मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

राज्यस्तरीय कहानी प्रतियोगिता भोपाल में बुरहानपुर के संजय राठौड़ को पुरस्कृत किया गया ।


 


बुरहानपुर- जिले से संजय राठौड़ शासकीय मराठी प्राथमिक शाला फोपनार खुर्द में प्राथमिक शिक्षक पद पर कार्यरत है  जिले स्तर पर कहानी प्रतियोगिता में प्रथम आने पर राज्य स्तर पर प्रतियोगिता के लिए चयन होने पर  दिनांक 28 को भोपाल कहानी प्रतियोगिता में जिले का नेतृत्व किये।  साथ ही बुरहानपुर जिले से छात्र कहानी  प्रतियोगिता में सोहेल अहमद महफूज  अहमद  कक्षा 7 वी शासकीय मराठी/हिंदी  माध्यमिक शाला सिंधीपुरा बुरहानपुर से भोपाल कहानी प्रतियोगिता में कहानी प्रस्तुत किये।संजय राठौड़ के कहानी का शीर्षक था पर्यावरण का महत्व व हमसब का कर्तव्य।   कहानी की सुरवात  मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी और मध्यप्रदेश उपसचिव की अध्यक्षता में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कहानी में 51 जिले  के 51 शिक्षक व 51 छात्र ने कहानी प्रस्तुत किये ।मध्यप्रदेश शासन की प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शम्मी द्वारा प्रथम,द्वितीय,तृतीय आने पर शिक्षकों और टॉप 10 टेन शिक्षकों को  शील्ड पुरस्कार से पुरस्कृत ओर प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया,जिसमे टॉप टेन में बुरहानपुर जिले से संजय राठौड़ को पुरस्कृत किया गया,ओर सात्वना पुरस्कार से  छात्र सोहेल अहमद को सम्मानित किया गया।


सोमवार, 30 दिसंबर 2019

कुपोषण दूर करने के अभिनव प्रयास, मंदिरों में चढ़ाए गए नारियल से सुधरेगा बच्चों का कुपोषण -

















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बड़वानी- जिले के अनुभाग सेंधवा में सोमवार से नई शुरुआत की गई है। इसके तहत मंदिरों, देव स्थानों पर चढ़ाए गए नारियलों को एकत्रित कर उनकी गिरी से लड्डू बनाकर आंगनवाड़ी केंद्रों में कुपोषित बच्चों को वितरित किया जा रहा है। जिससे आंगनवाड़ियों में दर्ज अतिकम वजन के बच्चे भी सामान्य ग्रेड में आ सके।


    सेंधवा में देव स्थलों से एकत्रित नारियलों की गिरी से बनाये गये लड्डुओं की पहली खेप को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अनुविभागीय अधिकारी सेंधवा सुश्री अंशु जावला को सौंपा है। उल्लेखनीय है कि देव स्थलों से नारियलों को एकत्रित करने एवं उसकी गिरी निकालकर लड्डु बनाने का कार्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही कर रही है।






अर्वाचीन इंडिया के 125 विद्यार्थियों ने किया राजधानी भोपाल का शैक्षणिक भ्रमण


बुरहानपुर। अर्वाचीन इंडिया स्कूल के 125 विद्यार्थियों ने राजधानी भोपाल का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस तीन दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण में विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा के नेतृत्व में लगभग 140 सदस्यों (शिक्षकों व छात्रों) के एक दल ने भोपाल के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया और सांस्कृतिक विरासत व धराहरों के इतिहास को जाना।
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि सच ही कहा है यात्रा जीवन का वह सुखद अनुभव है, जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। जीवन को गतिशील रखने के लिए निरंतर चलते, बढ़ते रहना होगा, क्योंकि रुका हुआ पानी खराब हो जाता है और एक सा जीवन उबाऊ हो जाता है। जब तक हम बच्चों को बाहर की दुनियां नहीं दिखायेंगे, उन्हें व्यावहारिक ज्ञान नहीं दे पाएंगे। अपने प्रदेश, अपने देश को जाने बिना विश्व को नहीं जान पाएंगे। इसलिए अर्वाचीन इंडिया स्कूल का यह प्रयास होता है कि सभी छात्र वर्ष में एक बार शैक्षणिक यात्रा पर जाए व अपने देश की विभिन्नता में एकता वाली संस्कृति को आत्मसात करें। इसी तारतम्य में विगत तीन दिनों से अर्वाचीन इंडिया के विद्यार्थी प्रदेश की राजधानी भोपाल के दौरे पर थे।
विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती राखी मिश्रा ने बताया कि मोबाईल व टेलीविजन की दुनिया से दूर होकर इन बच्चों ने काफी सारी चीजों को जाना। सफर में एक-दूसरे की चिंता, सबका ध्यान रखना, इसके साथ सुंदर प्राकृतिक दृश्यों को भी निहारा। भोजपुर, मानव संग्रहालय, भारत-भवन, सरकारी इमारतें, बिड़ला मंदिर, साइंस सेंटर, क्रिसेंट वाटर पार्क इत्यादि जगहों का भ्रमण किया। कॉर्डिनेटर विष्णु नायर, प्राइमरी कॉर्डिनेटर जिया सहर, शिक्षक संजय महाजन, अपर्णा नागर, हिमांशु तिवारी, रचना मोदी, भारती चौधरी, गायत्री जैसवाल, मनीष जैन, स्वपनिल बेलोसे, मयूर धाबे, नंदलाल पाटिल, अन्वेश भट्ट, प्रिया पोहानी, दीपिका पाटीदार, अमीषा जैसवानी, हर्षिदा येवुलकर ने भ्रमण में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
सचिव अमित मिश्रा ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों का मानसिक विकास होता है और उन्हें हमारी विविध सभ्यताएं संस्कृति के बारे में जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण भी पाठ्यक्रम का ही हिस्सा है। बच्चों को नियमित शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जाता है।


जहां पर बच्चे खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते है। शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से विद्यार्थियों में एक अनुभूति जागृत होती है, जिससे वे भारत की विभिन्नताओं जैसे दृ इतिहास, विज्ञान शिष्टाचार और प्रकृति को व्यक्तिगत रूप से जान सकते है इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों में समूह में रहने की प्रवृति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाई-चारे की भावना प्रबल होती है। बच्चे द्वारा स्कूल में बिताए गए समय में सबसे रोचक गतिविधियों में से एक होता है भ्रमण। भ्रमण यदि सुनियोजित तरीके से किए जाए तो वे सीखने-सिखाने की प्रक्रिया के लिए बहुत महत्व रखते हैं।


प्राचार्य उज्ज्वल दत्ता ने बताया कि ने बताया कि हमनें यात्रा की पूर्ण तैयारी कर, संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ही इस दल को भोपाल भेजा। पहले बच्चे अपनी राजधानी को अच्छे से जाने फिर प्रदेश और देश को। इस प्रकार के भ्रमण अगले वर्ष भी होंगे। भोपाल भ्रमण के लिए छात्रों का उत्साह अकल्पनीय था। प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे, अभिरुचि केंद्र प्रमुख श्रीमती अंजली पिम्पलीकर ने कहा पालकों का साथ ही हमारी बड़ी उपलब्धि है। ट्रांसपोर्ट अधिकारी संदीप श्रीवास्तव के अथक प्रयासों से यह टूर बहुत सफल रहा। विद्यालय परिवार ने अपने सभी पालकों के सहयोग की प्रशंसा की व सफल भ्रमण के लिए उनका धन्यवाद किया।

पहल एवं सार्थक संस्था द्वारा 1 दिवसीय  प्रशिक्षण दिया गया।"                                


भगवानपुरा  -  पहल जन सहयोग विकास संस्थान के शिक्षकों को सार्थक संस्था द्वारा रविवार को अनुपयोगी वस्तुओं द्वारा शिक्षण सामग्री बनाना, स्मार्ट क्लासेस व समूह में पढ़ाने के बारे में सिखाया गया साथ ही सहज योग के बारे में बताया गया व कराया गया। प्रशिक्षण में 30 केंद्रों के शिक्षक सुपर वाईजर एवं संस्था के कार्यक्रम प्रभारी समेत 35 सदस्यों ने भाग लिया, प्रशिक्षण  प्रवीण जी गोखले(पहल संस्था),राजेन्द्र सिंह डंग,बालकृष्ण जी शुक्ला व अजय पाठक द्वारा दिया गया। उक्त जानकारी संस्था के शुभम चौधरी ने दी।  


                             भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


रविवार, 29 दिसंबर 2019

स्कूल प्रहरी बुरहानपुर ब्रेकिंग, कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक 30 व 31 दिसंबर 2 दिन का अवकाश घोषित

 


सर्दी और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन का  फैसला
कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक 30 व 31 दिसंबर 2 दिन का अवकाश घोषित कक्षा 9वीं से 12वीं तक स्कूलों का समय सुबह 9:00 बजे के बाद किया गया यह आदेश सरकारी व निजी स्कूलों के लिए होगा लागू ।  यह आदेश केवल विद्यार्थियों पर लागू शिक्षकों को यथा समय पर शाला में उपस्थिथित होना है ।


जिला शिक्षा अधिकारी सैयद अतीक अली ने कि जिला प्रशासन के आदेश की पुष्टि


हाईस्कूल-हायर सेकण्डरी परीक्षार्थियों की प्रायोगिक ( प्रैक्टिकल) परीक्षाएं 12 फरवरी से प्रारम्भ होंगी

