रविवार, 24 नवंबर 2019

जिले के लगभग 300 से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में नहीं हुआ है संविलियन

जिले के लगभग 300 से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में नहीं हुआ है संविलियन



बुरहानपुर-  जिले  के लगभग 90% से अधिक अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन हो चुका है किंतु 10% अध्यापक आज भी संविलियन के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाते देखे जाते हैं अध्यापक जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक अधिकारी एवं नेताओं के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं कई बार ज्ञापन एवं धरना आंदोलन भी हुए किंतु कार्रवाई काफी धीमी गति से चल रही है यू कहा जा सकता है कि कार्रवाई करने का नाटक किया जा रहा है, जब 90% कार्य 1 माह की समय-सीमा में पूर्ण हो सकता है तो शेष बचे कार्यों को 1 वर्ष से भी अधिक समय लगाने के बाद भी कार्य पूर्ण नहीं होना  प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है आखिर क्यों उन शेष बचे अध्यापकों को परेशान किया जा रहा है अध्यापक संवर्ग के सारे संगठन कई बार अधिकारियों से संपर्क कर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं किंतु नतीजा शून्य हीं रहा है अधिकारी अपनी फाइल को एक टेबल से दूसरे टेबल पर पहुंचाते हुए नजर तो आते हैं किंतु कार्य नहीं हो रहा है। 



  जिला शिक्षा अधिकारी का कहना यह है कि कार्यालय द्वारा अधिकांश कार्य पूर्ण कर लिया गया है और वरिष्ठ कार्यालय एवं नियुक्ति कर्ता अधिकारी को  सत्यापन हेतु फाइलों को अग्रेषित कर दिया गया है।
 अध्यापक संवर्ग का संविलियन नहीं होने के कारण वे काफी परेशान है वह हर जगह अपनी शिकायत एवं निवेदन कर चुके हैं और शासन भी प्रत्येक कार्य को एक निश्चित समय सीमा में पूर्ण करने की बात कहता है तो अधिकारियों द्वारा अनावश्यक विलंब किया जाना गंभीर लापरवाही को दर्शा रहा है मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे सुस्त अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर अधिकारियों को दंडित करना चाहिए और अध्यापकों को शिक्षा विभाग का आदेश प्रदान कर उनके साथ न्याय करना चाहिए ऐसा कहना है उन शिक्षकों का जो अभी तक संविलियन की राह देख रहे हैं ।


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