमिक शालाओ के शिक्षकों ने सहभागिता की।


अर्वाचीन इंडिया स्कूल के सैलानियों ने किया उत्तर भारत का शैक्षणिक भ्रमण

अर्वाचीन इंडिया स्कूल के सैलानियों ने किया उत्तर भारत का शैक्षणिक भ्रमण


बुरहानपुर। शहर के सुपरिचित विद्यालय अर्वाचीन इंडिया के विद्यार्थी विगत आठ दिनों से उत्तर भारत के विभिन्न शहरों के भ्रमण पर गए थे। यात्रा की शुरुआत इंडिया के स्विजरलैंड खजियार, डलहौजी, चम्बा शहरों से हुई। पहाड़ों की खूबसूरती से मंत्र-मुग्ध इन विद्यार्थियों ने वहां के मौसम से तालमेल बैठाते हुए प्रत्येक शहर को जानने व समझने की कोशिश की। पहाड़ों से आगे का सफर तय कर ये विद्यार्थी भारत-पाक सीमा पर भी गए, जहां भारत-माता की जयकारों से गगन गुंजा दिया। तिरंगे के रंग में रंगे इन विद्यार्थियों ने गोल्डन टेम्पल, जलियांवाला बाग इत्यादि स्थानों का भी भ्रमण कर वहाँ के इतिहास को जाना। कहते है यात्रा मनुष्यों को जीवन जीने की कला सिखाती हैं, विभिन्न आयु वर्ग के इन विद्यर्थियों ने सच में रोज नये-नये अनुभव किए। 



इस शैक्षणिक भ्रमण में विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा स्वयं छात्रों के साथ गई थी, उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ सफर वाकई सुहाना रहा। ये इतने निश्छल होते हैं कि प्रत्येक स्थिति में इनका साथ हमें स्फूर्ति देता है और हम भी अपनी दैनिक दिनचर्या से अलग हटकर इनके साथ को एंजॉय करते हैं। ग्रुप के साथ विद्यालय की कोर्डिनेटर श्रीमती दीप्ति पेच्ची, देवेन्द्र गढ़वाल, कुमिका पाथरोल, हिमान्शु तिवारी एवं नंदलाल पाटील भी गए थे। 
सचिव अमित मिश्रा ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों में ज्ञान और आत्मविश्वास दोनों की वृद्धि होती है और हम अपने बच्चों का सर्वांगीण विकास चाहते है और वही करने की सतत कोशिश करते हैं। रेलवे स्टेशन पर विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि हमारे विद्यार्थी जीवन में सारे अनुभव लेकर आगे बढ़े ऐसी हमारी हमेशा कोशिश होती है। 



संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि शैक्षिक भ्रमण से बच्चों में नेतृत्व की भावना का विकास होता है। अर्वाचीन इंडिया स्कूल के शिक्षक तथा बच्चों का दल भारत-पाक सीमा के बाघा अटारी बार्डर का शैक्षिक भ्रमण कर लौटा। इस दौरान बच्चों ने पाक सीमा के अलावा अमृतसर में गोल्डन टेम्पल, जलियांवाला बाग, सिन्धु घाटी की सभ्यता सहित कई ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर ज्ञान अर्जित किया। बच्चों ने जलियांवाला बाग का भ्रमण में गोलियों के निशान, गहरा कुआं, शहीद स्मारक आदि का अवलोकन भी किया।
सफलतम भ्रमण के लिए शाला परिवार ने सभी पालकों को शुभकामनाएं दी क्योंकि पालकों के साथ और विश्वास से ही हम कोई भी काम कर पा रहे हैं। शाला के शिक्षकों ने रेलवे स्टेशन पर सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों का भावपूर्ण स्वागत किया।


 


विद्यासागर पब्लिक स्कूल में महात्मा ज्योतिराव फूले की मनाई 129वी पुण्य तिथि।

 


विद्यासागर पब्लिक स्कूल में महात्मा ज्योतिराव फूले की मनाई 129वी पुण्य तिथि।


 शाहपुर। विद्यासागर पब्लिक स्कूल शाहपुर में महात्मा ज्योति राव फूले की 129 वी पुण्यतिथि मनाई गई ।जिसमें उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं ने महात्मा ज्योति राव फूले और सावित्रीबाई फुले के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।



इस दौरान संस्था प्राचार्य राजेंद्र महाजन ने महात्मा ज्योति राव फूले की जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले समाज के लिए एक आदर्श समाज सुधारक व शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल करने वाले सशक्त व्यक्तित्व थे ।



वही शिक्षक निलेश महाजन ने भी संबोधित करते हुए कहा कि क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिराव फुले के जीवन आदर्शों का सभी ने अध्ययन करना चाहिए ताकि समाज में जन जागृति और समाज सुधार के कार्यों में बढ़ावा मिले ।इस दौरान विजय महाजन, योगेश महाजन ,प्रशांत चौधरी, जिकेश मगरे ,चेताली महाजन कविता नागवंशी ,पल्लवी राऊत, तेजस्विनी महाजन सहित टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ मौजूद था


जनपद शिक्षा केंद्र में वर्चुअल क्लास दिया जा रहा है प्रशिक्षण ।

जनपद शिक्षा केंद्र में वर्चुअल क्लास दिया जा रहा है प्रशिक्षण


 भगवानपुरा - जनपद शिक्षा केंद्र भगवानपुर द्वारा कक्षा पांचवी कक्षा आठवीं अंग्रेजी भाषा पढ़ाने वाले  शिक्षकों का एक दिवसीय  वर्चुअल क्लास प्रशिक्षण दिनांक 25/11/ 2019 से प्रारंभ किया गया l जो दिनांक 5/12/ 2019 तक उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भगवानपुरा में आयोजित किया जा रहा है l प्रशिक्षण प्रभारी मनोहर सिंह मंडलोई विकासखंड अकादमी के समन्वयक द्वारा बताया गया कि उक्त  प्रशिक्षण में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों का लक्ष्य __71  है  एवं प्राथमिक शिक्षकों का लक्ष्य __385  होकर प्रशिक्षण संचालित किया जा रहा है l जिसमें मास्टर ट्रेनर वीरेंद्र सोंधी एवं  ऑनलाइन प्रशिक्षण भोपाल द्वारा वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चल रहा है l आज दिनांक 27 /11 /2019 को  डाइट खरगोन से गिरीश गुप्ता सर द्वारा अंग्रेजी प्रशिक्षण के उपलक्ष्य में शिक्षकों को मोटिवेट किया गया l एवं प्रशिक्षण से  संबंधित जानकारी से अवगत कराया गया l प्रशिक्षण में विकास खंड शिक्षा अधिकारी  श्री सुमेर सिंह जाधव द्वारा भी समय-समय पर प्रशिक्षण का अवलोकन किया जा रहा एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री प्रभात परमार्थी   द्वारा भी  समय-समय पर  प्रशिक्षण का  अवलोकन  किया जा रहा है l एवं  प्रशिक्षण से संबंधित  जानकारी  प्रस्तुत की जा रही है l कक्षा पांचवी/ आठवीं बोर्ड होने से  राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा यह प्रशिक्षण भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से चल रहा है प्रशिक्षण में जीवन सिंह मंडलोई बीएसई घनश्याम पाटीदार जन शिक्षक एवं आनार  सिंह डोडवे  आदि उपस्थित रहे।


भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


बुधवार, 27 नवंबर 2019

सहायक प्राध्यापकों, क्रीड़ा अधिकारियों तथा ग्रंथपालों को शीघ्र मिलेंगे नियुक्ति आदेश : उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी

सहायक प्राध्यापकों, क्रीड़ा अधिकारियों तथा ग्रंथपालों को शीघ्र मिलेंगे नियुक्ति आदेश : उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी


 


 

 भोपाल- उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक प्राध्यापकों, ग्रंथपालों और क्रीड़ा अधिकारियों के नियुक्ति आदेश जल्द जारी होंगे। उन्होंने जानकारी दी कि पीएससी से चयनित किए जाने वाले लगभग 3155 पद खाली हैं। इनमें से 18 विषयों के 124 सहायक प्राध्यापकों, 200 क्रीड़ा अधिकारियों और 212 ग्रंथपालों के नियुक्ति आदेशों की प्रक्रिया जारी है। अठारह विषयों के प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण लंबित हैं। शेष 3 विषयों में विभागीय प्रक्रिया संचालित है।


मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहाँ पर पीएससी से चयनित उम्मीदवारों की पद-स्थापना के लिए ऑनलाइन विकल्प की व्यवस्था की गई थी।


ऑगनवाड़ी के बाल शिक्षा केन्द्र में हो रही नौनिहालों की प्री-प्रायमरी पढ़ाई की तैयारी

ऑगनवाड़ी के बाल शिक्षा केन्द्र में हो रही नौनिहालों की प्री-प्रायमरी पढ़ाई की तैयारी


 


 

महिला-बाल विकास विभाग ने प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड के एक ऑगनवाड़ी केन्द्र को बाल शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। प्रथम चरण में 313 ऑगनवाड़ी केन्द्र में बाल शिक्षा केन्द्र शुरू किये गये हैं। इन बाल शिक्षा केन्द्रों में 6 वर्ष तक आयु वर्ग के नौनिहालों को प्री-प्रायमरी शिक्षा की तैयारी कराई जा रही है।


महिला-बाल विकास विभाग द्वारा प्रारंभिक बाल्यावस्था में देखरेख और शिक्षा के संबंध में रेग्युलेटरी दिशा-निर्देश तैयार किये जा रहे हैं। इसके माध्यम से शासकीय एवं निजी क्षेत्रों में 6 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों के समुचित विकास के लिए संचालित की जा रही प्री-प्रायमरी संस्थाओं का नियमन, निगरानी और मूल्यांकन किया जाएगा। प्रदेश स्तर पर भी शाला पूर्व शिक्षा नीति तथा नियामक दिशा-निर्देश बनाये जा रहे हैं।


पाठ्यक्रम निर्धारण


ऑगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले 3 से 6 वर्ष तक आयु के बच्चों के लिए 19 विषयों का माहवार पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। इसमें स्वयं की पहचान, मेरा घर, व्यक्तिगत साफ-सफाई, रंग और आकृति, तापमान एवं पर्यावरण, पशु-पक्षी, यातायात के साधन, सुरक्षा के नियम, हमारे मददगार मौसम और बच्चों का आत्म-विश्वास तथा हमारे त्यौहार शामिल हैं। बाल शिक्षा केन्द्र में बच्चों के लिए आयु समूह के अनुसार तीन एक्टीविटी वर्कबुक तैयार की गई हैं। बच्चों के विकास की निगरानी के लिए शिशु विकास कार्ड भी बनाए गए हैं।


ऑगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश


बाल शिक्षा केन्द्र में ऑगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए साल भर में करवाई जाने वाली गतिविधियों का संकलन तथा मासिक और साप्ताहिक कैलेण्डर की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इसमें बच्चों के विकास का अवलोकन करने के लिए आयु समूह के अनुसार शिशु विकास कार्ड बनाए गए हैं। ऑगनवाड़ी छोडते समय बच्चों को प्रमाण-पत्र और प्रतिवर्ष पी.एस.ई.किट उपलब्ध कराई जा रही है। निपसिड़ से प्रशिक्षित स्टेट रिर्सोस ग्रुप के द्वारा राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षित किये गये हैं, जिनके द्वारा पर्यवेक्षकों को 'हेण्डस ऑन' प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऑगनवाड़ी कार्यकताओं और सहायिकाओं को भी पर्यवेक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


खेल-खेल में शिक्षा


ऑगनवाड़ी शिक्षा केन्द्र में खेल-खेल में बच्चों के शारिरीक और मानसिक विकास के लिए दैनिक गतिविधियाँ निर्धारित की गई हैं। इसमें क्रियात्मक और रचनात्मक खेल, नाटक अथवा नकल करने वाले खेल, सामूहिक और नियमबद्ध खेल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बच्चे अपने मन से अकेले कुछ खेल खेलना चाहते हैं, उसे भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर खेलों के आधार पर बच्चों से अलग-अलग गतिविधियाँ कराई जाती हैं। केन्द्रों पर प्रतिदिन 3 से 4 घन्टे का समय शाला-पूर्व शिक्षा के लिए निर्धारित है। बच्चों को एक गतिविधि के लिए 15 से 20 मिनिट का समय निर्धारित किया गया है क्योंकि 3 से 6 वर्ष तक की उम्र के बच्चे एक गतिविधि पर इससे अधिक समय तक ध्यान नहीं दे पाते।


कक्ष व्यवस्था


बच्चों को आकर्षित करने के लिए ऑगनवाड़ी शिक्षा केन्द्र में रंग बिरंगी साज-सज्जा की गई है। कक्ष में दीवारों पर चार्ट, पोस्टर्स और कटआऊट आदि लगाए गए हैं। कक्ष की दीवारों पर बच्चों के द्वारा बनाई गई सामग्री का प्रदर्शन भी किया गया है। बड़े समूह की गतिविधियों के लिए कक्ष के एक कोने में मंच की व्यवस्था की गई है, जहां बच्चे पुस्तक पढ़कर सुनाते हैं, गाना गाते हैं, कविताएं और कहानियाँ सुनाते हैं। बाल शिक्षा केन्द्र के कक्ष के अन्दर का वातावरण छोटे बच्चों की रूचि एवं विकासात्मक आवश्यकताओं के अनुसार बनाया गया है। बच्चों के खेलने के लिए अलग-अलग कोने जैसे गुडिया घर का कोना, संगीत का कोना, विज्ञान एवं पर्यावरण प्रयोग का कोना, बिल्डिंग ब्लॉक से खेलने का कोना, शिल्पकला का कोना और कहानियों का कोना आदि बनाए गए हैं।


बाहरी वातावरण


बच्चों की माँसपेशियों के विकास के लिए खेलकूल और भागदौड़ जैसी शारीरिक गतिविधियाँ आवश्यक होती हैं। ऑगनवाड़ी केन्द्रों के बाल शिक्षा केन्द्र में प्रत्येक दिन एक विशेष समय के अंतराल में बच्चों को बाहरी खेल जैसे चढ़ने-उतरने वाले खेल, शारीरिक हलचल, झूले, फिसल पट्टी और संतुलन वाले खेल खिलाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त, बगीचे में गड्ढा खोदना, पौधा लगाना, बागवानी आदि के खेल भी खिलाए जाते हैं।


बोर्ड पैटर्न से होगा पाँचवीं और आठवीं के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्यांकन - शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी

राज्य सरकार का शिक्षा में गुणवत्ता सुधार पर है पूरा फोकस - मंत्री डॉ. चौधरी


बोर्ड पैटर्न से होगा पाँचवीं और आठवीं के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्यांकन 