 
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भोपाल |


  माध्यमिक शिक्षा मण्डल, मध्यप्रदेश की वर्ष 2020 की हाईस्कूल सर्टिफिकेट (कक्षा 10वीं) परीक्षा 03 मार्च से तथा हायर सेकण्डरी स्कूल सर्टिफिकेट एवं हायर सेकण्डरी (व्यावसायिक) (कक्षा 12वीं) परीक्षा 02 मार्च से प्रांरभ हो रही हैं ।



    हाईस्कूल, हायर सेकण्डरी एवं हायर सेकण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम परीक्षाओं के नियमित छात्रों की प्रायोगिक परीक्षायें जहाँ वे पढ़ते है, उसी विद्यालय में 12 फरवरी से 26 फरवरी, 2020 के मध्य आयोजित की जायेंगी एवं हायर सेकेण्डरी एवं हाईस्कूल स्वाध्यायी छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा उन्हें आवंटित परीक्षा केन्द्र में 07 मार्च से 31 मार्च, 2020 के मध्य संचालित की जाएगी। स्वाध्यायी परीक्षार्थी की प्रायोगिक परीक्षा के संबंध में प्राचार्य, केन्द्राध्यक्ष से परस्पर सम्पर्क स्थापित करना होगा ।
    हाईस्कूल नियमित एवं स्वाध्यायी, हायर सेकण्डरी, हायर सेकण्डरी (व्यावसायिक) एवं डी.पी.एस.ई. तथा शारीरिक शिक्षा प्रशि.पत्रों.की परीक्षाएं इस वर्ष एक ही पारी में प्रातः 09.00 बजे से 12.00 बजे के मध्य तथा हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी (दिव्यांग) विद्यार्थियों की परीक्षाएं इस वर्ष दोपहर 01.00 बजे से सायं 04.00 बजे के मध्य आयोजित होंगी। हाई स्कूल एवं हायर सेकण्डरी के नियमित एवं स्वाध्यायी के परीक्षार्थियों को उनके परीक्षा कार्यक्रम भी मण्डल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर उपलब्ध कराये गए हैं।





बुधवार, 25 दिसंबर 2019

नगर के मध्यम परिवार की बेटी ने लहराया परचम प्रथम प्रयास में बनी सहायक प्राध्यापक। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में मिली नियुक्ति।


 


भगवानपुरा -हाल ही में नगर के मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी 
डॉ.सावित्री पिता स्व. बाबुलालजी भगोरे ने असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर सहायक प्राध्यापक के पद पर नियुक्त हुई है । सावित्री ने अपनी शुरुआती पढ़ाई नगर की प्राथमिक से लेकर हाई सेकण्डरी तक की उसके बाद आगे की पढ़ाई खरगोन के पीजी कॉलेज से की । सावित्री ने  पीएससी से चयनित हो कर सहायक प्राध्यापक में चयन होने पर अपना श्रेय माता पिता और स्कूली शिक्षको को दिया है ।  जिन्होंने मुझे प्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर शिक्षा के प्रति आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया जिनके मार्गदर्शन में  शिक्षा के प्रति कभी किसी तरह की कोई परेशानी का अनुभव नहीं होने दिया । सावित्री भगोरे बताती है कि उनके पिताजी स्वर्गीय बाबूलाल भगोरे जो नगर के अस्पताल ड्रेसर के पद पर होकर  कड़े संघर्ष के साथ अपनी तीनो बेटियों व एक बेटे को अच्छी शिक्षा दिलाई जो आज तीनो बहने अच्छे पद पर काबिज है  दो बहनें स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही है । बड़ी बहन गायत्री सगोरे इंदौर में डॉक्टर है छोटी बहन रोशनी भगोरे भगवानपुरा में नर्स के रूप में सेवारत है  तो वहीँ छोटा भाई सुनील भगोरे एडवोकेट है । 


 उन्होंने बताया कि वाणिज्य संस्थान तथा पीएचडी के गाइड  एनएल गुप्ता सर (बड़वानी) राह में मील के पत्थर की तरह मंजिल समीप होने का विश्वास दिलाते रहे  । समाज एनसीसी व इंदौर की जीडीसी कॉलेज जंहा व्यक्तित्व विकास में  सतत अमूल्य सहयोग मिला और इनके इनके निर्देशन में आगे बढ़ी हूँ  ।
  अतः सभी के स्नेह व आशीर्वाद से अपना शत-प्रतिशत देते हुए प्रदत्त दायित्व के निर्वहन की कोशिश करूंगी । भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

शिक्षको का शिक्षक संवाद सह प्रशिक्षण सम्पन्न       

 


 भगवानपुरा :- जन शिक्षा केन्द्र भग्यापुर के अंतर्गत 28 प्राथमिक  विद्यालयो के शिक्षकों की जो कक्षा पहली व दूसरी को पढ़ाने वाले शिक्षको का शिक्षक संवाद सह प्रशिक्षण हुआ।
जिसमे क्लस्टर शिक्षक वीरेन्द्र दसौंधी व गणेश अमोदे ने हिंदी विषय से सम्बंधित पाठ्यक्रम की गतिविधिय कराई।वर्ण व शब्द सीखने, कविता व कहानी को हवा भाव के साथ पड़ने व शब्दकोष के विकास कि खेल खेल के माध्यम से कराई।वही प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर वीरेन्द्र दसौंधी ने बताया कि पहली व दूसरी के विद्यार्थियों पर अच्छे से ध्यान दिया जाए। इस संबंध में सभी शिक्षक व शिक्षकाओ का प्रशिक्षण जनशिक्षा केंद्र पर शुरू किया गया। जिसमें हिंदी,गणित व अंग्रेजी का प्रशिक्षण चार चरणों मे होगा पहले चरण का प्रशिक्षण शनिवार को सुबह 11 से 5 बजे तक चला  जिसमे भगवानपुरा बीआरसी श्री प्रभात परमार्थी ने केंद्र का अवलोकन किया।



व कहा कि बच्चा पहली व दूसरी की प्रथम नीव है बच्चो के मन गीली मिट्टी की तरह होते है ।उस मिट्टी को तराश कर हीरा बना सकते है।वही इस दौरान हाई स्कूल के प्रभारी प्राचार्य शेरसिंह बड़ोले,जनशिक्षक हरीश धनगर,महेंद्र पाटीदार,प्रमिला पवार,आनन्द मालविया, वंदना मालविया,शाकिर कुरेशी सहित सभी शिक्षक उपस्थित थे।                भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


रविवार, 22 दिसंबर 2019

अभिरुचि एवं अभिक्षमता परीक्षण स्मार्ट फ़ोन पर एम.पी.केरियर एप्प के द्वारा परीक्षा सम्पन्न

भगवानपुरा - शा. हाई स्कूल बहादरपुरा में दो दिवसीय अभिरुचि एवम अभिक्षमता परीक्षण स्मार्ट फ़ोन पर एम.पी.केरियर एप्प के द्वारा परीक्षा आयोजित की गई। शिक्षक सोहन चौहान और सुभाष चौहान ने बताया कि कक्षा दसवीं के 74 छात्र दर्ज संख्या में से 40 बच्चो ने सम्मिलित होकर परीक्षा दी। बाकी के 34 बच्चे शनिवार को इस परीक्षा में भाग लेंगे। इस दौरान स्कूल प्रांगण में वार्षिक खेलकूद कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया , जिसमे कब्बडी, खो-खो , चम्मच रेस , कुर्सी रेस , दौड़ , आदि कार्यक्रम करवाये गए । व्यायाम शिक्षक अजय मण्डलोई ने बताया कि कब्बडी और खो-खो में कक्षा दसवीं के छात्र छात्राओं ने जीत हासिल की। वही 100 मीटर की दौड़ में कक्षा 9वी की दीपिका ने प्रथम , खुश्बू सोलंकी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया वही दौड़ में कक्षा 10 दसवीं की संगीता ने प्रथम और मुस्कान मालवीया ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी दौरान प्राचार्य कमलसिंह गोयल , विजय मालवीया, अनिल ससत्या , राजेन्द्र मालवीया और स्टाफ मौजूद थे।


जनपद सीईओ ने किया स्कूलों का निरीक्षण।             

           


भगवानपुरा -   भगवानपुरा के जनपद पंचायत सीईओ एमएल वर्मा ने शनिवार को  पिपलझोपा और सिरवेल के माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया ।उन्होंने विद्यार्थियों से बात कर शिक्षा गुणवत्ता की जांच की जाँच की। शिक्षकों को समय पर पहुंचने के निर्देश दिए।उन्होंने अनुपस्थित शिक्षकों के   खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।                


     भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


शनिवार, 21 दिसंबर 2019

बिम्ट्स में ‘‘राष्ट्रीय सम्मेलन’’ का शुभारंभ, ‘मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन और आत्महत्या की रोकथाम के लिए एक साथ काम करना’’ विषय पर गुजरात से पधारे वक्ताओं ने रखे विचार


बुरहानपुर। निमाड़ क्षेत्र की अग्रणी शिक्षण संस्था प्रो. बृजमोहन मिश्रा इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड़ टेक्निकल साइंसेस बुरहानपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का प्रथम दिवस का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
 संस्था के जनसम्पर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि महाविद्यालय के आडोटोरियम मेें ''मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन और आत्महत्या के रोकथाम के लिए एक साथ काम करना'' विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस सम्मेलन की शुरूवात संस्था की अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष श्री अनिल जैन, अतिथी एवं वक्ता श्री नरेन्द्रकुमार शर्मा एवं श्रीमती निधी दधिच ने दिपप्रज्वलन एवं सरस्वती तथा प्रो.बृजमोहन के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।



अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया। आजकल के भागदौड़ और रस्साकषी के जीवन में बच्चे, बुढे और जवान महिला और पुरूष मानसिक परेशानियों से जुझ रहे है। इस वर्ष, विष्व मानसिक स्वास्थ्य महासंघ (WFMH) ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर 'आत्महत्या की रोकथाम कोे मुख्य विषय बनाने का निर्णय लिया है। यद्यपि आत्मघाती व्यवहार पूरे मनुष्य इतिहास में मौजूद रहा है, यह दुनिया के सभी हिस्सों धीरे-धीरे बढा और पिछले कुछ दशकों में खतरनाक आंकड़ो के स्तर पर पहुॅच गया है। सम्मेलन में वक्ताओं ने दो चरणों में अपने विचार रखे। प्रथम चरण में गुजरात के चितरीनी नर्सिंग काॅलेज जुनाबकरपुर से मुख्य वक्ता के रूप में श्री नरेन्द्रकुमार शर्मा ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)  ने कई वर्षो से आत्महत्या को प्राथमिकता का मुद्दा बनाया, इस बात पर जोर देना महत्वपूर्ण है कि यह एक ऐसा विषय है जिसने सदियों से अध्ययन के अधिकांश क्षेे़त्रों को आकर्षित किया है। दर्शन शास्त्र, धर्म, चिकित्सा, समाज शास्त्र, जैवविज्ञान, कानून और मनोेविज्ञान द्वारा इसका पता लगाया गया है।



डब्लूएचओ के अनुसार, आत्महत्या के कारण एक वर्ष में 8,00,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है, जिससे यह पन्द्रह सेे उन्तीस साल की उम्र के लोगों का भी मृत्यु का प्रमुख कारण बन जाता है । अक्सर यह माना जाता है कि केवल वयस्क ही आत्मघाती व्यवहार प्रदर्षित करते है। लेकिन इस बात पर भी जोर देना चाहिए कि बहुत से बच्चे और युवा इस तरह के व्यवहार को हिंसा, यौन शोषण, धमकाने और साइबर हमले के परिणामस्वरुप करतेे है। द्वितीय चरण में चितरीनी नर्सिंग काॅलेज जुनाबकरपुर से वक्ता के रूप में श्रीमती निधी दधिच ने अपने संभाषण में कहां कि आत्महत्या एक वैष्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है जो वैज्ञानिक और पेषेवर संगठनों, मानसिक स्वास्थ्य उपयोगकर्ताओं और उनके परिवारों और विश्वविद्यालयों सहित मानसिक स्वास्थ्य केे क्षेत्र में सभी के ध्यान योग्य है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना विशेष रुप से महत्वपूर्ण है क्योंकि आत्महत्या को रोकनेे और जनता के मानसिक स्वास्थ्य को बढावा देने के लिए रणनीति स्थापित करने के उद्देष्य से सुझाव  और निर्देशों कोे तैयार करना उनकी जिम्मेदारी है। 
संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा ने अपने वक्तत्य में कहां कि मनुष्य जीवन बहुत जटीलता वाला है। वर्तमान में मानसिक स्वास्थ्य पर प्रिन्ट और दृष्य श्रव्य माध्यम और सोषल मीडिया दोनों की भूमिका कम महत्वपूर्ण नहीं है, क्योंकि उनकी भागीदारी सकारात्मक होने के साथ-साथ नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती है, क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि वे इस विषय पर कैसेे ध्यान देते हैं। ऐसे कई जटिल कारक है। जो एक आत्महत्या में योगदान देते हैं, लेेकिन यह सबसे महत्वपूर्ण है कि हमारे प्रयासों को रोकथाम की ओर बढ़ाया जा सके । दो चरणों में सम्पन्न हुए इस सम्मेलन के मध्य नर्सिंग के विद्यार्थियों द्वारा खुबसुरत रोल प्ले का आयोजन किया गया। जिसमें मानसिक स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। सम्मेलन के प्रथम दिवस 400 अधिक विद्यार्थी एवं स्टाॅफ ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन बुरहानपुर जिले के एडीएसपी श्री महेेंद्र तारनेकर एवं श्रीमती सोमा दत्ता अपने विचार रखेगें। साथ ही तात्कालीक वक्ता भी अपने विचार रख सकेंगें। प्रथम दिवसीय सम्मेलन की सफलता पर संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा, उपाध्यक्ष श्री अनिल जैन, सचिव श्री अमित मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी विशाल गोजरे, संस्था के प्राचार्य सैय्यद आसीफ अली, डाॅ.जैनुद्दीन अली, नर्सिंग के प्रभारी प्राचार्य शैलेन्द्र उपाध्याय, प्रिन्यू थाॅमस, अर्जुन वर्मा, अष्विनी चैधरी, मयुर पाटील एवं समस्त स्टाॅफ ने शुभकामनायें प्रेषित की।  


 


शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

नन्हे-मुन्ने बच्चों ने लुभाया मन, न्यू ज्ञानदीप विद्यालय में फैंसी ड्रेस कॉन्पिटिशन



बुरहानपुर/डोईफोडिया- रंग बिरंगी पोशाकों में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने न्यू ज्ञानदीप विद्यालय की बगिया में सभी पालको एवं शिक्षकों के मन मोह लिये। अवसर था न्यू ज्ञानदीप विद्यालय के प्रांगण में क्रिसमस के अवसर पर फैंसी ड्रेस कम्पीटिशन का,



इस फैंसी ड्रेस कम्पीटिशन में विद्यार्थियों ने तरह-तरह के रंग बिरंगी फैंसी ड्रेस पहनकर उत्साह से हिस्सा लिया।



कोई सांता क्लाज बना तो कोई कृष्ण, किसी ने पानी का बुंद बनकर जल संरक्षण का संदेश दिया तो कोई फलों का राजा आम बनकर तो किसी ने अनार बनकर खुशियाँ बटोरी। इस अवसर पर शाला के संचालक योगेश चौकसे सहित सभीशिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे ।





बिरोदा में पदस्थ शिक्षक संजय जायसवाल का आकस्मिक निधन


 


बुरहानपुर- शिक्षा विभाग के शिक्षक संजय जायसवाल अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय, कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शाहपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अपनी सेवाएं दी थी उसके पश्चात उनका स्थानांतरण बरोदा माध्यमिक शाला में हुआ था।
आज सुबह 4.30 बजे उनका आकस्मिक देहांत हो गया हैं जिनकी शवयात्रा उनके निवास  बड़े बालाजी महाजना पेठ से निकलेगी। स्कूल प्रहरी समाचार पत्र परिवार उनके निधन पर शोक व्यक्त करता है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे ।


गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

डीपीसी ने की 3 शिक्षकों पर कार्रवाई।

डीपीसी ने की 3 शिक्षकों पर कार्रवाई।


भगवानपुरा   :- डीपीसी श्री ओ पी बनडे ने भगवानपुरा ब्लॉक की पटेल फलया और मिडिल स्कूल झगढ़ी,मिडिल स्कूल गलतार,प्रावि गलतार का निरीक्षण किया।गलतार कि स्कूल में सभी शिक्षक उपस्थित पाए गए।डीपीसी  द्वारा बच्चो को शेक्षणिक गतिविधियों के बारे में बताया गया,पढ़ाया गया।पटेल फाल्या मोहनपुरा में निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कुछ बच्चो की वर्क बुक शिक्षकों द्वारा जांच नहीं कि गई और ना ही उसमें शिक्षकों के हस्ताक्षर किये गए।प्रधान पाठक सदरसिंह मसाने, सहायक अध्यापक लोकेंद्र दवाने,अध्यपिका परवीन अंसारी की वेतनवृद्धि रोकने के कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।जनशिक्षक भारत वास्कले को शाला नियमित अवलोकन नहीं करने बी आर सी प्रभात परमार्थी को संबंधित के वेतन काटने के निर्देश दिए गए।मावि झगढ़ी ,प्रावि झ गढ़ी के शिक्षकों से प्रतिभा पर्व की जानकारी ली गई।बी आर सी प्रभात परमार्थी, जनशिक्षक भारत वास्कले,दिनेश सोलंकी उपस्थित थे।


शिक्षक ओमप्रकाश पाटीदार को शिक्षा के क्षेत्र में सूचना संचार तकनीकी उपयोग के लिये मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार 

 
विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न करने में शिक्षक श्री पाटीदार सराहनीय योगदान दे रहे हैं
शाजापुर |


 

     स्थानीय शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय शाजापुर में पदस्थ शिक्षक श्री ओमप्रकाश पाटीदार छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास और उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न करने के लिए सराहनीय योगदान दे रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सूचना संचार तकनीकी के उपयोग के लिए शिक्षक श्री पाटीदार को 23 दिसम्बर को मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पुरूस्कृत किया जायेगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण 23 दिसम्बर 2019 को प्रातः 10.00 बजे से मानव संसाधन विकास मंत्रालय की वेबसाइट https://webcast.gov.in/mhrd/ पर किया जायेगा। 
     मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2010 से राष्ट्रीय आईसीटी पुरस्कार देश भर के उन शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है, जिन्होंने विद्यालयी पाठ्यक्रम एवं विषय- शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने के लिए नवीन एकीकृत प्रौद्योगिकी का उपयोग कर विद्यार्थियों में आईसीटी के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न की है, जिससे खोज आधारित सहायक और सहयोगपूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दिया गया है। अब तक मध्यप्रदेश  से सिर्फ दो शिक्षको को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। 23 दिसंबर 2019 को यह पुरस्कार शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय शाजापुर के जीव विज्ञान शिक्षक श्री ओमप्रकाश पाटीदार को प्रदान किया जायेगा।

