गुरुवार, 28 नवंबर 2019

अर्वाचीन इंडिया स्कूल के सैलानियों ने किया उत्तर भारत का शैक्षणिक भ्रमण

अर्वाचीन इंडिया स्कूल के सैलानियों ने किया उत्तर भारत का शैक्षणिक भ्रमण


बुरहानपुर। शहर के सुपरिचित विद्यालय अर्वाचीन इंडिया के विद्यार्थी विगत आठ दिनों से उत्तर भारत के विभिन्न शहरों के भ्रमण पर गए थे। यात्रा की शुरुआत इंडिया के स्विजरलैंड खजियार, डलहौजी, चम्बा शहरों से हुई। पहाड़ों की खूबसूरती से मंत्र-मुग्ध इन विद्यार्थियों ने वहां के मौसम से तालमेल बैठाते हुए प्रत्येक शहर को जानने व समझने की कोशिश की। पहाड़ों से आगे का सफर तय कर ये विद्यार्थी भारत-पाक सीमा पर भी गए, जहां भारत-माता की जयकारों से गगन गुंजा दिया। तिरंगे के रंग में रंगे इन विद्यार्थियों ने गोल्डन टेम्पल, जलियांवाला बाग इत्यादि स्थानों का भी भ्रमण कर वहाँ के इतिहास को जाना। कहते है यात्रा मनुष्यों को जीवन जीने की कला सिखाती हैं, विभिन्न आयु वर्ग के इन विद्यर्थियों ने सच में रोज नये-नये अनुभव किए। 



इस शैक्षणिक भ्रमण में विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा स्वयं छात्रों के साथ गई थी, उन्होंने बताया कि बच्चों के साथ सफर वाकई सुहाना रहा। ये इतने निश्छल होते हैं कि प्रत्येक स्थिति में इनका साथ हमें स्फूर्ति देता है और हम भी अपनी दैनिक दिनचर्या से अलग हटकर इनके साथ को एंजॉय करते हैं। ग्रुप के साथ विद्यालय की कोर्डिनेटर श्रीमती दीप्ति पेच्ची, देवेन्द्र गढ़वाल, कुमिका पाथरोल, हिमान्शु तिवारी एवं नंदलाल पाटील भी गए थे। 
सचिव अमित मिश्रा ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों में ज्ञान और आत्मविश्वास दोनों की वृद्धि होती है और हम अपने बच्चों का सर्वांगीण विकास चाहते है और वही करने की सतत कोशिश करते हैं। रेलवे स्टेशन पर विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए प्राचार्य उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि हमारे विद्यार्थी जीवन में सारे अनुभव लेकर आगे बढ़े ऐसी हमारी हमेशा कोशिश होती है। 



संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि शैक्षिक भ्रमण से बच्चों में नेतृत्व की भावना का विकास होता है। अर्वाचीन इंडिया स्कूल के शिक्षक तथा बच्चों का दल भारत-पाक सीमा के बाघा अटारी बार्डर का शैक्षिक भ्रमण कर लौटा। इस दौरान बच्चों ने पाक सीमा के अलावा अमृतसर में गोल्डन टेम्पल, जलियांवाला बाग, सिन्धु घाटी की सभ्यता सहित कई ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर ज्ञान अर्जित किया। बच्चों ने जलियांवाला बाग का भ्रमण में गोलियों के निशान, गहरा कुआं, शहीद स्मारक आदि का अवलोकन भी किया।
सफलतम भ्रमण के लिए शाला परिवार ने सभी पालकों को शुभकामनाएं दी क्योंकि पालकों के साथ और विश्वास से ही हम कोई भी काम कर पा रहे हैं। शाला के शिक्षकों ने रेलवे स्टेशन पर सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों का भावपूर्ण स्वागत किया।


 


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