 

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने आज यहां मीडिया कार्यशाला में कहा कि राज्य सरकार का पूरा फोकस शिक्षा में गुणवत्ता सुधार पर केन्द्रित है। इस दिशा में लगातार नवाचार एवं सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।


एक्सपोजर विजिट


मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि गुणवत्ता में सुधार की दृष्टि से विभागीय अधिकारियों, प्राचार्यों एवं शिक्षकों को स्थानीय निजी स्कूलों, दिल्ली, नोएडा एवं दक्षिण कोरिया के स्कूलों का भ्रमण कराया गया, ताकि प्रदेश में गुणवत्ता सुधार के लिये अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रणाली को लागू किया जा सके।


मूलभूत विषयों पर प्रभावी कार्यवाही


स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा समुचित कॉपी चेकिंग व्यवस्था पर बल दिया गया है। कॉपी चेकिंग में सुधार के लिये सघन अभियान चलाया गया। राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारियों ने स्कूलों का भ्रमण कर सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों की कॉपियाँ सही तरीके से चेक की जाएं। उन्होंने बताया कि अभियान में लगभग 3000 विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा की जा रही कॉपी चेकिंग की जांच की गई। कॉपी चेक नहीं करने वाले तथा करेक्शन अंकित नहीं करने वाले शिक्षकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की गई। गलती करने वाले शिक्षकों की वेतन-वृद्धि रोकने और वेतन कटौती की कार्यवाही भी की गई। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों को शोकॉज नोटिस जारी किए गए।


खराब परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही


डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि तीस प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों की दक्षता का आकलन करने के लिए परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 6 हजार से ज्यादा शिक्षकों को शामिल किया गया। शिक्षकों की दक्षता सुधार के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया। जिन शिक्षकों के परीक्षा परिणाम अच्छे नहीं रहे, उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई।


पालकों एवं शिक्षकों के मध्य संवाद


मंत्री डॉ. चौधरी ने जानकारी दी कि अभिभावकों एवं शिक्षकों के मध्य संवाद स्थापित करने के लिए नियमित पालक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) की व्यवस्था की गई। इस बैठक में छात्र की प्रोफाइलिंग, दक्षता उन्नयन वर्क बुक, प्रतिभा-पर्व परिणाम, ब्रिज-कोर्स और अर्द्धवार्षिक परीक्षा पर शिक्षकों एवं अभिभावकों के मध्य चर्चा हुई। इन बैठकों में लगभग 40 लाख अभिभावकों ने भाग लिया। इसके अलावा, बाल दिवस पर 'प्रिय अभिभावक' नाम से एक पत्र भी अभिभावकों को भेजा गया, जिसमें छात्र-छात्राओं की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार के लिए उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने संबंधी अपील की गई।


बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा


राज्य शासन द्वारा वर्तमान अकादमिक सत्र से कक्षा 5वीं और 8वीं के बच्चों का बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक मूल्यांकन किये जाने का निर्णय लिया गया है। कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षा में पास होने के लिए विद्यार्थियों को 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना होंगे। ऐसा न होने पर 2 माह बाद पुन: परीक्षा ली जाएगी।


शिक्षकों को प्रोत्साहन


डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि, प्रदेश में 'वॉल आफ फेम' नाम से सम्मान योजना प्रारंभ की गई है। यह योजना कक्षा तीसरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों में बुनियादी दक्षता के उन्नयन के लिए शिक्षकों और शालाओं द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सम्मान एवं प्रोत्साहन देने के लिए प्रारंभ की गई है। इसके अन्तर्गत तीन श्रेणियां कांस्य, रजत एवं स्वर्ण चैम्पियन शामिल हैं। यह बेसलाईन/मिडिल लाईन/एण्ड लाईन टेस्ट में बुनियादी दक्षता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के प्रतिशत पर आधारित है। इस योजना के अन्तर्गत इस वर्ष प्रदेश में 851 स्वर्ण चैम्पियन, 2187 रजत चैम्पियन और 4566 कांस्य चैम्पियन प्रमाण-पत्र सहित कुल 7600 विद्यालयों को अवार्ड प्रदान किए गए हैं।


शिक्षकों के ऑनलाइन स्थानांतरण


इस वर्ष पारदर्शी प्रक्रिया के तहत शिक्षकों के ऑनलाइन स्थानांतरण किये गए। इस व्यवस्था से लगभग 35 हजार शिक्षक मनचाही जगह पर पदस्थापित हुए।


यूथ क्लब


विद्यार्थियों में वैज्ञानिक अभिरुचि, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना उत्पन्न करने तथा सांस्कृतिक, बौद्धिक, खेलकूद, कला एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में कौशल एवं रुचि को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करने के प्रयास किये गए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को स्कूल के समय के बाद विभिन्न गतिविधियों में संलग्न करने के लिए सभी माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान मित्र क्लब और सभी प्राथमिक विद्यालयों में यूथ एवं ईको क्लब का गठन किया गया है।


शैक्षिक संवाद


स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि पीयर लर्निंग के तहत शिक्षकों के कक्षा-शिक्षण अनुभवों और समस्याओं पर विचारों के आदान-प्रदान एवं समाधान के लिए संकुल स्तर पर प्रतिमाह के अंतिम सप्ताह में एक दिन शैक्षिक संवाद आयोजित किया जा रहा है। इसमें शिक्षक अपने विषय एवं कक्षाओं की उपलब्धियों और समस्याओं पर विचार-विमर्श कर समाधान प्राप्त करते हैं।


एनसीईआरटी पाठ्यक्रम


मंत्री डॉ. चौधरी ने जानकारी दी कि विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने योग्य बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया गया है। सत्र 2019-20 में कक्षा 6वीं से 10वीं तक सामाजिक विज्ञान और कक्षा 11वीं में कला संकाय की एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर दिया गया है। वर्ष 2021-22 तक क्रमिक चरणों में सभी विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सभी विषयों में यह पाठ्यक्रम लागू कर दिया जाएगा।


गरीब बच्चों का प्रायवेट स्कूल में प्रवेश


उन्होंने बताया कि नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के अंतर्गत प्रदेश के प्रायवेट स्कूलों की प्रवेशित कक्षा में कमजोर वर्ग के बच्चों के लिये 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित कर लगभग 12 लाख से अधिक बच्चों का नि:शुल्क प्रवेश करवाया गया है। डॉ. चौधरी ने कहा किशिक्षकों की कमी को भी क्रमवार रूप से पूरा किया जा रहा है। उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक वर्ग के लिए पात्रता परीक्षा आयोजित की गई है। इसमें लगभग 22 हजार शिक्षकों की शीघ्र ही नियुक्ति की जाएगी।


दक्षता-सुधार


स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि कक्षा 8वीं एवं 9वीं में प्रवेशित विद्यार्थियों की दक्षता सुधार के लिए कक्षा 9वीं में प्रवेशित सभी विद्यार्थियों के लिए ब्रिज कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिसमें हिन्दी, अंग्रेजी एवं गणित की पढ़ाई कराई जा रही है। इसके लिए लगभग 20 हजार शिक्षक तैनात किये गए हैं।


एक परिसर-एक शाला


डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जानकारी दी कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक ही परिसर में पृथक-पृथक इकाई में संचालित विद्यालयों का एकीकरण किया गया है। इससे एक परिसर की सभी शालाएँ एक यूनिट की तरह संचालित की जा रही हैं। इससे एक ही परिसर में कक्षावार एवं विषयवार शिक्षकों की उपलब्धता बढ़ेगी। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए गुणवत्ता में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि लगभग 16 हजार परिसरों में स्थित 35 हजार शालाओं को एक परिसर-एक शाला के रूप में चिन्हित कर इनका विलय किया गया है।


स्टीम कॉन्क्लेव


मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि विद्यार्थियों को 21वीं सदी के हिसाब से शिक्षित करने के मकसद से क्रिएटिविटी, क्रिटिकल एनालिसिस, कोलेबोरेटिव लर्निंग, कम्युनिकेशन आदि स्किल विकसित करने की दृष्टि से स्टीम (STEAM) आधारित शिक्षा पद्धति को लागू किया जाएगा इसके संबंध में विमर्श करने के लिए विगत 30 एवं 31 अक्टूबर को दो दिवसीय स्टीम कॉन्क्लेव आयोजित की गई, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के विषय-विशेषज्ञों, शिक्षा से जुड़े संस्थानों, प्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों के प्रतिनिधि एवं शिक्षकों ने भाग लिया।


कक्षा साथी एप से विद्यार्थियों का रियल टाइम मूल्यांकन


स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि पायलेट परियोजना में प्रदेश के 13 विद्यालयों में 'कक्षा-साथी' एप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। इससे विद्यार्थियों का रियल टाइम मूल्यांकन किया जा सकेगा। इसमें भोपाल जिले के 8 एवं रायसेन जिले के 5 विद्यालयों में 'कक्षा-साथी' एप से अध्यापन प्रारंभ किया गया है।


डॉ. चौधरी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए आधारभूत संरचना और संसाधनों में सुधार के साथ शिक्षकों की कमी को दूर करने और शालाओं का सशक्तिकरण कर उन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त संस्थानों में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।


डॉ. चौधरी ने कहा कि एलीमेंट्री एजुकेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि प्री-प्रायमरी शिक्षा बच्चों की संज्ञानात्मक, मानसिक और शारीरिक क्षमताओं को सुनिश्चित करती है। इससे प्रारंभ से ही विद्यार्थियों में शिक्षा की नींव मजबूत होती है। उन्होंने बताया कि 5 जिलों छिन्दवाड़ा, भोपाल, सागर, शहडोल एवं सीहोर के 15 विद्यालयों में प्री-प्रायमरी शिक्षा के लिये पायलट प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया जा रहा है। इसे आगे वृहद् रूप में लागू किया जाएगा।


मुख्यमंत्री से मिली "यंगेस्ट एक्टिवट्रेक्स्ट्रस राइटर" वर्ल्ड रिकार्ड बनाने वाली कुमारी शंजन।दोनों हाथों से लिखती है 3 साल की बालिका

 

 


धन्य है हमारा प्रदेश, जहाँ षंजन जैसी प्रतिभाएं हैं : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ


मुख्यमंत्री से मिली "यंगेस्ट एक्टिवट्रेक्स्ट्रस राइटर" वर्ल्ड रिकार्ड बनाने वाली कुमारी शंजन



 भोपाल- मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश की प्रतिभा तीन वर्षीय नन्हीं बालिका षंजन थम्मा के साथ आत्मीय पल बिताए। बहुमुखी प्रतिभा की धनी दस माह की उम्र में ही इस बालिका को दोनों हाथ से लिखने की कला के साथ ही वर्तमान में दुनिया के 247 देशों में से 235 देशों के नाम और उनकी राजधानी मुखाग्र याद है। मुख्यमंत्री ने कहा 'धन्य है हमारा प्रदेश, जहां इतनी अद्वितीय प्रतिभाएं हैं। श्री कमल नाथ ने कहा कि ऐसी प्रतिभाओं का प्रदेश हित में प्रेरणा के रूप में उपयोग किया जाएगा।


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ जब मंत्रिमंडल की बैठक से लौटे, तो मंत्रालय की 5वीं मंजिल में अपने कक्ष में वे कुमारी षंजन से मिले। षंजन अपनी माँ श्रीमती मानसी थम्मा एवं नाना श्री रमेश चंद्र शर्मा के साथ आई थी। उज्जैन निवासी षंजन जैसे ही कक्ष में दाखिल हुई मुख्यमंत्री ने गर्म जोशी के साथ उससे हाथ मिलाया। षंजन से उन्होंने सवाल किया कि उसे कौन-कौन से मेडल प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री ने उसकी एक-एक उपलब्धि को देखा। फूलों से लदा एक गुलदस्ता भी मुख्यमंत्री ने षंजन को दिया। मुख्यमंत्री ने अपनी और से षंजन को एक प्रशंसा-पत्र भी सौंपा।


मुख्यमंत्री ने प्रशन्सा-पत्र में लिखा


'धन्य है हमारा प्रदेश, जो आपकी जैसी अद्वितीय प्रतिभा हमारे यहाँ है। 'यंगेस्ट एक्टिवट्रेक्स्ट्रस राइटर' के रूप में वर्ल्ड रिकार्ड बनाने पर मेरी और प्रदेश की जनता की ओर से बधाई देता हूँ। आपकी प्रतिभा को निखारने के लिए माता-पिता ने जिस समर्पण के साथ जो सतत् प्रयास किए हैं, वे सराहनीय हैं। ऐसी प्रतिभाओं को संवारने और सहेजने की आवश्यकता है। आपकी सफलता माता-पिता की कोशिशों का परिणाम है, और एक उदाहरण भी। मेरी शुभकामनाएँ हैं कि आप हमेशा इसी तरह अपने देश-प्रदेश और माता-पिता का सम्मान बढ़ाते जाएं। आपके बेहतर भविष्य की कामना करता हूँ।'


मुख्यमंत्री को षंजन की माता मानसी ने बताया कि जब वह 10 माह की थी, तभी से दोनों हाथ से लिखने के साथ ही एक से 10 तक की गिनती इसे याद थी। साइंस, राजनीति और दुनिया के भूगोल की षंजन को गहरी समझ और जानकारी है। षंजन का पहला रिकार्ड 2 साल 11 माह में बना, जब वह दोनों हाथों से लिखने लगी थी। दूसरा रिकार्ड इतनी ही कम उम्र में राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय गान के साथ ही सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान उसे पूरा याद होने के कारण बना। उसे वर्ल्ड रिकार्ड ऑफ इंडिया और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड मिल चुका है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होने की अंतिम प्रक्रिया चल रही है। षंजन की अपनी खुद की 250 किताबों की लाइब्रेरी है। चंद्रयान 2 की लॉचिंग उसने पूरी रात देखी और कहा कि आगे हम इसमें सफल होंगे। षंजन तीन साल की है और वह नर्सरी में है लेकिन उसे नवीं कक्षा का पूरा ज्ञान है। षंजन की माँ सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और पिता श्री श्रीधर थम्मा एयर फोर्स में कच्छ में पदस्थ हैं। षंजन की प्रतिभा को सहेजने और संवारने के लिए मां ने अपनी नौकरी छोड़ दी। वे बीएड कर रही हैं ताकि वे स्वंय उसकी अधिकृत शिक्षिका बन सके।



मंगलवार, 26 नवंबर 2019

जनशिक्षा केन्द्र नेपानगर की 26  शालाओं में संविधान दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने की शपथ ग्रहण 