सूचना संचार तकनीकी के उपयोग से बच्चे घर बैठे सीख रहे हें विज्ञान

     आज के समय में हर कोई इन्टरनेट का उपयोग कर रहा है। जहां एक ओर सूचना संचार तकनीकी ने सम्पूर्ण विश्व में ज्ञान-विज्ञान को सुलभता से हर व्यक्ति की पहुँच में ला दिया है, वही दूसरी ओर इसके दुरूपयोग से भी इंकार नही किया जा सकता है। विशेषकर किशोर वर्ग के बालक-बालिकाओ द्वारा इसके गलत उपयोग की आशंकाओ को लेकर उनके पालकों को चिंतित कर दिया है। ऐसे में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय शाजापुर में उच्च माध्यमिक शिक्षक (जीव विज्ञान) के पद पर कार्यरत् श्री ओम प्रकाश पाटीदार द्वारा आधुनिक शिक्षा की रीढ़ सूचना संचार तकनिकी (आय.सी.टी.) का बेहतरीन उपयोग करते हुए विद्यालयीन बच्चों के साथ-साथ आम नागरिकों एवं शिक्षकों को घर बैठे विज्ञान से जुड़ी मूलभूत नीत-नयी जानकारियाँ प्रदान की जा रही है। शिक्षक पाटीदार द्वारा सोशल मीडिया से शिक्षा की अवधारणा पर कार्य करते हुए अनेक कार्य किये जा रहे है। उनके द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे शैक्षणिक संसाधन विद्यालयीन छात्र-छात्राओं के साथ साथ सभी के लिए सहज सुलभ एवं निशुल्क उपलब्ध है।

सोशल मीडिया पर उपलब्ध शैक्षणिक संसाधनों पर एक नजर
     विज्ञान ब्लाग ''वैज्ञानिक दृष्टिकोण''- इन्टनेट ब्राउजर पर 

   https:// www.myscience-mysociety.blogspot.com पर दैनिक जीवन से जुड़े 300 से अधिक विषयों पर ज्ञानवर्धक एवं रोचक जानकारी उपलब्ध है। इन विषयों को देश-विदेश के तीन लाख से अधिक पाठको द्वारा पढ़ा जाता है। इन विषयों में एक विषय पर केन्द्रित सामग्री को प्रतिदिन सोशल मिडिया पर शेयर किया जाता है।
     फेसबुक ग्रुप ''विज्ञान एवं समाज''-  फेसबुक पर "Science for Society" पर 3500 से अधिक पाठकों का समूह संचालित किया जा रहा है। इस समूह में प्रतिदिन विज्ञान एवं समाज से जुड़े विषयों पर शैक्षिक एवं रौचक जानकारी पोस्ट की जाती है।
     शैक्षणिक सामग्री के सरलीकरण के वीडियो- एन.सी.ई.आर.टी. के क्षैत्रीय शिक्षा संस्थान भोपाल द्वारा शिक्षक द्वारा विज्ञान गतिविधि 'क्रोमेटोग्राफी' की रिकार्डिंग की गयी है, जिसे शैक्षणिक प्रसारणों के दौरान प्रसारित किया जायेगा। इसी प्रकार के वीडियो को यू-ट्यूब पर अपलोड किया जा रहा है।
     विज्ञान अवधारणा विकास कार्यक्रम- विद्यालय में संचालित विपनेट विज्ञान क्लब के माध्यम से माध्यमिक स्तर पर सरल प्रयोगों द्वारा बच्चों को विज्ञान की अवधारणाए समझाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत कम्प्यूटर एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से शैक्षणिक सामग्री का प्रसारण एवं प्रदर्शन किया जा रहा है।



बुधवार, 18 दिसंबर 2019

अध्यापक 22 दिसम्बर को भोपाल मे जंगी प्रदर्शन कर धरना देंगे भगवानपुरा सहित   खरगोन  जिले से  भी सैकड़ो अध्यापक शामिल होँगे ।


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  भगवानपुरा ( प्रदीप महाजन) : -मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संघठन सहित अध्यापक -शिक्षक महासंघ के प्रान्तीय आव्हान पर 22 दिसम्बर रविवार को भोपाल के यादगारे शाहजनी पार्क मे पुरे मध्यप्रदेश के अध्यापक सँवर्ग के कर्मचारी एक दिवसीय जंगी प्रदर्शन कर धरना देंगे ।  इस प्रदर्शन मे  भगवानपुरा विकासखण्ड सहित  खरगोन जिले से भी सैकड़ो अध्यापक शामिल होँगे । अध्यापक -शिक्षक महासंघ के जिलाध्यक्ष विनोद पण्डित , जिला संयोजक व प्रान्तीय सचिव गोपीचंद सहिते , जिला प्रभारी गिरिराज शर्मा ,  प्रभात परमार्थी बी आर सी भगवानपुरा  , महेश दीक्षित बी आर सी झिरन्या , मुरली महाजन महाजन बी आर सी खरगोन , वाणी विलास वानखेड़े बी आर सी भिकनगांव , बृजेश खांडे बी आर सी सेगावा , दशरथ पन्वार बी आर सी बड़वाह वरिष्ठ प्रान्तीय उपाध्यक्ष श्री हबीबुल्ला खान ,  गणेश अमोदे , पवन राठौर , असलम खान , गोपीचंद सहिते , जुनेद खान , विनोद पण्डित , गिरिराज शर्मा ने बताया की
 
16 अध्यापक -शिक्षको की बिना शर्त पुन: सेवा मे बहाली , 


चूंकि अध्यापक सँवर्ग के कर्मचारी 2001मे नियमित हो चुके है अत:इन्हे व अन्य सभी अध्यापको को नियमित पारिवारिक पेंशन का लाभ प्रदान किया जाए ।


अध्यापक सँवर्ग को साँतवे वेतनमान का लाभ इसी माह देने 


राज्यशिक्षा सेवा प्रकोष्ठ मे अध्यापको की  नई  नियुक्ति के स्थान पर  समस्त अध्यापको को पूर्ण वरिष्ठता के साथ 1994 वाले शिक्षा विभाग मे संविलियन करने 


मृत गुरुजी - शिक्षाकर्मी -संविदा शिक्षको -अध्यापको के आश्रितो को बिना शर्त नियमित पद पर अनुकम्पा नियुक्ति देने ।


अध्यापक सँवर्ग के संविलियन पश्चात सभी आर्थिक और गैर आर्थिक मामलो मे सेवा अवधी की गड़ना प्रथम नियुक्ति से करने 


गुरुजीयो की वरिष्ठता व सेवा अवधी की गड़ना प्रथम नियुक्ति दिनाक से करने 


उच्चतर माध्यमिक शिक्षक को सीधे प्राचार्य पद पर पदोन्नति देकर DPC, DEO,BEO बनाकर आहरन अधिकार दिये जाए ।


इन सभी मांगो को लेकर खरगोन जिले के अध्यापको द्वारा भी  भोपाल मे धरना दिया जावेगा और मुख्यमंत्री  कमलनाथ जी से मिलकर वचन पत्र मे उल्लेखित मांगो को पूर्ण करने का निवेदन किया जावेगा ।
संघठन के नेताओ ने पुरे जिले के अध्यापको से अपील की है की वह हर संकुल से 02-02 गाड़ी की व्यव्स्था कर भोपाल आन्दोलन को सफल बनाए ।


पूर्व संकुल प्राचार्य श्री संजय बोरसे जी का शाहपुर संकुल परिवार द्वारा भव्य विदाई समारोह सम्पन्न 

मेरे मन से वाणी से संकुल के किसी भी शिक्षकों को चोट लगी हो तो मैं ह्दय से क्षमा माँगता हूँ - संजय बोरसे 



बुरहानपुर/शाहपुर- शिक्षा विभाग के शाहपुर संकुल के प्राचार्य श्री संजय बोरसे जी द्वारा  इस शाला में 20 वर्ष की निरंतर सेवा देने के पश्चात उनके गृह जिले में उनका स्थानांतरण होने पर समस्त संकुल परिवार द्वारा उनका भव्य विदाई समारोह का आयोजन  स्थानिय मंगलम मंगल परिसर शाहपुर में आयोजित किया गया है। श्री बोरसे अपने पूर्ण परिवार के साथ इस कार्यक्रम में पधारे थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सैय्यद अतिक अली (जिला शिक्षा अधिकारी ) ने की एवं मुख्य अतिथि श्री संतोष सोलंकी (विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी) थे।
विदाई की इस पावन बेला बेला पर शाहपुर संकुल के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और शिक्षा विभाग के श्री रविन्द्र महाजन, श्रीमती सीमा तंवर सहित अन्य शिक्षकगण एवं शाहपुर नगर परिषद के रामभाऊ लांडे, युवराज महाजन,रामभाऊ सोनवणे, विजयकुमार राठौर, प्रवीण टेम्भूर्णे,गजानन इंगले ,दीपक पाटील, स्कूल प्रहरी समाचार पत्र के महेश मावले, अमर पाटील,संजय राऊत,सुरेश पवार, शालीकराम चौधरी,नन्दकिशोर मोरे सहित कई गणमान्य नागरिक एवं मीडिया बन्धु उपस्थित थे । विदाई कार्यक्रम का संयोजन संकुल के सभी साथियों के सहयोग के साथ प्राचार्य अनिता गर्ग, विजय तुलसकर, संजय अगनानी, पुण्डलीक निम्भोरे, प्रकाश पाटील, पंढरीनाथ महाजन, शालीकराम चौधरी,महेन्द्र महाजन,राजेंद्र चौधरी,मुरलीधर पाटील,प्रमोद चौधरी एवं स्वप्नील पाटील ने किया ।




