बुरहानपुर- शिक्षकगण अध्यापन के साथ-साथ विद्यार्थियों को जीवन में पौधों का महत्व एवं संरक्षण संबंधी जानकारियां देकर उनके लिए प्रेरणा स्रोत बन रहे हैं ।
आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण के रूप में शुद्ध वायु एवं शुद्ध पेयजल प्राप्त हो इसके लिए अभी से सभी को इस ओर ध्यान देकर पौधा संरक्षण एवं पौधारोपण हेतु ध्यान देना चाहिए यह कहना है खकनार विकासखंड के आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित सिरपुर संकुल अन्तर्गत प्राथमिक शाला निंबापुर के शिक्षक किशोर गौतम तथा महेंद्र यादव का, यहां पर शिक्षकों , विद्यार्थियों एवं ग्राम पंचायत के सचिव रविन्द्र भंडारे एवं सरपंच जमुना बाई ने साथ मिलकर शाला प्रांगण में बहुत से फलदार पौधे रोप कर उनका संरक्षण भी किया जा रहा है।
यहां पर शाला प्रांगण में इनके द्वारा लगभग 120 पौधे विगत वर्षों में लगाए गए थे जिनमें से वर्तमान में 115 पौधे जीवित है। जिनमें जामुन, सीताफल, करौंदा, जायफल, नीम एवं अन्य प्रजातियों के पौधों को नियमित पानी देकर उनका संरक्षण किया जा रहा है।
हेडपंप के व्यर्थ जल से सिंचाई का किया अनोखा उपाय
यहां पर विद्यार्थियों को पानी पीने के लिए हेडपम्प लगाया गया है। जब मध्यान्ह भोजन के पश्चात तथा दिन भर में विद्यार्थी को जब भी पानी की प्यास लगती है तब विद्यार्थियों द्वारा जब हेडपंप चलाया जाता है तो पानी पीने के उपरांत जो व्यर्थ जल बहता है उस व्यर्थ जल को एक नाली के माध्यम से सभी पौधों में लगातार भेजा जाता है।
यह परिकल्पना इस प्रकार की गई है कि जैसे ही हेड पंप से पानी निकलता है वह छोटी-छोटी नालियों के माध्यम से प्रत्येक पौधे में जाता है इससे पौधों को भरपूर पानी मिलता है और पौधे धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं।
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