जनशिक्षा केन्द्र नेपानगर की 26  शालाओं में संविधान दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने की शपथ ग्रहण


 




 



बुरहानपुर/ नेपानगर- आज संविधान दिवस के अवसर पर जन शिक्षा केन्द्र नेपानगर की 26 शालाओं में संविधान दिवस का कार्यक्रम हर्षोल्लास से मनाया गया , लगभग 4500 विद्यार्थियों को नागरिको के मूल कर्तव्यों की शपथ दिलाई गई , एवं  संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया , इसके पश्चात बाबासाहब एवं संविधान पर बच्चो एवं शिक्षको के द्वारा गीत , कविता भाषण आदि कार्यक्रम कराए गए , अंत मे बच्चो को चॉकलेट्स , मिठाई वितरित की गई ।


 



रविवार, 24 नवंबर 2019

71 वे एनसीसी दिवस पर आयोजित हुए कार्यक्रम

71 वे एनसीसी दिवस पर आयोजित हुए कार्यक्रम


बुरहानपुर - स्थानीय हकीमिया हायर सेकंडरी स्कूल में नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम हुए।  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुल्ला तफ्फजुल हुसैन मुलायमवाला शामिल हुए। मुख्य अतिथि को ससम्मान कैडेट उन्हें परिसर के गेट से मंच तक लेकर आए इसके बाद मुख्य अतिथि तफज्जुल हुसैन मुलायमवाला ने ध्वजा रोहण किया विभिन्न स्कूलों के कैडेट्स ने मार्च पास्ट कर मुख्य अतिथि को सलामी दी। कैडेट्स ने बैंड की धुन पर कदम से कदम मिलाए। एक लाइन में चले  बेहतर मार्च पास्ट किया। मार्च पास्ट से पहले मुख्य अतिथि ने परेड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद परेड की अनुमति दी। मुलायमवाला ने कहा आज कमांडर,लेफ्टीनेंट और सैकड़ो कैडेट्स की उपस्थिति में एनसीसी दिवस मनाया गया। कैडेट्स हमारी आन हैं, शान हैं। भविष्य में देश सेवा के लिए तैयार हो रहे हैं। इनमें देशभक्ति का जज्बा है। आप सभी खूब मेहनत करें। आगे बढ़े। डॉ. अजीज खान ने बताया मार्च पास्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। इसमें विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी हर वर्ष की तरह इस भी स्कूल में एनसीसी दिवस उत्साह से मनाया गया है। फर्स्ट आफिसर संतोषसिंह ठाकुर ने बताया पूरे देश में एनसीसी दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का वाचन किया गया विद्यार्थियों को देशभक्ति के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में हकीमिय स्कूल के प्रिंसपल अफरोज़ आलम सर, एनसीसी आफिसर गण,मुफ़्ती सर,सुशील माहेश्वरी, शासकीय उर्दू की शिक्षिका शबाना बेदी, विभन्न स्कूलों से आये एनसीसी केयर टेकर शलया यादव, लीना जाधव, रिकवा मिश्रा, अंजू धानक सहित बड़ी संख्या में शहर भर के स्कूलों से आये एनसीसी कैडेट्स उपस्थित हुए।


मप्र के सरकारी कन्या महाविद्यालयों में लगेंगी सैनेटरी नैपकीन मशीनें

मप्र के सरकारी कन्या महाविद्यालयों में लगेंगी सैनेटरी नैपकीन मशीनें


भोपाल- मध्य प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की कड़ी में राज्य के सरकारी कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन मशीनें लगाने का निर्णय लिया गया है।
इस निर्णय के क्रियान्वयन के बाद छात्राओं और कर्मचारियों को सैनेटरी नैपकीन पाने और उन्हें नष्ट करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें यह सुविधा जल्दी ही कॉलेज परिसर में ही मिलने लगेगी। राज्य के 73 कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीनें लगाई जानी हैं। सूत्रों के अनुसार, विश्व बैंक पोषित मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के तहत राज्य के 73 कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन इंसीनेटर और सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीनें लगाए जाने को हरी झंडी दे दी गई है।


इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त वेद प्रकाश ने महाविद्यालयों के प्राचार्यो को अनुमति भी दे दी है।
भारतीय परिवेश में कम उम्र की किशोरियां हो या अन्य युवतियां, वे अपनी निजी समस्याओं पर खुलकर बात करने में झिझकती हैं और अपनी स्वच्छता जैसे मसले में भी संकोच करती हैं। यही कारण है कि महिलाएं तमाम ऐसे रोगों की जद में आ जाती हैं, जिसे स्वच्छता के जरिए रोका जा सकता है। कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन की सुविधा होने पर बड़ी संख्या में छात्राएं इनका बेहतर और समय पर उपयोग कर सकेंगी।
बताया गया है कि सैनेटरी नैपकीन इंसीनेटर और सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीन दोनों ही कन्या महाविद्यालय परिसर में लगेंगी। इससे जहां इंसीनेटर में उपयोग की गई नैपकीन को नष्ट किया जा सकेगा, वहीं वेडिंग मशीन से उन्हें नई नैपकीन मिल सकेगी।
राजधानी भोपाल के तीन कन्या महाविद्यालयों सहित राज्य के 73 महाविद्यालयों में ये मशीनें लगने वाली हैं। एक महाविद्यालय की एक छात्रा का कहना है कि कई बार उन्हें विषम परिस्थिति का सामना करना होता था, मगर यदि महाविद्यालय में ही सैनेटरी नैपकीन मिलने लगेगी और उसे नष्ट करने की सुविधा होगी तो यह उनके लिए बड़ी राहत की बात होगी। इसी तरह की सुविधा रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी हो तो और भी अच्छा होगा।


इस वर्ष 150 आदिवासी विद्यार्थियों को विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति और कोचिंग सुविधा

इस वर्ष 150 आदिवासी विद्यार्थियों को विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति और कोचिंग सुविधा
बुरहानपुर  -इस वर्ष प्रदेश के 150 आदिवासी विद्यार्थी विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना और अखिल भारतीय सेवाओं की परीक्षा के लिये कोचिंग सुविधा योजना से लाभान्वित किये जाएंगे। चयनित विद्यार्थियों में से 50 विद्यार्थियों को विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। शेष 100 विद्यार्थियों को सिविल सेवा परीक्षाओं की कोचिंग सुविधा से लाभान्वित किया जाएगा। ये योजनाएँ आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं की विस्तृत जानकारी विभागीय पोर्टल   पर उपलब्ध है।
विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना में आदिवासी विद्यार्थियों को विदेशों के उच्च शिक्षा संस्थानों में इंजीनिय रिंग, प्रौद्योगिकी और विज्ञान पाठ्यक्रमों में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के लिये प्रति वर्ष वास्तविक शिक्षण शुल्क अथवा 40 हजार यूएस डॉलर, जो भी कम हो, उपलब्ध कराया जाएगा। यह राशि संबंधित शिक्षा संस्थान में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। विद्यार्थी को 9000 यूएस डॉलर निर्वाह भत्ता और 1000 यूएस डॉलर आकस्मिक भत्ता दिया जाएगा।
संघ लोकसेवा आयोग की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिये आदिवासी विद्यार्थियों को अधिकतम दो लाख रुपये अथवा कोचिंग का वास्तविक शुल्क, जो भी कम हो, प्रदान किया जाएगा। नई दिल्ली में इम्पेनल्ड कोचिंग इंस्टीट्यूट में यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी पुस्तकें खरीदने के लिए एक मुश्त 15 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।


स्कूली वाहनों में ओव्हर-लोडिंग करने पर होगी सख्त कार्रवाई : परिवहन मंत्री श्री राजपूत

स्कूली वाहनों में ओव्हर-लोडिंग करने पर होगी सख्त कार्रवाई : परिवहन मंत्री श्री राजपूत
 
भोपाल -परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने वाले वाहनों में ओव्हर-लोडिंग किए जाने अथवा नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। श्री राजपूत ने यह निर्देश परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए दिया।
श्री राजपूत आज मंत्रालय में प्रमुख सचिव, परिवहन एवं परिवहन आयुक्त के साथ विभागीय समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों एवं जिला कार्यालयों में ऑटोमेटेड ड्रायविंग टेस्टिंग ट्रेक एवं ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर सहित जीपीएस आधारित व्हीकल लोकेशन एवं ट्रेकिंग सिस्टम की स्थापना शीघ्र की जाये। इसके क्रियान्वयन के लिये कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर की स्थापना संबंधी अन्य प्रदेशों में कार्यरत एजेंसियों से इन सिस्टमों का प्रस्ताव आमंत्रित करें। अन्य प्रदेशों में यह सिस्टम किस प्रकार काम कर रहा है, उसके प्रस्तुतिकरण के आधार पर यह सुनिश्चित करें कि यह सिस्टम मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति एवं परिवहन व्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में किस प्रकार अधिक से अधिक कारगर हो सकेगा।
परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पॉल्यूशन अण्डर कंट्रोल सेंटर की स्थापना एवं ऑनलाइन/रियल टाइम के आधार पर पीयूसी जारी करने की प्रणाली लागू करने के लिये जिन प्रदेशों में यह प्रणाली लागू हो, उनके अनुभव एवं परिणामों को देखते हुए इसे व्यावहारिक रूप से लागू करें।
श्री राजपूत ने कहा कि सरकार अपने वचन-पत्र को बिन्दुवार धरातल पर लाने के लिये वचनबद्ध है। वचन-पत्र के कई काम पूर्ण हो चुके हैं, कुछ कामों को 6 माह की समय-सीमा में पूरा किया जाये। शेष कार्यों को आगामी वर्ष के 6 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित करें।
सड़क परिवहन विभाग के कर्मचारियों को अन्य विभागों में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ करने की कार्यवाही की जाये। जो कर्मचारी वीआरएस का लाभ लेना चाहेंगे, उनके लिये वीआरएस पैकेज का प्रस्ताव शासन के समक्ष रखा जाये।
विभागीय सीमित परीक्षा के माध्यम से लिपिक वर्ग से उप निरीक्षक-परिवहन के पदों की पूर्ति की जायेगी। इसके लिये शीघ्र ही प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश उन्होंने दिये। बैठक में प्रमुख सचिव श्री एस.एन. मिश्रा, परिवहन आयुक्त श्री व्ही. मधु कुमार एवं ओएसडी श्री कमल नागर उपस्थित थे।


आश्रम-छात्रावासों की निरीक्षण व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाये आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री मरकाम द्वारा मंत्रालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा 

आश्रम-छात्रावासों की निरीक्षण व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाये
आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री मरकाम द्वारा मंत्रालय में विभागीय योजनाओं की समीक्षा 
भोपाल -आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने आदिवासी आश्रम-छात्रावासों के निरीक्षण की व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने को कहा है। उन्होंने विभागीय बजट की राशि का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं। मंत्री श्री मरकाम आज मंत्रालय में विभागीय अधिकारियों की राज्य-स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती दीपाली रस्तोगी और आदिवासी विकास परियोजना के संचालक श्री राकेश सिंह भी मौजूद थे।
मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि प्रदेश में संचालित आश्रम और छात्रावासों में स्वीकृत सीटें शत-प्रतिशत भरी जायें। उन्होंने अधिकारियों को कामकाज की प्रतिदिन की डायरी संधारित करने के लिये भी कहा। श्री मरकाम ने आदिवासी विद्यार्थियों को वितरित की गई छात्रवृत्ति की राशि की जानकारी प्राप्त की। मंत्री श्री मरकाम ने आश्रम-छात्रावास भवनों के मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के साथ कराये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में मंत्री श्री मरकाम ने सभी विभागीय निर्माण कार्यों को समय पर शुरू करने और गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किये जाने के निर्देश दिये। बैठक में पिछले 3 वर्षों में प्राप्त बजट आवंटन एवं व्यय, स्वीकृत कार्यों की कार्यवार जानकारी और वर्तमान कार्यों की भौतिक स्थिति की भी समीक्षा की गई। बैठक में बस्ती विकास के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कक्षा एक से 5 के आदिवासी विद्यार्थियों के लिये संचालित 1083 आश्रम शालाओं में करीब 68 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। विभाग के 199 जूनियर हॉस्टल में 10 हजार 31 और 1955 सीनियर हॉस्टल में 63 हजार 138 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। महाविद्यालयीन छात्रावासों की संख्या 152 है, जिनमें 8,635 आदिवासी विद्यार्थियों को आवासीय व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई है।


आला अधिकारियों के ‘‘अनिर्णय’’ से लटकी ‘‘एक शाला एक परिसर’’ योजना 

आला अधिकारियों के ''अनिर्णय'' से लटकी ''एक शाला एक परिसर'' योजना 


 