संकुल के शिक्षक समाधान गायकवाड़ ने "तु कल चला जायेगा तो मै क्या करूगा" गीत गाकर परिसर में शिक्षकों को भावुक कर दिया । कार्यक्रम को सभी अतिथियों ने सम्बोधित करते हुए  श्री बोरसे के उज्जवल भविष्य की कामना की । विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी संतोष सोलंकी ने कहा कि यहां बोरसे जी एक लम्बा कार्यकाल व्यतीत किया है मै उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ ।



जिला शिक्षा अधिकारी सैय्यद अतिक ने कहा कि बोरसे का स्थानान्तरण एक शासकीय प्रकिया है वे जहाँ भी जायेंगे अपने अनुभवों का लाभ विद्यार्थियों को मिलता रहेगा । बोरसे जी ने अच्छे आचार विचार और व्यवहार से लोगों के दिलों में जगह बनाई। बोरसे जी के अच्छे कार्यों की  यहाँ तारिफ हो रही है वह सभी शिक्षकों की तारीफ है। मै उनके उज्जवल भविष्य मंगलमय शुभकामनाएँ देता हूँ ।



इस अवसर पर संजय बोरसे ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपने जो स्नेह दिया वह कभी नहीं भूलूंगा । यह हमेशा मेरे ह्रदय में रहेगा ।मैंने अपने कर्मों और वाणी में कभी अन्तर नहीं किया । मैंने अपने माता पिता की सेवा की है आप सभी से भी निवेदन करना चाहता हूँ कि आप भी माता पिता की सेवा करे। मुझे नगर परिषद का सहयोग हमेशा मिलता रहा ।
मेरे मन से वाणी से संकुल के किसी भी शिक्षकों को चोट लगी हो तो मैं ह्दय से क्षमा माँगता हूँ । मेरे दोनों जनशिक्षकों के साथ मैंने इमानदारी से कार्य किया है । मुझे जो प्रेम और विश्वास आपसे मिला है मै सदा इसका आभारी रहूँगा । मै आप सभी के सत्कार से अभिभूत हूँ।



कार्यक्रम का बहुत ही सुन्दर आवाज के साथ सफल संचालन श्री संजय गुप्ता ने किया ।
कार्यक्रम के अन्त में सभी अतिथियों एवं शिक्षकों का पुंडलिक निम्भोरे ने आभार व्यक्त किया ।



मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

बुरहानपुर के बाद जनपद पंचायत खकनार में नियुक्त संविदा शिक्षकों की भी हो सकती है जाँच, मामला फर्जी शिक्षक घोटाला 


बुरहानपुर-  संविदा शाला शिक्षको की भर्ती में फर्जी वाडा सामने आने के बाद 67 शिक्षको को बर्खास्त किया जा चुका है, इसी प्रकार 2006-2007 में भी 150 शिक्षको की भर्ती में 250 शिक्षको की नियुक्ति सामने आई है, इस को लेकर जिला शिक्षा केन्द्र के द्वारा शेष बचे शिक्षको के दस्तावेजो की जांच के लिए सभी शिक्षको को मंगलवार को जिला पंचायत कार्यालय बुलाया गया है जहां परियोजना अधिकारी विजय पचोरी द्वारा  शिक्षको के दस्तावेजो की जांच कर सत्यापन के लिए सम्बंधित बोर्ड और युनिर्वसिटी को मूल दस्तावेज भेजे जाऐगे। जांच से एक दिन पूर्व जांच अधिकारी ने नियुक्ति से सम्बंधित सभी रिकार्ड लोक शिक्षा केन्द्र से प्राप्त कर लिए थे जिस से मिलान करेगे। जिले भर के शिक्षको को एक साथ जांच के लिए बुलाने से स्कूलो में अध्ययन कार्य प्रभावित हुआ है, संविदा शिक्षको की भर्ती में फर्जीवाडे का भांडा फोड लगभग एक वर्ष पूर्व तत्कालीन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एंव अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह के द्वारा किया गया था जिस के बाद 67 शिक्षको की सेवाऐं समाप्त कर उन पर अपराधिक मामले दर्ज करने के साथ ही विभाग के शिक्षा माफियाओं पर भी कार्यवाही की गई थी इस पूरे मामले के प्रकाश में आने के बाद मामला पुलिस को सौंपा गया था और एसआईटी इस मामले में वर्तमान में भी कार्यवाही में लगी है, इस से जुडे मुख्य आरोपी एंव स्थापना शाखा प्रभारी ज्योति खत्री को पकड सलाखों के पिछे भेजा गया है, वहीं एक और मुख्य आरोपी भरत शाह की एसआईटी को तलाश है, मंगलवार को शेष शिक्षको के नियुक्ति आदेश और जरूरी दस्तावेजो की जांच का कार्य जांच अधिकारी विजय पचोरी एंव उनके दल के द्वारा किया गया है, इस जांच में भी कुछ मामले सामने आने की उम्मीद की जा रही है, क्युं कि अभी स्वीकृत पदों से अधिक पदों पर वेतन अहारण हो रहा है, शिक्षक भर्ती घाटाले मामले में जहां विभाग के सरगना ज्योति खत्री जेल में है वहीं पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी आरएल उपाध्याय भी एसआईटी के राडार पर है, उन्हें भी नोटिस भेजा गया है वहीं अन्य अधिकारीयों से भी पूछताछ संभावित है जो 2006 और 2007 के बाद विभाग में पदस्थ होकर अब ट्रान्सफर हो चुके है, इसी मामले से जुडे जनपद सीईओ अनिल पवार की गिरफतारी पहले ही हो चुक है जो जमानत पर है तथा जनपद के अन्य सीईओ की भी भूमिका संदिगध हो सकती है, ऐसे में उन्हें भी एसआईटी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है, इस पूरे मामले पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहन सक्सेना से बताया कि चूकि 2008-2009 में शिक्षको की भर्ती मामले में फर्जी वाडा साामने आ चुका है इस को ध्यान में रखते हुए अन्य सत्रो में शिक्षको की भर्ती हुए शिक्षको के दस्तावेजो की जांच की जा रही है, इस के बाद नगर निगम और जनपद पंचायत खकनार के अन्तर्गत की गई शिक्षको की भर्ती प्रक्रीया और शिक्षको के दस्तावेजो की जांच भी की जाऐगी। अब देखना होगा इस जांच में क्या मामले सामने आते है? फर्जी संविदा से घोटाले के कारण कई अध्यापकों के संविलियन भी नहीं हो पाए हैं। अब जब तक जांच पूर्ण नहीं हो जाती तब तक शायद अध्यापकों की संविलियन प्रक्रिया अधर में ही रहेगी।


राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जारी प्रश्न बैंक एवं अभ्यास पुस्तिका से पढाने के बी आर सी ने दिये निर्देश ।



 बुरहानपुर/खकनार-  राज्य शिक्षा केन्द्र के आयुक्त भोपाल द्वारा विडियो कान्फ्रेन्सिंग मे दिये गये, निर्देशानुसार विकासखण्ड स्रोत समन्वयक प्रदिप खेडकर (बी आर सी)  खकनार  द्वारा आज जनशिक्षा केन्द्र तुकईथड़ की बालक माध्यमिक शाला तुकईथड़, माध्यमिक शाला रायतलाई, प्राथमिक शाला रायतलाई, प्राथमिक शाला खोदरी का निरीक्षण किया। बी आर सी  द्वारा सभी प्रधान पाठकों को राज्य शिक्षा केन्द जारी प्रश्न बैंक एवं अभ्यास पुस्तिका से पढाने के निर्देश दिये।



दक्षता की वर्कबुक चेक की। टीचर हेण्डबुक का उपयोग करने के निर्देश दिये। बी आर सी के साथ जनशिक्षक श्नी राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा भी उपस्थित थे।



आखिर कब तक शिक्षकों को दस्तावेजों के परिक्षण प्रकिया से गुजरना पडेगा?