  बुरहानपुर-  स्कूली शिक्षा विभाग के अधिकारी विभागीय स्तर कोई योजना बनाते है तो उसके क्रियान्वयन के लिए जिले स्तर पर अमल कराने के लिए निर्देशों, बैठकों व वीसी के माध्यम से पूरा जोर लगा देते हैं, लेकिन जब योजना के क्रियान्वयन में राज्य स्तर से नीतिगत निर्णय लिए जाने की बात आती है तो इन अधिकारियों की कलम व निर्देशों को जंग लगना शुरू हो जाता है। हम बात कर रहे है कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना ''एक शाला एक परिसर'' की। शासकीय स्कूलों के बेहतर युक्तियुक्तकरण के लिए एक शाला एक परिसर प्रारंभ की गई थी, जिसका उद्देश्य यह था कि एक ही परिसर में संचालित विभिन्न शालाओं को एक ही प्रशासन के नियंत्रण के अधीन लाया जाए। योजना के पीछे विभागीय उच्च अधिकारियों की मंशा के अनुसार स्कूल स्तर/संकुल स्तर/जिला स्तर पर अधिकांश कार्य हो चुके हैं ,  किंतु योजना लागू हुए के डेढ़ साल के बाद भी इसकी पूर्णरूपेण सफलता के लिए राज्य शिक्षा केंद्र के स्तर पर , लोक शिक्षण संचालनालय स्तर पर कुछ नीतिगत निर्णय अभी तक नहीं लिए गए ा
एक शाला एक परिसर में निम्न निर्णय राज्य स्तर से लिए जाने शेष है जिनके अभाव में योजना का अस्तित्व नगण्य साबित हो रहा है:- 
1. जिन शालाओं का एकीकरण हुआ है कि एज्युकेशन पोर्टल पर उनका अस्तित्व अभी भी बना हुआ है। इन स्कूलों की शासकीय पहचान - डायस कोड अभी तक समाप्त नहीं हुए है। 
2. जिन शालाओं का अस्तित्व एक शाला एक परिसर योजना के नाम पर समाप्त कर दिया गया है या समाप्त दिखा दिया गया है वहां पर हाल में ही हुए ऑनलाइन तबादलें में पदस्थापना की गई है। जब शालाएं ही समाप्त हो गई तो उन विद्यालयों में शिक्षकों की पोस्टिंग क्यों की गई ?
3. एक शाला एक परिसर योजना में जिन शालाओं को एक नियंत्रण के अधीन लाया गया उनके बैंक खाते अभी भी समाप्त नहीं किए गए। 
4. सबसे बडी अहम बात कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत जारी की गई एकीकृत शाला निधि उन स्कूलों में भी जारी कर दी गई जिन स्कूलों को उपरोक्त योजना के तहत एकीकृत किया गया है। 
5. एक शाला एक परिसर योजना में शामिल स्कूलों में एक ही प्रबंधन समिति का गठन किया गया है। परिसर की बडी शाला में ही स्कूल प्रबंधन समिति का गठन किया जाने के निर्देश थे। परिसर के शेष स्कूलों में गठित स्कूल प्रबंधन समिति के बारे में कोई निर्देश नहीं है। 
6. ज्ञातव्य है कि एकीकृत निधि द्वारा जारी भुगतानों पर समिति के अध्यक्ष व सचिव के हस्ताक्षर होते हैं जब एक शाला एक परिसर में बडी शाला के अलावा समस्त शाला के समिति के अध्यक्ष व सचिव दोनों की ही व्यवस्था समाप्त कर दी है तो शासन द्वारा जारी एकीकृत निधि कैसे व्यय की जाएगी ?
7. योजना के तहत शालाओं का एकीकरण भले ही कर दिया गया हो लेकिन एज्युकेशन पोर्टल पर शिक्षकों का सेटअप आज भी पुराने प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं के हिसाब से बना हुआ है। 
8. जिला स्तर या संभागीय स्तर पर जब जानकारी मांगी जाती है कि तो उसमें एक शाला एक परिसर का उल्लेख ही नहीं रहता है। जानकारी अभी भी प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल व हायरसेकेंडरी विद्यालयों की ही मांगी जाती है। 
9. विभागीय स्तर पर एक शाला एक परिसर में एकीकृत हुए प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के पद भले ही समाप्त हो गए लेकिन उनके कार्य अभी भी यथावत बने हुए है। 
 


अब शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्य फिर से शिक्षकों के ‘‘प्रशासनिक’’ तबादलों  की तैयारी

अब शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्य फिर से शिक्षकों के ''प्रशासनिक'' तबादलों  की तैयारी


  
एक तरफ स्कूली शिक्षा विभाग परीक्षा परिणामों को लेकर निदानात्मक कक्षाएं, रविवारीय कक्षाएं एवं अतिरिक्त कक्षाओं के संचालन को लेकर शैक्षणिक अमले पर कसावट कर रहा है वही सत्र के मध्य अब पुनः शिक्षकों के प्रशासनिक तबादले करने की तैयारी कर रहा है। ''ऑनलाइन'' तबादले के झंझावटों से बडी मुश्किल से स्थापित हुए शैक्षणिक सेटअप ने अपनी गति पकड़ा प्रारंभ ही की थी कि शिक्षकों के प्रशासनिक तबादलो का नया दौर शुरू हो गया। यह प्रशासनिक तबादले एज्युकेशन पोर्टल पर जनरेटेड सूची पर जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के पश्चात किए जाएंगें। यह स्थानांतरण 15 नवंबर से 23 नंवबर 2019 तक की अवधि में किए जाएंगेे। 


स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार उक्त प्रशासनिक स्थानांतरण मुख्य रूप से अतिशेष शिक्षकों का अन्य शिक्षक विहिन व शिक्षकों की कमी वाले शालाओं में पदांकन,रिक्त पदों की पूर्ति, गंभीर शिकायतों ,प्रतिनियुक्ति के प्रकरणों को लेकर ही किए जाएंगें। प्रशासनिक के अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार के स्थानांतरणों पर प्रतिबंध जारी रहेंगे। 


आगामी माह में शिक्षक भर्ती का सत्यापन होगा शुरू, कई अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बने 

आगामी माह में शिक्षक भर्ती का सत्यापन होगा शुरू, कई अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र नहीं बने 


भोपाल- शिक्षक भर्ती प्रक्रिया आगामी माह से प्रारंभ हो रही है किन्‍तु अभी तक कई अतिथि शिक्षक अनुभव प्रमाण पत्र सरकार द्वारा नहीं बनाये गये हैं जबकि मध्‍यप्रदेश शासन स्‍कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क्रमांक/एफ 01-119/2018/20-1 दिनांक 28/08/2018 के पेज नम्‍बर 5 में कण्‍डिका 7 में स्‍पष्‍ट लिखा है कि अतिथि शिक्षक द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा में सम्मिलित होने के लिये आवेदन पत्र प्रेषित करते समय अतिथि शिक्षक के रूप में किये गये कार्य अनुभव को उल्‍लेखित करना अनिवार्य होगा। पात्रता परीक्षा अर्ह होने के पश्‍चात अतिथि शिक्षक के द्वारा आवेदन में उल्‍लेखित किये गये कार्य अनुभव के सत्‍यापन की प्रक्रिया हेतु विस्‍तृत निर्देश पृथक से जारी किये जायेंगे।
इसी तरतम्‍य में लोक शिक्षण संचालनालय मध्‍यप्रदेश गौतम नगर भोपाल के पत्र क्रमांक /रामाशिअ/अतिथि शिक्षक/2019/1582 भोपाल दिनांक15/05/2019 में अतिथि शिक्षक अनुभव प्रमाण पत्र जनरेट करने के निर्देश दिये गये थे, जिसके अनुक्रम में एन0आई0सी0 द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र जनरेट करने की प्रक्रिया आनलाईन प्रणाली GFMS पोर्टल पर जानकारी उपलब्‍ध करायी गयी थी। इस आदेश के अनुसार अतिथि शिक्षकों द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने के लिये संस्‍था से समस्‍त सत्‍यापित प्रपत्र एकत्रित कर संकुल कार्यालय में जमा किये थे। जिसमें प्रत्‍येक वर्ष का क्‍लेम फार्म, अतिथि शिक्षक उपस्थिति पंजी की छाया प्रति, मानदेय भुगतान की छाया प्रति, एक फाइल कवर में व्‍यवस्‍थित रूप से संधारित कर जमा किये गये थे किन्‍तु आज दिनांक तक इन पर कार्यवाही नहीं हुई और न ही इन्‍हें अतिथि शिक्षक प्रबंध प्रणाली की लागिन पर चढाया गया।
जिसमें सबसे अधिक समस्‍या आफलाइन अर्थात मैन्‍युअली क्‍लेम फार्म जमा करने वाले अतिथि शिक्षकों की है। प्रशासन द्वारा आफलाइन अनुभव प्रमाण पत्र को पोर्टर पर फिडिंग करने के आदेश ही नहीं दिये जिससे आज भी र्मैन्‍युअली जमा किये गये क्‍लेम फार्म की फाइल संकुल में धूल खा रही हे इसी कारण अतिथि शिक्षक की लागिन आई0डी0 पर आफलाइन कार्यदिवस का विवरण नहीं दिखायी दे रहा जबकि आनलाइन मानदेय भुगतान का विवरण पोटर्र पर दर्ज है।
शिक्षक भर्ती परीक्षा की काउंसिलिंग अगले माह प्रारंभ हो रहीं है जिसमें अतिथि शिक्षक को मध्‍यप्रदेश शासन स्‍कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क्रमांक /एफ 01-119 /2018/20-1 भेापाल दिनांक 28/08/2018 के प्राथमिक शिक्षक/माध्‍यमिक शिक्षक/उच्‍च माध्‍यमिक शिक्षक के नियोजन की प्रक्रिया पेज नम्‍बर 8 पर‍शिष्‍ट-1 में कण्‍डिका ब (2) में स्‍पष्‍ट लिखा है कि (अतिथि शिक्षक के प्रकरण में अनुभव प्रमाण पत्र) मूल प्रमाण पत्रों का सत्‍यापन किया जायेगा।
जबकि अतिथि शिक्षक अनुभव प्रमाण पत्र आज तक नहीं बने है। अनुभव प्रमाण पत्र जारी न होने से अनुभवी अतिथि शक्षिकों का भविष्‍य अंधकार में जा रहा है जिससे 25 प्रतिशत आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा अतिथि शिक्षक गुहार लगा रहे है कि जल्‍द से जल्‍द अनुभव प्रमाण पत्र जारी करे, जिससे हमारा भविष्‍य सुरक्षित हो।


पर्यावरण संरक्षण के लिए हाई स्कूल संग्रामपुर में शिक्षकों के हो रहे अनूठे प्रयास

पर्यावरण संरक्षण के लिए हाई स्कूल संग्रामपुर में शिक्षकों के हो रहे अनूठे प्रयास



बुरहानपुर- विद्यार्थियों में शिक्षा की ज्योत जलाने वाले शिक्षक जब पर्यावरण संरक्षण को लेकर कोई सार्थक कदम उठाते हैं तो उन कदमों के साथ-साथ विद्यार्थी भी अपना सहयोग देकर प्रकृति की रक्षा की के लिए सदैव आगे रहते हैं। ऐसा ही एक बिरला उदाहरण बुरहानपुर मुख्यालय से फोपनार संकुल के अंतर्गत संग्रामपुर हाई स्कूल में देखने को मिला जहां शिक्षकों ने विद्यार्थियों के साथ मिलकर शाला के सामने के प्रांगण को हरियाली में बदल दिया जहां पर गत वर्ष जो पौधे रोपे थे उन पौधों का हिसाब रजिस्टर में बाकायदा लिख कर रखा गया है।


शाला प्रांगण के नक्शे में पौधों की जानकारी
शाला प्रांगण में सबसे अधिक ध्यान देने वाली बात यह है कि यहां पर गत वर्ष बहुत से फलदार पौधे रोपे गए थे उन पौधों का हिसाब किताब रजिस्टर में लिखने के पश्चात उस प्रांगण का एक नक्शा भी बनाया गया है उस प्रांगण के हिसाब से वर्तमान में कितने पौधे जीवित है और किन पौधों को खाद और पानी की आवश्यकता है यह दर्शाया गया है ।


 मैदान में  पंक्तिबद्ध लगे है पेड


 एक लाइन गुलमोहर, एक लाइन में शिशम , भवन के पीछे फलदार पौधे है। पौधों की क्रमबद्ध योजना है। बाउंड्री वाल के बाहर कोई अतिक्रमण न करे इसलिए वहाँ के स्टाफ ने छात्रों के साथ मिलकर बाहर गुलमोहर के पौधे लगाए है। सभी शिक्षक एवं विद्यार्थी बारी बारी से से इन पौधों को पानी देकर सिंचित करते रहते हैं।


 प्रभारी प्राचार्य  देव आनंद महाजन ने कहा कि मै प्राचार्य तो नहीं हूं, प्रभारी हूं और मै यहां से जाने के बाद शाला में किए  अच्छे कार्य के लिए जाना जाऊ यही मेरी इच्छा है । यहां पर  शासन की ओर से मिलने वाली राशि से लैपटॉप, प्रिंटर, पंखे, लाइन, पानी की पाइपलाइन, आदि कार्य करके सदुपयोग किया है ।भवन बनाते समय   बजट नहीं होने से ये सुविधाएं यहाँ पर नहीं थी। प्रभारी ने कहा वरिष्ठ अधिकारियों का और जिला शिक्षा अधिकारी का मार्गदर्शन समय समय पर मिलता है। क्षणिक प्रांगण में हाईस्कूल के साथ-साथ प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाएं भी संचालित की जाती है। प्रभारी देवानंद महाजन , रविन्द्र पाटील, प्रकाश जोशी, संजय राठौर , दिनेश भटकरे, प्रमोद इंगले, राजाराम निगम, रविकांत सातारकर, कविता महाजन,  इंगले (अतिथि शिक्षक), शरीफ तडवी (अतिथि शिक्षक), प्रकाश पंडित (अतिथि शिक्षक) सभी के सहयोग से  प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाईस्कूल शाला की सभी शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जाती है ।


जिले के लगभग 300 से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में नहीं हुआ है संविलियन

जिले के लगभग 300 से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में नहीं हुआ है संविलियन



बुरहानपुर-  जिले  के लगभग 90% से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन हो चुका है किंतु 10% अध्यापक आज भी संविलियन के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाते देखे जाते हैं अध्यापक जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक अधिकारी एवं नेताओं के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं कई बार ज्ञापन एवं धरना आंदोलन भी हुए किंतु कार्रवाई काफी धीमी गति से चल रही है यू कहा जा सकता है कि कार्रवाई करने का नाटक किया जा रहा है, जब 90% कार्य 1 माह की समय-सीमा में पूर्ण हो सकता है तो शेष बचे कार्यों को 1 वर्ष से भी अधिक समय लगाने के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं होना  प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है आखिर क्यों उन शेष बचे अध्यापकों को परेशान किया जा रहा है अध्यापक संवर्ग के सारे संगठन कई बार अधिकारियों से संपर्क कर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं किंतु नतीजा शून्य हीं रहा है अधिकारी अपनी फाइल को एक टेबल से दूसरे टेबल पर पहुंचाते हुए नजर तो आते हैं किंतु कार्य नहीं हो रहा है। 



  जिला शिक्षा अधिकारी का कहना यह है कि कार्यालय द्वारा अधिकांश कार्य पूर्ण कर लिया गया है और वरिष्ठ कार्यालय एवं नियुक्ति कर्ता अधिकारी को  सत्यापन हेतु फाइलों को अग्रेषित कर दिया गया है।
 अध्यापक संवर्ग का संविलियन नहीं होने के कारण वे काफी परेशान है वह हर जगह अपनी शिकायत एवं निवेदन कर चुके हैं और शासन भी प्रत्येक कार्य को एक निश्चित समय सीमा में पूर्ण करने की बात कहता है तो अधिकारियों द्वारा अनावश्यक विलंब किया जाना गंभीर लापरवाही को दर्शा रहा है मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे सुस्त अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर अधिकारियों को दंडित करना चाहिए और अध्यापकों को शिक्षा विभाग का आदेश प्रदान कर उनके साथ न्याय करना चाहिए ऐसा कहना है उन शिक्षकों का जो अभी तक संविलियन की राह देख रहे हैं ।


मध्यान्ह भोजन में से हो रही हरी  सब्जिया गायब, पोषक तत्वों की कमी   से जुझ रहे हैं विद्यार्थी हो रहा है सेहत से खिलवाड़ 

मध्यान्ह भोजन में से हो रही हरी  सब्जिया गायब, पोषक तत्वों की कमी   से जुझ रहे हैं विद्यार्थी हो रहा है सेहत से खिलवाड़


बुरहानपुर- स्कूलों में बच्चों के निवाले पर भी भ्रष्टाचार की काली छाया पड़ गई है। मध्याह्न भोजन मेनू के अनुसार नहीं बन रहे। हरी सब्जी के बगैर ही बच्चों को भोजन करा मानो केवल मिड डे मील की औपचारिकता पूरी की जा रही है। 'मेनू के अनुसार बच्चों को भोजन नहीं दिया जाना उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ है।  जिले में कई शालाओं में मध्यान्ह भोजन में गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा।  बुरहानपुर जिले की 50% से अधिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन में से सब्जियां गायब हो रही है। जब शिक्षकों द्वारा स्व सहायता समूह के कर्मचारियों पर जब सब्जी बनाने या मेनू के हिसाब से भोजन बनाने के लिए कहा जाता है तो शिक्षकों को डरा धमका कर चुप करा दिया जाता है ।क्योंकि अक्सर स्व सहायता समूह  नेताओं के परिवार या राजनीतिक पार्टियों के संरक्षण वाले परिवारों   द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। कई जगह तो स्वयं सहायता समूह की महिलाएं काम नहीं करती बल्कि उन्होंने काम करने के लिए अन्य महिलाओं को मासिक पगार पर नियुक्त कर रखा है। स्व सहायता समूह के पदाधिकारियों को ही नहीं पता कि शालाओं में मध्यान्ह भोजन के रूप में क्या बनाया जा रहा है।


सोमवार से शनिवार तक मध्यान्ह भोजन पर एक नजर    



  सोमवार-  
 भोजन में होती है गड़बड़ी
सोमवार को मेनू के हिसाब से रोटी के साथ तुवर की दाल और काबली चने व टमाटर की सब्जी बनाई जाना चाहिए परंतु समूह द्वारा रोटी के साथ तुवर की दाल तो बनाई जाती है लेकिन काबुली चने और टमाटर सब्जी गायब कर दी जाती है।
मंगलवार


 केवल इसी दिन ही विद्यार्थियों को सब्जी पूरी और खीर मिल जाती है


बुधवार - जिस दिन रोटी के साथ चने की दाल और मिक्स सब्जी का प्रावधान है लेकिन इस दिन भी केवल रोटी के साथ चने की दाल कई शालाओं में दी जाती है।


गुरुवार इस दिन वेजिटेबल सब्जी वाला पुलाव और पकोड़े वाली कढ़ी बनाने के लिए मेनू निर्धारित है लेकिन केवल वेजिटेबल पुलाव की जगह चावलों को हल्दी या मिर्ची साथ बघार के परोसा जाता है और और पकोड़े वाली कढ़ी की जगह केवल सादी कड़ी दी जाती है। कई बार तो केवल सादा पुलाव ही विद्यार्थी को दिया जाता है और कड़ी के लिए ही दही या छांछ  आज नहीं मिलने के बहाने बनाए जाते हैं।


शुक्रवार 
रोटी के साथ मूंग की दाल और काबिले चने और टमाटर की सब्जी मध्यान भोजन के रूप में दी जाना है परंतु इस दिन भी केवल रोटी के साथ मूंग की दाल और परोसी जाती है। काबिले चने और टमाटर की सब्जी की जगह केवल दाल में टमाटर या किसी सब्जी की कतरन डालकर यह दिखाया जाता है कि दाल में ही सब्जी डाल दी है।


शनिवार 
शनिवार के दिन भी पराठे के साथ विकराल और हरी सब्जी मध्यान भोजन के अनुसार दी जाना है परंतु पराठे के साथ मिक्स दाल तो बनाई जाती है और हरी सब्जी के नाम पर पालक या मेथी की भाजी दाल में डालकर की पूर्ति की जाती है और पूछने पर यह बताया जाता है कि  दाल में हमने हरी सब्जी डाल दी है ।


इस प्रकार से मध्यान्ह भोजन में सब्जियां ना बनाकर स्व सहायता समूह द्वारा भारी भ्रष्टाचार किया जाकर विद्यार्थियों के निवाले पर डाका डाला डाला जा रहा है। ऐसा नहीं है कि शिक्षा विभाग के एवं जिला पंचायत विभाग के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है परंतु इसके लिए केवल औपचारिकता मात्र की जाती है। समूह को हिदायत देकर छोड़ दिया जाता है कि अगली बार मेनू के हिसाब से भोजन बनाया जाए।


अब हो रहा है शालाओं का सत्यापन  

अब हो रहा है शालाओं का सत्यापन  



  बुरहानपुर-  एक शाला एक परिसर की योजना का लागू हुए लगभग दो वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। अब जाकर स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में शालाओं का सत्यापन किया जा रहा हैं। शालाओं के सत्यापन का उद्देश्य यह है कि जिला स्तर पर जिन शालाओं को मर्ज किया जा चुका है, एक शाला एक परिसर के तहत जिन शालाओं का अस्तित्व समाप्त किया जा चुका है उन शालाओं को समाप्त करने की प्रक्रिया पूरी की जा सके। एक अनुमान के मुताबिक शालाओं के सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के पश्चात् प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों की संख्या में 33 प्रतिशत व हाईस्कूलों की संख्या में 15 प्रतिशत की कमी आ जाएगी। सरकारी तौर पर इस योजना का उद्देश्य तो यही कहा जा रहा है कि इससे शासकीय स्कूलों में प्रबंधन व्यवस्थित हो सकेगा किंतु जमीनी स्तर पर इस उद्देश्य की कितनी पूर्ति हो पाएगी यह प्रश्न भविष्य के गर्त में ही छुपा है। 


प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में   "प्रतिभा पर्व’’ दिसम्बर माह में 

प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में   "प्रतिभा पर्व'' दिसम्बर माह में 



शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में बच्चों का कोर्स भले ही पूरा नहीं हुआ है किंतु राज्य स्तर से हर परीक्षा का कार्यक्रम तय रहता है। गत 3-4 वर्षों से राज्य शिक्षा केंद द्वारा कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए अद्र्ववार्षिक परीक्षा की जगह प्रतिभा पर्व के तहत मूल्यांकन करता आ रहा है। इसका उद्देश्य इन स्कूलों में व्यवस्था संचालन की स्थिति व अध्ययनरत बच्चों की शैक्षिक उपलब्धियों का जायजा लेना रहता है ताकि गुणवत्ता सुधार हेतु प्रयास किए जा सकें। 
इस वर्ष यह मूल्यांकन 12,13 व 14 दिसम्बर 2019 को किया जाएगा।  प्राथमिक शिक्षा अभियान के लिए प्रतिभा पर्व प्रदेश का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसके मूल्यांकन के लिए प्राचार्य, व्याख्याता व अन्य विभाग के अधिकारियो की ड्यूटी लगाई जाती है। 
 


अब शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्य फिर से शिक्षकों के ‘‘प्रशासनिक’’ तबादलों  की तैयारी

अब शैक्षणिक सत्र 2019-20 के मध्य फिर से शिक्षकों के ''प्रशासनिक'' तबादलों  की तैयारी


  
एक तरफ स्कूली शिक्षा विभाग परीक्षा परिणामों को लेकर निदानात्मक कक्षाएं, रविवारीय कक्षाएं एवं अतिरिक्त कक्षाओं के संचालन को लेकर शैक्षणिक अमले पर कसावट कर रहा है वही सत्र के मध्य अब पुनः शिक्षकों के प्रशासनिक तबादले करने की तैयारी कर रहा है। ''ऑनलाइन'' तबादले के झंझावटों से बडी मुश्किल से स्थापित हुए शैक्षणिक सेटअप ने अपनी गति पकड़ा प्रारंभ ही की थी कि शिक्षकों के प्रशासनिक तबादलो का नया दौर शुरू हो गया। यह प्रशासनिक तबादले एज्युकेशन पोर्टल पर जनरेटेड सूची पर जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के पश्चात किए जाएंगें। यह स्थानांतरण 15 नवंबर से 23 नंवबर 2019 तक की अवधि में किए जाएंगेे। 


स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार उक्त प्रशासनिक स्थानांतरण मुख्य रूप से अतिशेष शिक्षकों का अन्य शिक्षक विहिन व शिक्षकों की कमी वाले शालाओं में पदांकन,रिक्त पदों की पूर्ति, गंभीर शिकायतों ,प्रतिनियुक्ति के प्रकरणों को लेकर ही किए जाएंगें। प्रशासनिक के अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार के स्थानांतरणों पर प्रतिबंध जारी रहेंगे। 


साहित्य एवं खेलकूद मे स्कूली  बालिकाओं ने दिखाए अपने हुनर 

साहित्य एवं खेलकूद मे स्कूली  बालिकाओं ने दिखाए अपने हुनर 



खण्डवा , संजय चौबे । ग्राम मोहनपुर हाईस्कूल मे एजुकेट गर्ल्स एन.जी.ओ.के तत्वावधान मे बालिकाओं की निबंध लेखन प्रतियोगिता सम्पन्न हुई, मानसिहगौड शिक्षक ने बताया लडकियों के जीवन मे शिक्षा का महत्व विषय पर 155 विद्यार्थियों ने निबंध लिखा, जिसमे सादिया रजाक खान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, बालिका की इस उपलब्धि पर एजुकेट गर्ल मंजू जमरे द्वारा पुरस्कृत किया गया। साथ ही ब्लाक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता  मे उप विजेता व्हालीबाल टीम मोहनपुर, एथलेटिक्स 400मीटर रेस मे बलिराम सुभान व 200मीटर रेस मे निहालसिग विजेता रहे। शाला परिवार द्वारा बालसभा मे जीवन कौशल शिक्षण देते हुए  खिलाड़ियों को सम्मानित किया  गया। इस अवसर पर विलास साखरे, सुदामा राठौर, सुषमा राठौर, सीमा महाजन, संजीता गुप्ता, प्रमिला सिसोदिया, भूमिका सावनेर, मोनिका चौहान, भारती करोले, विद्या प्रजापति शिक्षक अरुण डुडवे प्रधानमंत्री बालकेबिनेट व विद्यार्थी उपस्थित थे।


शनिवार, 23 नवंबर 2019

शाला में दक्षता उन्नयन कार्यों  में लापरवाही बरतने पर जनशिक्षक सहित 6 शिक्षकों को बीआरसी ने दिया कारण बताओ सूचना पत्र 

शाला में दक्षता उन्नयन कार्यों  में लापरवाही बरतने पर जनशिक्षक सहित 6 शिक्षकों को बीआरसी ने दिया कारण बताओ सूचना पत्र


 


बुरहानपुर- जनपद शिक्षा केंद्र बुरहानपुर द्वारा राज्य केंद्र भोपाल के निर्देशानुसार वर्ष 2019- 20 को शैक्षिक गुणवत्ता सुधार हेतु दक्षता उन्नयन वर्ष घोषित किया गया है साथ ही समस्त अकादमिक गतिविधियों की विशेष एवं सतत्  समीक्षा की जा रही है। शासन के अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जन शिक्षक जुबैर सिद्दीकी द्वारा शाला की मानिटरिंग न करते हुए लापरवाही बरती जा रही है बीआरसी राजकुमार मंडलोई ने बताया की शासकीय हिंदी प्राथमिक शाला अख्तर कॉलोनी में दक्षता उन्नयन कार्यक्रम अंतर्गत शाला का निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को ना ही गृह कार्य दिया जा रहा है ना उसकी जांच की जा रही है । ना वर्क बुक में शिक्षक द्वारा जांच की जा कर किसी प्रकार की टीप भी अंकित नहीं की जा रही है। जिसके कारण  पालकों के हस्ताक्षर भी नहीं लिए जा रहे हैं । शाला में किसी भी समूह की ट्रैकर शीट नहीं बनाई गई है। जिससे प्रतित हो रहाहै कि दक्षता उन्नयन कार्यक्रम की गतिविधियां शाला में संचालित नहीं हो रही है। उक्त लापरवाही के कारण जनशिक्षक जुबैर सिद्दीकी सहित शाला के शिक्षकों श्रीमती कोकब फातिमा प्रभारी प्रधान पाठक, श्रीमती सलमा बानो अंसारी सहायक अध्यापक, श्री आसिफ अली सहायक अध्यापक, श्रीमती रजिया बेगम हुसैनी सहायक अध्यापक, श्रीमती शबीना अंसारी सहायक अध्यापक, श्रीमती आयशा अंसारी सहायक अध्यापक शासकीय हिंदी प्राथमिक शाला अख्तर कॉलोनी को बीआरसी बुरहानपुर द्वारा सूचना पत्र जारी किया गया है। स्पष्टीकरण ना देने की दशा में सभी के विरुद्ध अनुशानात्मक कार्यवाही वरिष्ठ कार्यालय को प्रसावित की जायेगी।


शुक्रवार, 22 नवंबर 2019

सोशल मीडिया के उपयोग में  सावधानी बरते : टी आई पवार 

सोशल मीडिया के उपयोग में  सावधानी बरते : टी आई पवार


 


खण्डवा , संजय चौबे -शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला मूंदी मे साइबर अपराध को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई । मूंदी थाना प्रभारी ....टीआई अंतिम पंवार ने साइबर अपराध पर विदयार्थियो को उपयोगी जानकारी दी  साइबर अपराध के सम्बन्ध मे छात्र छात्राओ की जिज्ञासाओ पर पूछे गये प्रश्नो का उन्‍होने समाधान किया । टीआई श्री पंवार ने विदयार्थियो को नसीहत दी कि फेसबुक वाटसअप टयूटर पर किसी भी अनजान मैसेज को एवं ईमेल को नही खोले अनजान व्यक्ति से इन्टरनेट पर मित्रता नही करे बैंक अकाउन्ट क्रेडिट काड डेबिट कार्ड आन लाईन देने से बचे । इस अवसर पर संस्था  प्राचार्य सुश्री सीमा राठौर ने कहा कि अनजान और प्रलोभन देने वाली साईटस पर सफरिंग नही करे । इस अवसर पर आरक्षक जितेन्द्र मण्डलोई आरक्षक शेखर गुप्ता भी मौजूद थे । विदयार्थियो ने कार्यशाला को उपयोगी बताया संचालन शिक्षक एचएस धाकड ने किया है ।


विभिन्न मांगों को लेकर राज्य शिक्षक अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन।

विभिन्न मांगों को लेकर राज्य शिक्षक अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन।


 