बुरहानपुर- जबसे शिक्षा विभाग में फर्जी भर्ती शिक्षक घोटाला कांड उजागर हुआ है तब से प्रत्येक शिक्षक को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है वर्ष 2005-06 में हुई शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया से पूरे 10 वर्षों में हुई शिक्षकों की नियुक्तियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वर्ग 3 में नियुक्त शिक्षकों की बार-बार दस्तावेज परीक्षण प्रक्रिया से गुजरने के पश्चात प्रशासन ने वर्ग 1 और 2 के शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन की कार्रवाई के लिए जिला पंचायत में सभी शिक्षकों बुलाया गया है। आखिर इसमें सभी  शिक्षकों का दोष क्या? इनमें से कुछ शिक्षक ऐसे भी है जिन्होंने बड़ी मेहनत से सभी शैक्षणिक योग्यता पूर्ण कर शिक्षा विभाग में नौकरी प्राप्त की थी लेकिन कुछेक लोगों के कारण सभी को सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। शिक्षकों की ऐसे में सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है उन्हें पदस्थ शालाओं के गांव वाले शंका की दृष्टि से देख रहे हैं कि कहीं यह शिक्षक तो फर्जी नहीं।



शैक्षणिक कार्य हुआ प्रभावित 
आज देखने में आया कि कुछ शालाएं ऐसी भी है जहां पर 1 या 2 शिक्षक नियुक्त है आज सत्यापन के लिए दोनों शिक्षकों को उपस्थित होना पड़ा तो स्कूलों में ताले पड़े हैं। अब इसमें विद्यार्थियों का क्या दोष? विद्यार्थियों को आज के दिन शिक्षा से वंचित होना पड़ा इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
हालांकि स्कूल प्रहरी इस कार्यवाही का विरोध नहीं करता बल्कि इसकी जांच आवश्यक रूप से होना ही चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके और जो फर्जी नियुक्तियां हुई है उसकी जांच निष्पक्ष रुप से हो परंतु इसके लिए सभी शिक्षकों को एक साथ बुलाकर इस प्रकार से जांच करना उचित नहीं है क्योंकि इससे उनका मूल कार्य प्रभावित हो रहा है स्कूलों में विद्यार्थी शिक्षकों की राह तक रहे हैं और यहां शिक्षक गण अपनी बारी का इंतजार करते हुए बाहर बैठे हैं।


बैठने की उचित व्यवस्था भी नही 



जिला पंचायत सभागृह में अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था नहीं है इसलिए कई शिक्षक बाहर बरामदे में बैठे हुए हैं। कुछेक शिक्षक जिला पंचायत परिसर में बाहर खडे थे क्योंकि इनके बैठने की समुचित व्यवस्था भी नही की गई थी। महिला शिक्षिकाएं भी परेशान नजर आ रही थी ।प्रशासन को इनके बैठने की समुचित व्यवस्था करना चाहिए थी।


सोमवार, 16 दिसंबर 2019

स्कूली शिक्षा व्यवस्था में दिखने लगा है बदलाव-एक्सपोजर विजिट, बच्चों की कॉपियों की प्रतिदिन चौकिंग,परीक्षा परिणामों का विश्लेषण,पालक-शिक्षक संवाद, ऑनलाइन ट्रांसफर व्यवस्था, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम,जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम उमंग, स्टीम कॉन्क्लेव,

 


एप आधारित पर्यवेक्षण एवं रियल टाइम मूल्यांकन।


 


बुरहानपुर - स्कूली शिक्षा ही बच्चों के भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है। इसलिये जरूरी है कि शिक्षा गुणवत्तापूर्ण हो, स्कूलों में शिक्षा का उत्तम वातावरण हो और शिक्षक ज्ञान से समृद्ध हो ताकि बच्चे स्कूल आने और पढ़ाई करने के लिये लालायित रहें। राज्य सरकार ने प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा व्यवस्था कायम करने के लिये पिछले एक साल में कई ऐतिहासिक निर्णय लेकर उन्हें जमीन पर उतारा है। अब बच्चे स्कूल पहुँचने लगे हैं, शिक्षक भी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिये समर्पित हुए हैं। बदलाव नजर आने लगा है।
एक्सपोजर विजिट
स्कूली शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिये ष्लर्न फॉर द बेस्टष् योजना लागू की गई है। योजना में विभागीय अधिकारियों, प्राचार्यों और शिक्षकों को स्थानीय निजी स्कूलों, दिल्ली के स्कूलों, नोएडा के महामाया स्कूल और दक्षिण कोरिया के कोरिया डेव्हलपमेंट इंस्टीट्यूट का भ्रमण कराया गया। इससे प्राचार्यों और शिक्षकों की सोच और पढ़ाने की शैली में बदलाव आया है। वे बच्चों की शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी महसूस करने लगे हैं और नियमित स्कूल आने लगे हैं।  
बच्चों की कॉपियों की प्रतिदिन चौकिंग
स्कूलों में मूलभूत विषयों की कॉपियों की प्रतिदिन चौकिंग व्यवस्था लागू की गई है। जिला और  राज्य स्तर के अधिकारी स्कूलों का दौरा कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि शिक्षक अपने विद्यार्थियों की कॉपियाँ प्रतिदिन सही तरीके से जाँचें और गलतियों में सुधार करायें। प्रदेश के 2742 विद्यालयों में विशेष कॉपी चेकिंग अभियान चलाया गया है। कॉपी चेक नहीं करने तथा करेक्शन अंकित नहीं करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा रही है। हाल ही में 139 शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकी गई, 425 शिक्षकों का वेतन काटा गया, 665 शिक्षकों को चेतावनी दी गई और 751 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
परीक्षा परिणामों का विश्लेषण
स्कूलों में परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करने की व्यवस्था की गई है। तीस प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के शिक्षकों की दक्षता के आकलन के लिये 12 एवं 15 जून, 2019 को आयोजित परीक्षा में 6215 शिक्षकों ने परीक्षा दी। शिक्षकों को दक्षता सुधार का प्रशिक्षण भी दिया गया। इसके बाद दोबारा परीक्षा ली गई। इस परीक्षा में जिन शिक्षकों के परिणाम संतोषजनक नहीं थे, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई। दो माह के प्रशिक्षण के बाद भी ओपन बुक एक्जाम में फेल होने वाले 16 शिक्षकों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई।
पालक-शिक्षक संवाद
स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों के साथ नियमित पालक-शिक्षक बैठक की व्यवस्था लागू की गई है। अब सभी शासकीय स्कूलों में प्रत्येक तीन माह में एक साथ पालक-शिक्षक बैठक की जा रही हैं। इन बैठकों में छात्र प्रोफाइलिंग, दक्षता उन्नयन वर्क-बुक, प्रतिभा पर्व परिणाम, ब्रिज कोर्स और अर्द्धवार्षिक परीक्षा, शाला में उपस्थिति आदि मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। पहली बार हुई इन बैठकों में लगभग 40 लाख अभिभावकों ने भाग लिया। बाल दिवस पर शिक्षा मंत्री ने सभी अभिभावकों को पत्र भेजकर उनसे छात्र-छात्राओं की गुणवत्ता एवं दक्षता में सुधार में सहयोग करने की अपील की।
कक्षा पाँचवीं और आठवीं के लिये बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा
वर्तमान अकादमिक सत्र 2019-20 से निरूशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 में किये गये संशोधन के अनुक्रम में पाँचवीं और आठवीं कक्षा के बच्चों का वार्षिक मूल्यांकन बोर्ड पैटर्न पर किये जाने का निर्णय लिया गया है। पाँचवीं और आठवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में पास होने के लिये विद्यार्थियों को न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे। ऐसा न करने पर उन्हें 2 माह बाद पुनरू परीक्षा में बैठना होगा। यदि वे फिर भी पास नहीं हो पाते हैं, तो उन्हें पाँचवीं और आठवीं कक्षा से अगली कक्षा में उन्नत नहीं किया जायेगा।
शिक्षकों के लिये वॉल ऑफ फेम सम्मान योजना
शिक्षा सत्र 2018-19 से प्रदेश में शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिये ष्वॉल ऑफ फेमष् सम्मान योजना शुरू की गई है। योजना में शिक्षकों और शाला द्वारा कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थियों में बुनियादी दक्षता के उन्नयन में उत्कृष्ट भूमिका निभाने के प्रयासों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। योजना में कांस्य, रजत एवं स्वर्ण चेम्पियन प्रमाण-पत्र दिये जाएंगे। इस वर्ष प्रदेश में 851 शिक्षकों को स्वर्ण चेम्पियन, 2187 शिक्षकों को रजत चेम्पियन और 4566 शिक्षकों को कांस्य चेम्पियन प्रमाण-पत्र और 7600 विद्यालयों को अवार्ड प्रदान किये गये हैं।
ऑनलाइन ट्रांसफर व्यवस्था
ऑनलाइन ट्रान्सफर व्यवस्था लागू  की गई है। शिक्षकों को उनकी पसंद के स्थान पर पद-स्थापना में प्राथमिकता दी गई है। पिछले कई सालों से अध्यापकों की शिक्षा विभाग में संविलियन की माँग को पूरा किया गया। अब अध्यापक शिक्षा विभाग में शासकीय सेवकों को दिये जाने वाले वेतन-भत्ते एवं अन्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
विज्ञान-मित्र क्लब और ईको क्लब का गठन
प्रदेश के सभी शासकीय माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान मित्र क्लब और सभी प्राथमिक विद्यालयों एवं सभी माध्यमिक विद्यालयों में यूथ एवं ईको क्लब का गठन किया गया है। इन क्लब के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक अभिरुचि तथा स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। विद्यार्थियों को सांस्कृतिक, बौद्धिक, खेलकूद, कला एवं हस्तशिल्प आदि क्षेत्रों में अपने कौशल और रुचि को विकसित करने का अवसर देने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई। साथ ही उन्हें स्कूल के समय के बाद सार्थक और उत्पादक गतिविधियों की ओर मोड़ा जा रहा है।
शैक्षिक संवाद
पीयर लर्निंग योजना में शासकीय स्कूलों में संकुल स्तर पर प्रतिमाह अंतिम सप्ताह में एक दिन शैक्षिक संवाद किया जा रहा है। इसमें सभी शिक्षक अपने विषय एवं कक्षाओं की उपलब्धियों और समस्याओं पर विचार-विमर्श कर समाधान खोजते हैं और उसे अमल में लाते हैं।
एनसीईआरटी पाठ्यक्रम
प्रदेश के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के योग्य बनाने के लिये एनसीईआरटी पाठ्यक्रम एवं पाठ्य-पुस्तकों का अभिग्रहण किया गया है। इस शिक्षा सत्र में कक्षा छठवीं से दसवीं तक सामाजिक विज्ञान और कक्षा ग्यारहवीं में कला संकाय के एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू हो गया है। वर्ष 2021-22 तक क्रमिक चरणों में प्रदेश के सभी शासकीय विद्यालयों में नवमीं से बारहवीं तक सभी विषयों में यह पाठ्यक्रम लागू कर दिया जायेगा।
जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम उमंग
विद्यार्थियों की निर्णय क्षमता, विश्लेषण कौशल, समस्याओं का समाधान खोजने तथा परिस्थितियों के साथ तालमेल बनाने का जीवन कौशल विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये ष्उमंगश्श् कार्यक्रम लागू किया गया है। कार्यक्रम में इस वर्ष प्रदेश के सभी हाई स्कूलों एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों को स्केल-अप किया गया है।
स्टीम कॉन्क्लेव
विद्यार्थियों में 21वीं सदी के अनुरूप क्रिएटिविटी, क्रिटिकल एनालॉसिस, कोलेबोरेटिव लर्निंग, कम्युनिकेशन स्किल आदि विकसित करने के लिये स्कूलों में स्टीम आधारित शिक्षा पद्धति लागू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। विगत 30-31 अक्टूबर को स्टीम कॉन्क्लेव किया गया। इसमें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विषय-विशेषज्ञों, एनआईडी, क्रिस्प, आईआईएसआईआर, साइंस सेंटर, सीबीएससी/आईसीएससी शालाओं के प्रतिनिधियों तथा स्कूल शिक्षा विभाग और शिक्षा से जुड़े अन्य विभागों द्वारा स्टीम एजुकेशन की दिशा में किये जा रहे प्रयोगों और नवाचारों के बारे में मंथन किया गया। इस प्रणाली से फ्यूचर जॉब्स तथा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय असेसमेंट टेस्ट (छ।ै और च्प्ै।) के लिये विद्यार्थी तैयार हो सकेंगे और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी। साथ ही, आर्थिक और शैक्षिक दृष्टि से विकसित देशों की तरह हमारे विद्यार्थी भी साइंस, टेक्नालॉजी, इंजीनियरिंग एवं मेथमेटिक्स को आर्टस के साथ इंटीग्रेट करते हुए आगे बढ़ सकेंगे।
एप आधारित पर्यवेक्षण एवं रियल टाइम मूल्यांकन
स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में डाटा और साक्ष्य आधारित नीति निर्धारण की व्यवस्था लागू की गई है। अब एप से क्लासेस की मॉनीटरिंग कर कार्य सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही ष्कक्षा साथीष् एप के माध्यम से बच्चों का रियल टाइम मूल्यांकन कराया जा रहा है। शुरूआती तौर पर इसे भोपाल और रायसेन जिले के 13 स्कूलों में पॉयलेट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है।
स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती के लिये उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक वर्ग की पात्रता परीक्षा हो गई है। अब लगभग 20 हजार शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जायेगी। शालाओं का सशक्तिकरण कर उन्हें उच्च गुणवत्तायुक्त संस्थानों में विकसित किया जायेगा। एलीमेंट्री एजुकेशन पर फोकस किया जायेगा। छिंदवाड़ा, भोपाल, सागर, शहडोल एवं सीहोर जिले के 15 स्कूलों में प्री-प्रायमरी शिक्षा के लिये पॉयलेट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। भविष्य में इसे बड़े स्वरूप में लागू किया जायेगा।