बुरहानपुर  - राज्य शिक्षक अध्यापक संघ व खकनार विकासखंड क्षेत्र के शिक्षकों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर खकनार तहसीलदार सुकराम गोलकर को ज्ञापन सौंपा गया। शिक्षकों ने खकनार जनपद परिसर से रैली निकाल कर खकनार तहसील कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में राज्य शिक्षक अध्यापक संघ के अध्यक्ष किशोर जाधव द्वारा बताया गया कि खकनार  विकासखंड में कार्यरत अध्यापक संवर्ग की निम्नलिखित मांगों के संबंध में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं। शिक्षकों ने कहा यह हमारी सात मांगे छठवां वेतनमान के निर्धारण पश्चात अंतर की राशि का एरियस प्रथम एवं द्वितीय किस्त सातवें वेतनमान निर्धारण व माह नवंबर 2019 नहीं हुआ है। अध्यापक के संविलियन पश्चात आदेश प्रदाय माह जुलाई 2018 से दिए एरियस का भुगतान नहीं किया गया। वही क्रमोन्नति की प्रक्रिया अति शीघ्र पूर्ण करने बाबत शेष अध्यापकों के संविलियन की प्रक्रिया पूर्ण करने बाबत वही अतिथि शिक्षकों को प्रतिमाह मानदेय भुगतान शेष मानदेय का वितरण जेसी मांगे शिक्षकों द्वारा की गई। उक्त  समस्याओं से अध्यापक  संवर्ग सतत मानसिक व आर्थिक रूप से ग्रसित है। जिसका कोई निराकरण जिला स्तर पर संभव नहीं हो रहा है। विलंब की स्थिति में समस्त अध्यापकों में भारी आक्रोश होने से उग्र आंदोलन हेतु बाध्य हो रहे हैं। अतः माननीय महोदय से पुनः अनुरोध है। कि हमारी मांगों के बिंदुओं पर उचित कार्रवाई कर आवश्यक निराकरण कराने का कष्ट करें वहीं संगठन ने चेतावनी दी है। कि 10 दिवस में दो किस्तों का भुगतान नहीं होने की स्थिति में संगठन क्रमिक भूख हड़ताल करेगा इस दौरान संघठन के सभी शिक्षक व शिक्षिका मौजूद थे।


गुरुवार, 21 नवंबर 2019

दसवीं बोर्ड परीक्षा में भाषायी विषय में भी प्रोजेक्ट वर्क शामिल होगा

दसवीं बोर्ड परीक्षा में भाषायी विषय में भी प्रोजेक्ट वर्क शामिल होगा




भोपाल माध्यमिक शिक्षा मंडल(माशिमं) की दसवीं बोर्ड परीक्षा में भाषायी विषय में भी प्रोजेक्ट वर्क शामिल होगा। विद्यार्थियों को हिंदी में महापुस्र्षों की जीवनी से लेकर व्याकरण पर आधारित तीन प्रोजेक्ट तैयार करने होंगे। वहीं संस्कृत में श्लोक, दोहे और व्याकरण पर प्रोजेक्ट बनाना होगा। सभी विषयों में विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट व नोटबुक तैयार करना होगा। इसमें गणित, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत व उर्दू भी शामिल हैं। वहीं बारहवीं के कॉमर्स में प्रोजेक्ट वर्क को पिछले साल से जोड़ा गया है।


प्रोजेक्ट वर्क सभी विषयों में 15-15 अंक का होगा । वहीं सभी विषयों में 5-5 अंक का नोटबुक बनाकर देना होगा। बारहवीं के कॉमर्स में भी 20 अंक का प्रोजेक्ट वर्क होगा और अगले साल से आर्ट्स के विषयों में भी प्रोजेक्ट वर्क शुरू किया जाएगा। वहीं बारहवीं के विज्ञान में प्रैक्टिकल 25 के बदले 30 अंक का होगा।


सभी विषयों के प्रोजेक्ट वर्क का टॉपिक मंडल स्कूलों को भेजेगा। साथ ही इसका ब्लू प्रिंट (परीक्षा योजना) को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। प्रोजेक्ट वर्क के अंक प्रैक्टिकल की तरह स्कूल ही बोर्ड को भेजेगा। हालांकि स्कूलों में इस संबंध में कोई तैयारी नहीं चल रही है। स्कूल बोर्ड से प्रोजेक्ट के लिए मिलने वाले टॉपिक का इंतजार कर रहे हैं।


हिंदी में महापुस्र्षों की जीवनी पर प्रोजेक्ट


दसवीं के हिंदी विषय में महापुस्र्षों की जीवनी, रस-अलंकार, व्याकरण या कविता, कवि के दोहे पर आधारित प्रोजेक्ट बनाया जाता है। वहीं संस्कृत में श्लोक, नाटिकाएं या व्याकरण पर आधारित होगा। वहीं अंग्रेजी में भी पाठ्यपुस्तक पर आधारित प्रोजेक्ट होंगे।


दसवीं में इस तरह होगा


गणित - 80 का थ्योरी व 15 अंक का प्रोजेक्ट, नोटबुक, 5 अंक


विज्ञान - 80 का थ्योरी व 20 अंक का प्रैक्टिकल


सामाजिक विज्ञान- 80 का थ्योरी व 15 अंक का प्रोजेक्ट, नोटबुक, 5 अंक


हिन्दी, अंग्रेजी व संस्कृत - 80 का थ्योरी व 15 अंक का प्रोजेक्ट, नोटबुक, 5 अंक


बारहवीं में इस तरह होगा


भौतिकी, रसायन व जीवविज्ञान - 70 का थ्योरी व 30 का प्रैक्टिकल, मैथ्स - 100 अंक का पेपर


कृषि, भूगोल व मनोविज्ञान व बायोटेक्नोलॉजी - 70 का थ्योरी व 30 का प्रैक्टिकल


इंफॉरमैटिक्स प्रैक्टिसेस- 70 अंक का थ्योरी व 30 अंक का प्रैक्टिकल


होमसाइंस - 70 अंक का थ्योरी व 30 अंक का प्रैक्टिकल


पशुपालन, मुर्गी पालन व मत्सय पालन- 70 अंक का थ्योरी व 30 का प्रैक्टिकल


वाणिज्य में प्रोजेक्ट वर्क


व्यवसायिक अध्ययन- 80 का थ्योरी व 20 अंक का प्रोजेक्ट


व्यवसायिक अर्थशास्त्र- 80 का थ्योरी व 20 अंक का प्रोजेक्ट


बुक कीपिंग व अंकाउंटिंग - 80 अंक का थ्योरी व 20 अंक का प्रोजेक्ट


इनका कहना है


बोर्ड परीक्षा से संबंधित जो भी दिशा-निर्देश होंगे। उसे जल्द ही जारी किए जाएंगे।


एसके चौरसिया, पीआरओ, माशिमं


दसवीं में भाषा में प्रोजेक्ट वर्क शामिल करने से बच्चों को सभी विषयों में कांसेप्ट क्लियर होगा और आंतरिक ज्ञान को बढ़ावा मिलेगा।



मंगलवार, 19 नवंबर 2019

बिम्ट्स में बी.एम.एल.टी. प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट

बिम्ट्स में बी.एम.एल.टी. प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट



बुरहानपुर। मध्यप्रदेश आर्युविज्ञान जबलपुर द्वारा पैरामेडिकल विभाग के बी.एम.एल.टी. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। जिसमें निमाड़ क्षेत्र की अग्रणी शिक्षण संस्था प्रो. बृजमोहन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साइंसेस महाविद्यालय बुरहानपुर में महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग के बी.एम.एल.टी. के परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा।
संस्था के जनसम्पर्क अधिकारी राहत मिर्जा बेग ने बताया कि बी.एम.एल.टी. प्रथम वर्ष में खुशबू कुशवाह ने 78.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया। नेहा भास्करे ने 73.80 प्रतिशत अंक अर्जित कर द्वितीय एवं किरण पाटील ने 72.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार बी.एम.एल.टी. द्वितीय वर्ष में अमोल कापसे ने 69.8 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम, अंकित हल्दे ने 69.70 प्रतिशत अंक के साथ द्वितीय स्थान एवं सोनम साहु ने 67.70 प्रतिशत अंक के साथ तृतीय स्थान प्राप्त किया। 
विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सचिव अमित मिश्रा, संस्था के प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे, प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, पैरामेडिकल विभाग के प्राचार्य डॉ. जैनुद्दीन अली, राधेश्याम तिवारी, जितेन्द्र तिरोले, मितू नामदेव, डॉ.अनिलकुमार मिश्रा, डॉ.श्रृती महाजन, डॉ.टीना कापडि़या, डॉ.गौरव कपूर, डॉ.इरफाना अंसारी एवं समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रेषित कर हर्ष व्यक्त किया ।


इंदौर में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी छैगांव हॉस्टल की 6 बालिकाएं 

इंदौर में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी छैगांव हॉस्टल की 6 बालिकाएं


खण्डवा, संजय चौबे । जिला स्तरीय बाल रंग महोत्सव मैं आयोजित सूर्य नमस्कार एवं आदिवासी नृत्य प्रतियोगिता मैं बालिका छात्रावास  छैगांव माखन की 6 बालिकाओं का चयन संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुआ है यह बालिकाओं 20 नवंबर को इंदौर में आयोजित संभाग स्तरीय बाल रंग महोत्सव में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी  बालिकाओं में कुमारी गरिमा कुमारी मनीषा कुमारी रंजना कुमारी निर्मला कुमारी कल्पना कुमारी भूरी 20 नवंबर को संभाग स्तरीय बाल रंग महोत्सव मैं आयोजित प्रतियोगिता में खंडवा जिले से भाग लेगी बालिका छात्रावास की वार्डन  चरणजीत सिंह सलूजा सहायक वार्डन शर्मिला प्रजापति ने छात्रावास के बच्चों का संभाग स्तर पर चयन होने पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई प्रेषित की है बालिका छात्रावास की वार्डन चरणजीत सिंह सलूजा ने बताया कि छात्रावास में समय-समय पर बालिकाओं के द्वारा अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाती है जिसका ही परिणाम है कि आज हमारी बालिका है संभाग स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही है।


बालिका छात्रावास में लायनेस क्लब ने छात्राओं को बांटे स्कूल बैग   

बालिका छात्रावास में लायनेस क्लब ने छात्राओं को बांटे स्कूल बैग 

बुरहानपुर-  लायनेस क्लब बहादुरपुर द्वारा रीजनल कोऑर्डिनेटर की अधिकृत यात्रा होटल अंबर में संपन्न कराई गई इस अवसर पर लायनेस अध्यक्ष शहनाज अंसारी द्वारा बालिका छात्रावास राजपुरा की छात्राओं को 50 स्कूली बैग माध्यमिक शाला में उर्दू नंबर 1 में 6 सैलो कुर्सियां हिंदी प्राथमिक शाला में दो बड़े डस्टबिन लायनेस पूर्व अध्यक्ष किरण रायकवार द्वारा बालिका छात्रावास राजपुरा की बालिकाओं को शूज वितरण किए गए लता रुद्रेश्वर एंडोले द्वारा 50 टूथब्रश एवं छोटे  पानी के  मगै वितरित किए गए इसी कड़ी में  लायनेस क्लब बहादरपुर की अध्यक्ष शहनाज अंसारी द्वारा लायनेस चेयर पर्सन का सम्मान मोती को माला एवं गिफ्ट देकर किया गया रीजनल कोऑर्डिनेटर लायनेस अनीता पिल्ले जी द्वारा  उक्त सभी गतिविधियां संपन्न कराई गई ।



अनीता पिल्ले जी द्वारा लायनेस क्लब बहादरपुर की वर्षभर  होने वाली गतिविधियों का अवलोकन कर गतिविधियों की सराहना की गई इस अवसर पर लायन अध्यक्ष डॉक्टर तारीक जी लायनेस वाईस डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट  मनोरमा शर्मा जी लायनेस मीना चौहान जी रजनी गट्टानी जी लायनेस इंद्र कौर बिंद्रा जी लायनेस जय श्री ठाकुर जी लायनेस तस्नीम मर्चेंट जी लायनेस किरण रायकवार जी लायनेस निखत अफरोज जी वार्ड पार्षद सरिता भगत जी लायनेस कामनी मावले लायनेस देहरा परवीन  लायनेस तंजीला खानम लायनेस कृष्णा चौहान  लायनेस अंजू कटाक्वार कोषाध्यक्ष अमितावा से लायनेस ममता सोलंकी लायनेस ममताबालके रूमाना जैदी सहित बालिका छात्रावास  राजपुरा की बालिकाएं उपस्थित थे


शनिवार, 16 नवंबर 2019

बालसभा में शारीरिक और मानसिक रूप से निशक्त विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने हेतु , ब्रेल लिपि, साइन लिपि से  पढ़ने और लिखने के तरीके बताए ।

बालसभा में शारीरिक और मानसिक रूप से निशक्त विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने हेतु , ब्रेल लिपि, साइन लिपि से  पढ़ने और लिखने के तरीके बताए ।


बुरहानपुर- प्रति सप्ताह शनिवार के दिन शालाओं में बाल सभा का आयोजन किया जाता है जिसमें विद्यार्थियों को जीवन के विभिन्न पहलुओं से अवगत भी कराया जाता है। समय-समय पर इन बाल सभाओं में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों को बुलवाकर विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की जाती है उसी संबंध में आज बालसभा में संग्रामपुर विद्यालय के प्रांगण में बुरहानपुर के मध्यप्रदेश विकलांग मंच बुरहानपुर के अध्यक्ष श्री भंडारी, विद्यार्थी कुशल पाठक, सहायक अनिल महाजन उपस्थित थे।



जिन्होंने समाज में शारीरिक और मानसिक रूप से निशक्त विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने हेतु , ब्रेल लिपि, साइन लिपि से  पढ़ने और लिखने के तरीके बताए और ऐसे दिव्यांग बच्चों के लिए शासन की योजनाएं बताई तथा आवश्यकता होने पर मदद हेतु बात करने का कहा।जीवन को सकारात्मकता के साथ जीने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर हाईस्कूल, माध्यमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय के समस्त विद्यार्थियों सहित शिक्षकगण उपस्थित थे । भंडारी जी के आगमन पर शाला परिवार ने आभार व्यक्त किया ।


गुरुवार, 14 नवंबर 2019

नेहरू युवा केंद्र स्थापना दिवस मनाया गया

नेहरू युवा केंद्र स्थापना दिवस मनाया गया



बुरहानपुर 14 नवम्बर,  2019 - नेहरू युवा केंद्र बुरहानपुर (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जयंती के अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर 20 ग्रामों के 40 युवाओं को स्थापना दिवस पर नेहरू जी के जीवन एवं उनके संघर्ष की जानकारियां  प्रदान की गई। साथ ही इस मौके पर तीन दिवसीय युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रारंभ स्टार स्वरोजगार ग्रामीण प्रशिक्षण संस्थान में किया गया है, जो 14 नवम्बर से 16 नवंबर तक चलेगा।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण में अलग-अलग विभाग से अधिकारी आकर यहां पर सूचनाएं एवं जानकारियों को साझा करेंगे। प्रशिक्षण के प्रथम दिन जिला युवा समन्वयक पंकज गोस्वामी एवं लालबाग थाने के सब इंस्पेक्टर श्री विक्रम सिंह बामनिया द्वारा स्वामी विवेकानंद जी और पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। श्री विक्रम सिंह बामनिया के द्वारा युवाओ को ग्रामीण और शहरी पुलिस रक्षा समिति के बारे में बताया गया। साथ ही उन्हें पुलिस विभाग में होने वाली परीक्षाओं से भी अवगत कराया। तत्पश्चात् श्रीमती क्षमा दास के द्वारा बिजनेस स्किल्स एवं कुटीर लघु उद्योग के बारे में जानकारी दी गई कि वे किस प्रकार से अपने ग्रामों या आसपास में लघु उद्योग का निर्माण कर सकते है।  इसके बाद लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर श्री अंजनी चरण, आर.बी.आई. मैनेजर एवं एफ. एल. सी. सी. श्री महाजन के द्वारा बैंकिंग एवं लोन से संबंधित जानकारियां दी। बताया गया कि वे किस प्रकार से बैंकों से किसी बिजनेस या स्टार्टअप के लिए लोन ले सकते है। प्रशिक्षण में स्वप्निल जायसवाल, महेश पाटिल, दीपिका सोनी, जगदिश चौहान आदि भी मौजूद रहे।


एसटी/एससी हब योजनान्तर्गत अवेयरनेस प्रोग्राम आज

एसटी/एससी हब योजनान्तर्गत अवेयरनेस प्रोग्राम आज


बुरहानपुर 14 नवम्बर,  2019 -आज जिले में नेशनल अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति हब योजनान्तर्गत उक्त वर्ग के उद्यमियों, सेवाप्रदाताओं, स्वरोजगारियों एवं स्टॉर्टअप के लिए एक दिवसीय अवेयरनेस प्रोग्राम शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया है। उक्त कार्यक्रम के संबंध में सहभागिता करने संबंधी अन्य जानकारी श्री अनिल थांगले नोडल अधिकारी नेशनल एसटी/एससी हब दूरभाष क्र-94069-03006 पर संपर्क कर प्राप्त कर सकते है।


पंडित नेहरू की 130 वीं वर्षगाँठ मनाने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संरक्षण समिति गठित मुख्य सचिव होंगे आयोजन समिति के अध्यक्ष

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पंडित नेहरू की 130 वीं वर्षगाँठ मनाने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संरक्षण समिति गठित
मुख्य सचिव होंगे आयोजन समिति के अध्यक्ष
बुरहानपुर 14 नवम्बर,  2019 - राज्य शासन ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की 130वीं वर्षगाँठ पर 14 नवम्बर, 2019 से 14 नवम्बर, 2020 तक वर्षभर व्यापक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित आयोजन समिति कार्यक्रमों की विभागवार रूपरेखा तैयार कर संरक्षण समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित संरक्षण समिति कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप प्रदान करेगी।
कार्यक्रमों की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संरक्षण समिति का गठन किया गया है। संस्कृति मंत्री, स्कूल शिक्षा मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और जनसम्पर्क मंत्री इस समिति के सदस्य होंगे।
कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजन समिति का गठन किया गया है। प्रमुख सचिव जनसम्पर्क, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा और प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा आयोजन समिति में सदस्य होंगे। प्रमुख सचिव संस्कृति इस समिति के सदस्य सचिव होंगे।
पंडित नेहरू की 130वीं वर्षगाँठ पर उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा तथा संस्कृति विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, विद्यालयों सहित प्रत्येक जिले में वर्षभर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।


बाल संरक्षण समिति की बैठक संपन्न

बाल संरक्षण समिति की बैठक संपन्न



बुरहानपुर 14 नवम्बर,  2019 -जिले में आज कलेक्टेªट सभाकक्ष में कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेªट श्री राजेश कुमार कौल की अध्यक्षता में बाल संरक्षण समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुमन कुमार पिल्लई ने जानकारी देते हुए बताया कि बालको के संरक्षण के लिए चाइल्ड केयर नंबर-1098, किशोर न्याय बोर्ड, फास्टर केयर प्लॉन, बालगृह संस्थाएँ कार्य कर रही है।
बैठक में कलेक्टर श्री राजेश कुमार कौल ने जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री पिल्लई को निर्देशित किया कि, ऐसे एनजीओ जो इस क्षेत्र में कार्य करना चाहते है उनकी जानकारी शीघ्रता से उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। बैठक में श्रम विभाग के अधिकारी, चाईल्ड केयर एवं समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।


बाल दिवस के अवसर पर आंगनवाड़ी केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियां आयोजित

बाल दिवस के अवसर पर आंगनवाड़ी केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियां आयोजित
बुरहानपुर 14 नवम्बर,  2019 -बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को प्रदेश के प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल रंग मेला आयोजित किये जाने के निर्देश दिये गये थे। इसी तारतम्य में आज 14 नवंबर को आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल दिवस मनाया गया। साथ ही प्रत्येक परियोजना मुख्यालय पर बाल रंग मेले का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिले के विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों ने संयुक्त रूप से रेणुका गार्डन में बाल दिवस पर खेल, खेल-खेल में शिक्षा, चित्रकला इत्यादि गतिविधियाँ आयोजित की गई। बच्चों को चाकलेट भी बांटे गये। उन्होंने बडे़ ही उत्साह के साथ बाल दिवस को मनाया। बाल दिवस शिक्षण संस्थानों में भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कलेक्टर श्री राजेश कुमार कौल ने कहा कि सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये बाल दिवस अच्छा अवसर है। उन्होंने बताया कि बाल मेले का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी में बच्चों के सीखने एवं शाला पूर्व शिक्षा के लिए सहज वातावरण निर्मित करना तथा प्रतिभावान बच्चों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।


अभिनव बाल विद्या मंदिर में मनाया बाल दिवस 

अभिनव बाल विद्या मंदिर में मनाया बाल दिवस 



बुरहानपुर- देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है इसी बाल दिवस के अवसर पर बम्भाडा  स्थित अभिनव बाल विद्या मंदिर में विद्यार्थियों द्वारा बाल दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया ।संस्था प्राचार्य महेंद्र महाजन ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए  बाल दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था जिसमें सभी बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के पश्चात सभी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। बाल दिवस के इन कार्यक्रमों में शाला के सभी शिक्षक- शिक्षिकाएं उपस्थित थे।




बाल दिवस पर शिक्षकों को शपथ दिलवाने का फरमान जारी

बाल दिवस पर शिक्षकों को शपथ दिलवाने का फरमान जारी



 भोपाल- शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की शिक्षकों की प्रति नकारात्मक सोच का इससे अच्छा उदाहरण हो ही नहीं सकता है। भारत के प्रथम प्रधानमत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म दिवस जो कि संपूर्ण भारतवर्ष में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है उस सुअवसर पर बच्चों के लिए  सांस्कृतिक ,ऐतिहासिक महत्व या शैक्षणिक उपयोग की गतिविधियों का संचालन करवाया जाता तो बेहतर होता है या बच्चों को किसी भी मुद्दे पर शपथ दिलाई जाती है। किंतु विभाग के आला अधिकारियों ने इस सुअवसर पर शिक्षकों को अपमानित करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त जयश्री कियावत ने बाल दिवस पर शिक्षकों को शपथ दिलवाने का फरमान जारी किया है। शिक्षकों को नियत समय पर स्कूल आने, स्कूल के प्रति ईमानदारी रखने , बच्चों के शिक्षण पर अपनी निष्ठा बनाए रखने व शाला के प्रति अपने समर्पण को निरंतर बनाए रखने की शपथ लेने का तुगलकी आदेश जारी किया गया है। अपने ही विद्यार्थियों के सामने शिक्षकों से इस तरह शपथ दिलवाने का फरमान अधिकारियों की शिक्षकों के प्रति अपनी मानसिकता व सोच को प्रदर्शित कराता है।


बुधवार, 13 नवंबर 2019

50 हजार श्रद्धालुओं ने कार्तिक मेले में शिरकत कर पुण्य कमाया 

50 हजार श्रद्धालुओं ने कार्तिक मेले में शिरकत कर पुण्य कमाया 
 खण्डवा , संजय चौबे । तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में श्री गजानन सेंवा संस्थान ओंकारेश्वर( शेंगाव) द्वारा हजारों भक्तों की निस्वार्थ और पूरे सेवा भाव से कार्तिक मेले के दौरान पहुचनें वाले पंचक्रोशी यात्रीओं व अन्य तीर्थयात्रियों  की बीते कई वर्षों से सेंवा की जाती है । करीब 5 एकड़ के मैदान में वाटरफ्रुफ टेंट में उचित बिछायत व्यवस्था करके शुद्ध पेयजल, नाश्ता ,चाय, भोजन , पहनने के वस्त्र, विश्राम व्यवस्था, सहित अनुभवी चिकित्सकों द्वारा उपचार  की व्यवस्था सहित निशुल्क दवाई वितरण की जाती है। 
ओंकारेश्वर तीर्थ में 75 कि.मी. का पैदल सफर तय करके पहुचने वाले पंचक्रोशी भक्तों के लिए यहा पहुचने पर स्वर्ग से कम नही होता है। 
बडी श्रद्धा व सेंवा भाव से संस्थान के  सदस्यों द्वारा भक्तों की सेंवा की जाती है। 
पिछलें 20 वर्षो से लगातार पंचक्रोशी यात्रा मे शामिल हो रहे है आगर निवासी श्याम लाल जी ने बताया कि वह करीब पिछले 15 वर्षों से संस्थान की सेवा का लाभ ले रहे हैं उन्होंने कहा कि संस्थान की सेवा अतुलनीय है ।जिसकी प्रशंसा शब्दों में की जाना असंभव है।  यहां पहुंचने पर गजानन संस्थान के सेवक गण श्रद्धालुओं का बहुत ध्यान रखते हैं । 


कार्तिक मेला पर्व के दौरान इन दो दिवसीय आयोजन में करीब 50 हजार लोगों ने संस्थान की सेवा का लाभ लिया।
 संस्थान की सबसे बड़ी विशेषता उन्होंने प्रदूषण से नगर को बचाने के लिए प्लास्टीक डिस्पोजल के पत्तल दोनों का उपयोग नहीं किया पलाश के पत्तों से बने पत्तल, दोने मे ही हजारों भक्तों को भोजन कराया साथ ही स्टील के गिलास पीने का पानी उपलब्ध कराया जिसकी चारों और प्रशंसा हुई। एवं करीब 10 हजार आदिवासी जरूरतमंद महिला बच्चे बुजुर्ग लोगों को निशुल्क कपड़े वितरण किए।
 इस आयोजन में करीब  300 सेवादार दिन रात लगातार सेंवा देते रहें।
इसके अतिरिक्त संस्थान की ओर से नगर के प्रमुख घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था भी की गई है ।साथ ही तीर्थनगरी के मुख्य धार्मिक पर्व महाशिवरात्रि ,नर्मदा जयंती सहित अन्य प्रमुख पर्वो पर भी यहां लाखों की संख्या में पहुंचने वाले भक्तों की व्यवस्था संस्थान की ओर से की जाती है।


बिम्ट्स में बी.एम.एल.टी.तृतीय वर्ष एवं बी.पी.टी.चतुर्थ वर्ष का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट

बिम्ट्स में बी.एम.एल.टी.तृतीय वर्ष एवं बी.पी.टी.चतुर्थ वर्ष का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट


बुरहानपुर। पैरामेडिकल विभाग के बी.एम.एल.टी. तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम मध्यप्रदेश आर्युविज्ञान जबलपुर द्वारा घोषित किया गया। इसी प्रकार देवी अहिल्या विष्वविद्यालय इंदौर द्वारा बी.पी.टी. चतुर्थ वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। जिसमें निमाड़ क्षेत्र की अग्रणी शिक्षण संस्था प्रो. बृजमोहन मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड टेक्निकल साइंसेस महाविद्यालय बुरहानपुर का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा। 
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि बी.एम.एल.टी. तृतीय वर्ष में जितेन्द्र यादव ने 69.25 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया। गणेष पालवी ने 68.25 प्रतिषत अंक प्राप्त कर द्वितीय एवं शरद उमाले ने 67.16 प्रतिषत अंक के साथ तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार बी.पी.टी. चतुर्थ वर्ष में आषीष तलरेजा ने 63.37 प्रतिशत अंक के साथ महाविद्यालय में प्रथम स्थान अर्जित किया। आकृति पिरा ने 62.75 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय एवं निषा अग्रवाल ने 55.75 प्रतिशत अंक हासिल कर तृतीय स्थान प्राप्त किया। 
विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष अनिल जैन, सचिव अमित मिश्रा, संस्था के प्रषासनिक अधिकारी विषाल गोजरे, प्राचार्य सैय्यद आसिफ अली, पैरामेडिकल विभाग के प्राचार्य डॉ. जैनुद्दीन अली, राधेष्याम तिवारी, जितेन्द्र तिरोले, डॉ.अनिलकुमार मिश्रा, डॉ.श्रृती महाजन, डॉ.टीना कापड़ीया, डॉ.गौरव कपूर, डॉ.इरफाना अंसारी एवं समस्त स्टॉफ ने शुभकामनाएं प्रेषित कर हर्ष व्यक्त किया।


CBSE Board 2020: बोर्ड ने जारी की नई मार्किंग स्कीम, पास होने के लिए ये जरूरी

CBSE Board 2020: बोर्ड ने जारी की नई मार्किंग स्कीम, पास होने के लिए ये जरूरी


केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE - Central Board Secondary Education) शैक्षणिक सत्र 2020 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के लिए नई मार्किंग स्कीम जारी की है। इसमें बोर्ड ने बताया है कि कक्षा 10वीं और 12वीं में पास होने के लिए छात्रों को किस विषय की किन परीक्षाओं में कितने अंक लाना जरूरी है। इसके लिए बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि अधिकांश विषयों में दो से तीन असेसमेंट के क्षेत्र होते हैं- थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट/इंटरनल असेसमेंट। इन सभी में सबसे ज्यादा अंक थ्योरी परीक्षा के लिए होते हैं।