बढती ठंड के कारण बच्चों के स्कूल के समय में हो बदलाव 

 बढती ठंड के कारण बच्चों के स्कूल के समय में हो बदलाव


बुरहानपुर- ठंड के बढ़ने पर पिछले कई साल से कलेक्टर आदेश जारी कर बच्चों के स्कूल के शुरू करने के समय में बदलाव करने का निर्देश जारी करते है, इस बार भी ठंडी का आगमन हो चुका है । और दो दिनों से ठन्ड कुछ ज़्यादा ही पड़ रही है, किन्तु अब तक कलेक्टर की तरफ से स्कूल संचालकों को निर्देश जारी नही किया गया है। छोटे बच्चों के स्कूल समय में बदलाव करके सुबह 09 बजे के पहले स्कूल शुरू नही करने के निर्देश पूर्व कलेक्टर जारी करते रहे है । बढ़ती ठंड के कारण सर्दी-जुखाम की बीमारी भी बहुत हो रही है, जो इलाज करवाने के बावजूद छोटे और बड़ों की भी कई दिनों तक ठीक नही हो रही है। विद्यार्थीयों की ओर से पालकों द्वारा चिंता की जा रही है। हो सकता है शीघ्र ही ठंडी की समस्या को देखते हुए जिला कलेक्टर भी शाला लगने के समय में परिवर्तन के लिए निर्देश जारी करें।


रविवार, 15 दिसंबर 2019

शिक्षक व शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया                      

शिक्षक व शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया                                                        


  भगवानपुरा ( प्रदीप महाजन)  :- रविवार को पी एस जी एम एकेडेमी भगवानपुरा जिला-खरगोन  में शिक्षक व शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमें खरगोन,बडवानी,देवास व धार  जिलों संचालित एकेडेमी से समस्त शिक्षक व शिक्षिकाओं ने भाग लिया। संस्था के पदाधिकारियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। संस्था के अध्यक्ष श्रीमान मनोज शर्मा व उपाध्यक्ष श्रीमान उपेन्द्र यादव,श्रीमती शिवकान्ती शर्मा सलाहकार ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। पी एस जी एम एकेडेमी भगवानपुरा के प्राचार्य श्री उपेन्द्र यादव व सहायक प्राचार्य श्री राधेश्याम शर्मा ने आभार व्यक्त किया ।


मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिला शासकीय अध्यापक संघठन का प्रतिनिधि मण्डल, अध्यापको की समस्याओ के स्थायी हल की मांग की।

मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिला शासकीय अध्यापक संघठन का प्रतिनिधि मण्डल, अध्यापको की समस्याओ के स्थायी हल की मांग की।


 भगवानपुरा  :-  मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संगठन के बैनर तले, आज एयरपोर्ट पर माननीय मुख्यमंत्री जी को 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा जाएगा l*
*1 जिसमें प्रमुख मांग, बिना शर्त, संविलियन से वंचित अध्यापकों को एमपी सातवां वेतनमान और ट्रांसफर की सुविधा दी जाए l*


*2 प्रदेश भर में मृत अध्यापक संवर्ग को अनुकम्पा नियुक्ति के  नियमों में शिथिलता कर अनुकम्पा नियुक्ति के आदेश शीघ्र जारी करवाने की मंहती कृपा का अनुरोध करते हैं*


*3  वचन पत्र  के बिंदु क्रमांक 47.14 पुराना शिक्षा विभाग 1994 जस का तस  को पुनः बहाल किया जाए l*


*4  NPS को तुरंत बंद करें और OPS पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए, जिससे अध्यापक शिक्षक संवर्ग का बुढ़ापा बिना किसी के एहसान की कट जाए l*


*हमें पूर्ण विश्वास है कि आज हम अपने प्रयासों में सफल होंगे* l
       *हबीबुल्ला खान*
*वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष*
       *गोपीचंद सहिते*
*प्रदेश सचिव एवं जिला*
            *संयोजक*      *जिलाध्यक्ष विनोद पंडित जिला प्रभारी गिरिराज शर्मा बीआसी प्रभात परमार्थी, बीआसी मुरलीधर महाजन, बीआसी महेंश दीक्षित, बीआसी बृजेश खांडे ,बीआसी वाणी विलास वानखड़े, बीआसी दशरथ पंवार, उमेश करोदिंया ,उज्जवला यादव, दीपाली यादव ,वंदना मोडक, गजेंद्र सोनी ,राजेश पाटीदार, अनुज गहराना ,धमेन्द्र गुप्ता , दिनेश भालसे ,संतोष पटेल , ग्यारसीलाल पटेल, इसरार शेख, रामकरण यादव, नटवर पाटीदार, मनीष  मोदी ,अजय कानूनगो ,कमल कलमे , भुपेन्द्र कानुनगो ,सुरेंद्र चौहान एवं समस्त साथीगण*।
*मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संगठन*
          *भगवानपुरा जिला खरगोन*


दापोरा की प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में प्रतिभा पर्व के समापन पर हुए कार्यक्रम 

 दापोरा की प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में प्रतिभा पर्व के समापन पर हुए कार्यक्रम 



शाहपुर -निकटतम ग्राम दापोरा की शासकीय प्राथमिक कन्या  विद्यालय एवं माध्यमिक शाला में तीन दिवसीय प्रतिभा पर्व का समापन हुआ।12 दिसंबर से 14 दिसंबर तक चले प्रतिभा पर्व का समापन शनीवार को बाल सभा के साथ सम्पन्न हुआ ।समापन  पर आयोजित कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे प्रधान पाठक एन के उगवे,योगिता मोरे उपस्तिथ थे ।



छात्र छात्राओ ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तूत करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया ।छात्र छात्राओ ने संगीतमय कुर्सी रेस,दौड,नीम्बू चम्मच रेस में भाग लिया ।विजेता छात्र छात्राओ को पुरुस्कार भी वितरित किये गए ।इस अवसर पर शिक्षक गण सन्तोष पाटील,अभिषेक नीलकंठ,विजय दामोदरे,विजय गावँडे,रेखा साहू,माधुरी पाटील सहीत छात्र छात्राए उपस्तिथ थे ।कार्यक्रम का संचालन विजय गावँडे ने कीया ।आभार अभिषेक नीलकंठ ने व्यक्त किया ।