इसके लिए बोर्ड ने हर विषय में किस परीक्षा में पास होने के लिए कितने अंक जरूरी हैं, इसका ब्लूप्रिंट भी जारी किया है।
10वीं के लिए पासिंग क्राइटेरिया
वहीं बोर्ड ने कहा है कि कक्षा 10वीं में पास होने के लिए छात्रों को हर विषय में कुल 33 फीसदी अंकों के साथ-साथ थ्योरी, प्रैक्टिकल/इंटरनल असेसमेंट में भी अलग से 33-33 फीसदी अंक अनिवार्य है।


दोनों ही कक्षाओं के लिए थ्योरी की परीक्षाएं जहां सीबीएसई खुद आयोजित कराएगा। वहीं, प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट/इंटरनल असेसमेंट स्कूलों द्वारा आयोजित किए जाएंगे। इसमें भी प्रोजेक्ट व प्रैक्टिकल के लिए एग्जामिनर स्कूल से बाहर के होंगे। जबकि इंटरनल असेसमेंट पूरी तरह स्कूल द्वारा ही लिया जाएगा।


बाल दिवस 14 नवम्बर को "कक्षा साथी परियोजना का शुभारंभ करेंगे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी

बाल दिवस 14 नवम्बर को "कक्षा साथी परियोजना का शुभारंभ करेंगे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी


 


भोपाल -स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी 14 नवम्बर को रायसेन जिला मुख्यालय पर वार्ड क्रमांक-8 में स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में 'कक्षा साथी परियोजना'' का शुभारंभ करेंगे। इस परियोजना में रायसेन जिले के 7 तथा भोपाल जिले के 5 शासकीय विद्यालयों को दक्षिण कोरिया की टैग हाइव संस्था के सहयोग से प्रारंभ की जा रही 'कक्षा साथी परियोजना'' में शामिल किया गया है। 
मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि स्कूली शिक्षा में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से कक्षा साथी परियोजना छात्रों के लिए उपयोगी एवं रूचिकर होगी। परियोजना से बच्चों का रियल टाइम मूल्यांकन किया जा सकेगा। इसके लिए मोबाईल एप एवं क्लिकर का उपयोग कर शिक्षक पाठ पढ़ाने के बाद छात्रों का तुरंत मूल्यांकन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि एप पर पाठ्यक्रम से संबंधित विषय वस्तु के बहु-विकल्पीय प्रश्नों को शिक्षक छात्रों से पूछेंगे तथा छात्र उनका जवाब क्लिकर के माध्यम से तुरंत देंगे। शिक्षक दिए गए जवाब के माध्यम से यह जान सकेंगे कि पढ़ाए गए पाठ को छात्रों ने कितना सीखा एवं कितने छात्रों ने सभी जवाब दिया। सही जवाब नहीं देने वाले छात्रों का तुरंत विश्लेषण कर सुधार की योजना बनाई जाएगी। इस प्रायोगिक परियोजना का सम्पूर्ण व्यय सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न कम्पनियों द्वारा वहन किया जाएगा। 


बाल दिवस 14 नवंबर को सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर होगा बाल रंग मेला

बाल दिवस 14 नवंबर को सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर होगा बाल रंग मेला


 


भोपाल -बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को प्रदेश के प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल रंग मेला आयोजित किया जाएगा। प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री अनुपम राजन ने सभी जिला कलेक्टर को निर्देश जारी किये हैं कि 14 नवंबर को प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल दिवस मनाया जाए। साथ ही प्रत्येक परियोजना मुख्यालय पर बाल रंग मेले का आयोजन किया जाए। श्री राजन ने कहा कि जिन परियोजना में बाल शिक्षा केंद्र परियोजना मुख्यालय पर नहीं है, वहाँ पर भी बाल रंग मेले का आयोजन सुनिश्चित किया जाए।
प्रमुख सचिव श्री राजन ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष आयु तक के बच्चों को खेल-खेल में शाला पूर्व शिक्षा दी जाती है। इसी क्रम में महिला-बाल विकास विभाग द्वारा 313 विकासखंडों में बाल शिक्षा केंद्र प्ले स्कूल की शुरुआत की गई है। श्री राजन ने कहा कि शाला पूर्व शिक्षा को रोचक एवं रुचि पूर्ण बनाने तथा सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये बाल दिवस अच्छा अवसर है। उन्होंने बताया कि बाल मेले का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी में बच्चों के सीखने एवं शाला पूर्व शिक्षा के लिए सहज वातावरण निर्मित करना तथा प्रतिभावान बच्चों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
मास्टर क्लीन, टेडी मास्टर, हेल्दी पुरस्कार
प्रमुख सचिव श्री राजन ने कहा कि बाल मेले के दौरान वहाँ रहने वाले बच्चे को मछली पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा अन्य समुदाय के बच्चों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाल मेले में बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग, ग्रीटिंग कार्ड और मिट्टी के खिलौने की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। फैंसी ड्रेस, गीत-कविता, नाटक का प्रदर्शन भी किया जाएगा। श्री राजन ने कहा कि बाल दिवस पर सबसे स्वस्थ बच्चे को हेल्थी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त बाल रंग मेले में कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा।


बच्चों ने साईकिल चलाकर दिया पर्यावरण जागरूकता का संदेश 

बच्चों ने साईकिल चलाकर दिया पर्यावरण जागरूकता का संदेश 



खंडवा, संजय चौबे । साई शक्ति संगठन रामनगर के बच्चों द्वारा पयार्वरण संरक्षण के लिए प्रकृति से जुडि़ए साईकिल चलाएं, प्रदूषण रहित पर्यावरण बनाने के प्रति जागरूक किया। रैली में शामिल बच्चे साईकिलों पर संदेश वाहक पोस्टर लगा कर चल रहे थे। रैली का मुख्य उद्देश्य वाहनों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए था। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि साईकिल चलाएं पेट्रोल बचाएं और साईकिल चलाएं स्वास्थ्य रहें के नारे के साथ लगभग 30 बच्चे कुणाल रघुवंशी, शिवाय पगारे, अर्पण शर्मा, सुजल मालवीय, शिवोम सोनी, हर्षवर्धन राठौर, शुभ गौर, आदी खेड़े, साई प्रेम, साई दीप, निशित गीते, भाग्यश्री पाटिल, विवेक तिवारी ने प्रति रविवार सुबह 7.15 बजे साइकिल रैली निकलने का संकल्प लिया। मंगलवार निकली रैली में सभी के माता-पिता के साथ सांई मंदिर के भूपेंद्र सिंह गौर, नाथूलाल पवार, सतीश पटेल, गजानन बाघमारे, दिनेश खेड़े द्वारा निर्धारित समय पर बच्चों की रैली को हरी झंडी दिखाकर उज्वल भविष्य की कामना की। बच्चों को बदलते मौसम और भाग दौड़ की जि़ंदगी में साईकिल चलाने का महत्व संतोष शर्मा ने बताया और स्वयं भी लागू करने का संकल्प लिया। सतीश पटेल द्वारा बच्चों को नाश्ता करवाया और उन्हें गिफ्ट देकर उत्साहित किया।


मंगलवार, 12 नवंबर 2019

स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए विशेष प्रयास कर रहे हैं स्कूल शिक्षा मंत्री

स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए विशेष प्रयास कर रहे हैं स्कूल शिक्षा मंत्री


भोपाल  - प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं तथा उनका क्रियान्वयन भी कर रहे हैं। इसी तारतम्य में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी के विशेष प्रयासों से प्रदेश के रायसेन तथा भोपाल जिले के 12 विद्यालयों में पायलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत दक्षिण कोरिया की टैग हाइव संस्था के सहयोग से कक्षा साथी परियोजना प्रारंभ की जा रही है। इस कक्षा साथी परियोजना का शुभारंभ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी 14 नवम्बर को रायसेन के वार्ड क्रमांक-8 में स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में करेंगे। इस परियोजना में रायसेन जिले के सात तथा भोपाल जिले के पांच विद्यालयों को शामिल किया गया है।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से किए जा रहे प्रयासों में कक्षा साथी परियोजना छात्रों के लिए उपयोगी एवं रूचिकर होगी। जिले में कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव के प्रयासों से ल्यूपिन हूमन वेलफेयर एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन मण्डीदीप द्वारा 6 विद्यालयों में क्लिकर भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कक्षा साथी परियोजना से बच्चों का रियल टाइम मूल्यांकन किया जा सकेगा। इसके लिए मोबाईल एप एवं क्लिकर का उपयोग कर शिक्षक पाठ पढ़ाने के बाद छात्रों का मूल्यांकन तुरंत कर सकेंगे। आधुनिक तकनीकी युग में बच्चे तकनीकी का प्रयोग कर आनन्दमयी वातावरण में अध्ययन कार्य कर सकेंगे तथा बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि जागृत होगी। इसी प्रकार एप पर पाठ्यक्रम से संबंधित विषय वस्तु के बहु विकल्पीय प्रश्नों को शिक्षक छात्रों से पूछेंगे तथा छात्र उनका जबाव क्लिकर के माध्यम से तुरंत देंगे। शिक्षक दिए गए जबाव के माध्यम से यह जान सकेंगे कि पढ़ाए गए पाठ को छात्रों ने कितना सीखा एवं कितने छात्रों ने सभी जबाव दिया। सही जबाव नहीं देने वाले छात्रों का तुरंत विश्लेषण कर सुधार की योजना बनाई जाएगी। इस प्रायोगिक परियोजना का सम्पूर्ण व्यय सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न कम्पनियों द्वारा वहन किया जाएगा।


जिले के इन विद्यालयों में प्रारंभ होगी कक्षा साथी परियोजना -


कक्षा साथी परियोजना जिले के सात विद्यालयों में प्रारंभ की जा रही है। जिसमें सांची विकासखण्ड की शासकीय माध्यमिक शाला वार्ड क्रमांक-8 रायसेन, शासकीय माध्यमिक शाला सेमरा, शासकीय माध्यमिक शाला सनखेड़ी, शासकीय माध्यमिक शाला सिलपुरी, शासकीय माध्यमिक शाला कानपोहरा, शासकीय कन्या माध्यमिक शाला रायसेन तथा औबेदुल्लागंज विकासखण्ड की शासकीय माध्यमिक कन्या शाला मण्डीदीप शामिल हैं।


सोमवार, 11 नवंबर 2019

शिक्षा,स्वास्थ्य,कृषि, महिला बाल विकास के फील्ड स्टॉफ की हाजिरी की जांच करें : कलेक्टर 

शिक्षा,स्वास्थ्य,कृषि, महिला बाल विकास के फील्ड स्टॉफ की हाजिरी की जांच करें : कलेक्टर 



खण्डवा , संजय चौबे । - कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, राजस्व, उद्यानिकी, महिला बाल विकास विभाग के जिला अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अपने फील्ड स्टॉफ की उपस्थिति लोक सेवक एप के माध्यम से बारीकी से जांचे तथा जिस कर्मचारी का अपने मुख्यालय पर कार्यालयीन समय में लंबे समय तक अनुपस्थित रहना पाया जाये या देर से उपस्थित होकर जल्दी ड्यूटी से वापस जाना पाया जाये, ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करें तथा जवाब प्राप्त करने के बाद दोषी पाए गए कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त दण्डात्मक कार्यवाही करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्री राजेश जैन, नगर निगम आयुक्त श्री हिमांशु सिंह, विभिन्न एसडीएम, तहसीलदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी व जनपद पंचायतों के मुख्यकार्यपालन अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने निर्देश दिए कि खण्डवा शहर के एक ही परिसर में संचालित स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की जानकारी के आधार पर शिक्षकों को युक्तियुक्तकरण करने की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ की जायें। उन्होंने कहा कि जीर्णशीर्ण स्कूल भवनों में कक्षाएं न लगाई जायें, बल्कि पास के सरकारी स्कूल भवन में वहां के बच्चों को शिफ्ट किया जाये। उन्होंने खण्डवा शहर में नगर निगम के उद्यानों में अनियमितता की जांच रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से कहा। इसके अलावा कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने गत दिनों मूंदी के स्वास्थ्य केन्द्र में जांच के दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर विकासखण्ड परियोजना प्रबंधक, वहां के बीईई तथा विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि मूंदी अस्पताल की रोगी कल्याण समिति का हिसाब किताब देखने वाले स्वास्थ्य सुपरवाइजर द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं के लिए एफआईआर तत्काल दर्ज कराई जायें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि आयुष्मान भारत योजना की पात्रता सूची में जिन हितग्राहियों के नाम है यदि उनके आयुष्मान कार्ड नही बने है तो उनके कार्ड तैयार किए जायें।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने निर्देश दिए कि उचित मूल्य की दुकानों के निरीक्षण के लिए जिले में विशेष अभियान प्रारंभ किया जाये। साथ ही सहकारी समितियों से उर्वरक विक्रय व्यवस्था की भी विस्तृत जांच अधिकारियों के माध्यम से कराने के लिए ड्यूटी आदेश जारी किए जाये। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कायाकल्प अभियान के मानदण्डों के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराई जाये। इसके लिए रोगी कल्याण समिति के तहत उपलब्ध राशि का उपयोग किया जा सकता है। बैठक में उन्होंने गत दिनों खालवा क्षेत्र में आंगनवाड़ी के पोषण आहार फैकने संबंधी शिकायत की विस्तृत जांच शीघ्रता से पूर्ण कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने उप संचालक पशु चिकित्सा को सभी विकासखण्डों में गौशालाओं में बिजली, पानी, चारागाह जैसी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं आगामी 15 दिसम्बर तक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने खण्डवा की पुरानी कृषि उपज मण्डी स्थित सभी दुकानों को खाली कराने के लिए अब तक की गई कार्यवाही की जानकारी मण्डी सचिव से ली। सचिव द्वारा बताया गया कि सभी दुकानदारों को दुकान खाली करने के लिए एक-एक नोटिस दिया जा चुका है, शीघ्र ही दूसरा नोटिस जारी कर दुकान खाली कराने तथा व्यापारियों को नई मण्डी में भेजने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए यातायात पुलिस से सामंजस्य बनाकर कार्यवाही करने के लिए भी कहा। उन्होंने नगरीय क्षेत्र में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत सक्रिय स्वसहायता समूहों के माध्यम से स्कूलों में मध्यान्ह भोजन तैयार कर वितरण करने की विकेन्द्रीकृत व्यवस्था लागू करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने उत्कृष्ट विद्यालय खण्डवा में कक्षा 9,10,11 एवं 12 की कक्षाओं में स्मार्ट क्लास प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए।


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