शासकीय शालाओं में प्रतिभा पर्व मनाया।  

शासकीय शालाओं में प्रतिभा पर्व मनाया।  



भगवानपुरा   :- प्रतिभा पर्व पर सभी स्कूलों में दो दिन तक बच्चो की परीक्षा हुई। वही शनिवार आखरी  दिन सुबह से बच्चो को ग्राम  भग्यापुर सहित समीप बाड़ीखुर्द, बागदरी,करही,भगवानपुरा,धुलकोट, काबरी, देजला,देवाडा, कड़वापानी,चांदपुरा ,कदवाली,पीपलझोपा, सिरवेल, की सभी माध्यमिक व प्राथमिक स्कूलो में प्रार्थना करवाकर नास्ता कराया गया ।उसके बाद चेयर रेस व क्रिकेट,रस्सी कूद का भी आयोजन किया।  उसके बाद बाल सभा का आयोजन हुआ।  उसके बाद भोजन करवाया जिसमे स्कूल के बच्चों ने कहा कि आज खेल कूद में बड़ा मजा आया भोजन भी बहुत स्वादिष्ट मिला।  सभी  प्राथमिक विद्यालय एवं माध्यमिक विद्यालय में प्रतिभा पर्व मनाया गया। भगवानपुरा से प्रदीप महाजन की रिपोर्ट।


ईगल, पिकॉक, डव और आउल चाइल्ड साइकोलॉजी के चार पैटर्न है, बच्चों का स्वभाव इन्हीं पर आधारित-डॉ.योगिनी

ईगल, पिकॉक, डव और आउल चाइल्ड साइकोलॉजी के चार पैटर्न है, बच्चों का स्वभाव इन्हीं पर आधारित-डॉ.योगिनी

अर्वाचीन इंडिया स्कूल के 'एड्यू स्पोर्टस् एप' का शुभारंभ, अभिभावकों की हुई विषेष कार्यषाला


बुरहानपुर। ईगल, पिकॉक, डव और आउल चाइल्ड साइकोलॉजी के चार पैटर्न है, बच्चों का स्वभाव इन्हीं पर आधारित होता है।
यह बात शहर के अर्वाचीन इंडिया स्कूल में आयोजित कार्यषाला में औरंगाबाद से आई डॉ.योगिनी ने चाइल्ड सायकोलॉजी विषय पर संबोधित करते हुए अभिभावकों को बच्चों का बर्ताव और स्वभाव समझने के लिए कुछ पैटर्न्स बताए। उन्होंने कहा बच्चों के सायकोलॉजिकल पैटर्न को समझ ही उनका सही डेवलपमेंट किया जा सकता है। ये पैटर्न है, ईगल, पिकॉक, डव और आउल।


शनिवार को अर्वाचीन इंडिया स्कूल में 'एड्यू स्पोर्टस् एप' का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अभिभावकों की विषेष कार्यषाला भी आयोजित की गई। कार्यषाला दो सत्र में संपन्न हुई। अभिभावकों ने एड्यू स्पोटर््स एप की सराहना करते हुए स्कूल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।
संस्था के जनसंपर्क अधिकारी मिर्जा राहत बेग ने बताया कि आयोजित कार्यषाला के प्रथम सत्र में एड्यू स्पोर्टस् एप का शुभारंभ किया गया। जिसके दौरान पालक अपने पाल्य द्वारा एड्यू स्पोर्टस् में किए गए क्रियाकलापों को देख पाएंगे। इस एॅप को पाकर अभिभावक काफी प्रसन्न दिखाई दिए। दूसरे सत्र में डॉ.योगिनी कुबेर द्वारा अभिभावकांे को समझाया गया कि माता-पिता बच्चों की मानसिकता को समझकर कैसे वो एक सफल माता-पिता बन सकते है। जब माता-पिता बच्चों की मानसिकता को समझते हैं, तभी वो बच्चों को एक सही और अच्छा वातावरण दे सकते हैं। बच्चों को समझाने के लिए लविंग एंड केयरिंग ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। ऐसा करने पर वो अच्छे से प्रतिक्रिया देते हैं, इससे माता-पिता बिना किसी तनाव को महसूस किए सफलता प्राप्त कर सकते है।
डॉ.योगिनी ने ईगल के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि डॉमिनेटिंग, प्रैक्टिकल। इन्हें इमोषनली ट्रीट नहीं किया सकता। ऐसे बच्चों को कन्विंस करने के लिए लॉजिक चाहिए। ये सवाल बहुत पूछेंगे। ये अपने टारगेट को पूरा करना जानते है। इसलिए फोकस्ड रहते है। अच्छे लीडर्स। पिकॉक बातूनी लेकिन सिर्त। कम्फर्ट जोन में ही घुलना-मिलना पसंद करते है। इन्हें समझाने के लिए लविंग और केअरिंग ट्रीटमेंट की जरूरत होती है। ऐसा करने पर यह अच्छे से रिस्पॉन्स करेंगे। डव-ये हर जगह रिलेषन बनाने में यकीन रखते है। इनकी नजर में प्यार और संबंधों की अहमियत अधिक होती है। लीडर नहीं टीम प्लेयर अच्छे होते है। अपनों के लिए कुछ भी करने को तैयार होते है। वहीं आउल-एनालिटिकल। क्वांटिटी से अधिक क्वालिटी टाइम पर फोकस।
डॉ.योगिनी ने बच्चा ओवर कॉन्फिडेंट है तो उसे दबाने की गलती न करें। प्रॉपर टैकल करे। वरना एक समय बाद वो ब्लॉस्ट हो जाएगा। एनर्जी चैनलाइज करे। बच्चे को अगर गुस्सा बहुत आता है तो उसे क्लाब मॉनिटर बनाए या कोई जिम्मेदारी सौंप दे। पेरेटिंग में हम के बजाय मैं शब्द शामिल करें। इस एक शब्द में जिम्मेदारी का भाव अधिक होता है। सजा नहीं समझाईष दीजिए। हायपर एक्टिव बच्चों से पेरेंट्स ज्यादा परेषान रहते है। अक्सर वे बच्चों की एक्टिविटी बंद कर देते है। ये समाधान नहीं है। कई बार ऑफिस, बिजनेष और घर के कामकाज का गुस्सा बच्चों पर निकाल दिया जाता है। बच्चें को पता भी नहीं होता कि पिटाई क्यों हो गई। फिजिकल पनिषमेंट न दे, और ना ही उन पर चिल्लाएं। बच्चे के सामने कभी बहस न करें। बेहतरीन पेरेंट्स होने के लिए हसबैंड-वाइफ के बीच अच्छा संबंध होना जरूरी है। कार्यषाला में डॉ.योगिनी के साथ उनके टीम मेम्बर अनुरोध चौहान और रूपाली श्रॉफ भी उपस्थित रही। कार्यषाला के अंत में संस्था अध्यक्ष श्रीमती राखी मिश्रा ने अभिभावकों को संबोधित कर अपने विचार रखें तथा आभार व्यक्त किया।

शुक्रवार, 13 दिसंबर 2019

प्रतिभा पर्व में शामिल हुए बुरहानपुर विधायक सुरेन्द्र सिंह ठाकुर

प्रतिभा पर्व में शामिल हुए बुरहानपुर विधायक सुरेन्द्र सिंह ठाकुर


 


बुरहानपुर - बुरहानपुर के विधायक सुरेन्द्र सिंह ठाकुर आज लालबाग  स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के माध्यमिक और प्राथमिक शाला में हो मना रहे  प्रतिभा पर्व में शामिल हुए। विधायक ने स्कूल में परीक्षा व्यवस्था और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तथा परीक्षा संचालन व्यवस्था देखी।



उन्होंने छात्राओं और शिक्षकों से चर्चा भी की। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी(DEO) सैयद अतीक अली, जिला शिक्षा केंद्र समन्वयक(DPC) अशोक शर्मा एवं विकासखंड स्रोत समन्वयक (BRC) राजकुमार मंडलोई उपस्थित थे।




2 एवं 3 मार्च से चालू होगी 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं देखिए टाइम टेबल

 


2 एवं 3 मार्च से चालू होगी 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं देखिए टाइम टेबल



 भोपाल- माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के द्वारा आने वाले बोर्ड परीक्षाओ के लिये समय सारणी घोषित कर दी है, जहाॅ अब टाईम टेबल घोषित होने के बाद परीक्षा के लिये तैयारी पूरी की जा रही है।
आपको बता दे कि कक्षा 12वी की परीक्षा 02 मार्च से शुरू होने जा रही है तो वही कक्षा 10वी की परीक्षा 03 मार्च से शुरू होंगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का समय सारणी देखने के लिये आप उनके बेवसाईट पर भी लागईन कर सकते है, इस बार की बोर्ड परीक्षा में पूरे मध्यप्रदेश से लगभग 19 लाख बच्चे इस परीक्षा में शामिल होंगे तो इन्ही में 04 लाख बच्चे प्राईवेट के रूप में शामिल होंगें।




बुरहानपुर कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने ॑Another Chance^^ (एक और मौका) कविता के माध्यम से बच्चों को आगे बढ़ने की सीख बतलाई।

  बुरहानपुर कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने ॑Another Chance^^ (एक और मौका) कविता के माध्यम से बच्चों को आगे बढ़ने की सीख बतलाई। कलेक्टर सुश्री...